पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के 30 ठिकानों पर सीबीआई ने की छापेमारी
जम्मू और कश्मीर के पूर्व राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक के 30 से अधिक ठिकानों पर गुरुवार की सुबह छापेमारी हुई हैं। सीबीआई ने उनके घर पर भी छापेमारी की है। सत्यपाल मलिक राज्यपाल पद से हटने के बाद से लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर रहे हैं।
वे कई मौकों पर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले कर चुके हैं। पिछले महीनों में वह कई इंटरव्यू में प्रधानमंत्री पर सवाल उठाते रहे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सीबीआई की यह छापेमारी केंद्रशासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट कॉन्ट्रैक्ट से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में की जा रही है।
सत्यपाल मलिक के 12 ठिकानों पर किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट मामले में सीबीआई ने पिछले वर्ष भी छापेमारी की थी।
गुरुवार की सुबह हुई सीबीआई की इस छापेमारी के बाद सत्यपाल मलिक ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि, पिछले 3-4 दिनों से बीमार हूं और अस्पताल में भर्ती हूं। जिसके बावजूद मेरे मकान में सरकारी एजेंसियों से छापे डलवाएं जा रहे हैं। मेरे ड्राईवर, मेरे सहायक के उपर भी छापे मारकर उनको बेवजह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने लिखा है कि मैं किसान का बेटा हूं। इन छापों से घबराउंगा नहीं, मैं किसानों के साथ हूं।
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अक्टूबर 2021 में राजस्थान के झुंझनू में आयोजित एक कार्यक्रम में आरोप लगाया था कि उन्हें जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल रहते दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए करोड़ों रुपये की रिश्वत का ऑफर दिया गया था।
उन्होंने कहा था कि जब वे यहां राज्यपाल थे तब उनके पास जो दो फाइलें आई थी उनमें एक बड़े उद्योगपति की थी और दूसरी महबूब मुफ्ती और भाजपा की गठबंधन सरकार के दौरान सरकार में मंत्री रहे एक व्यक्ति की थी। इन फाइलों को लेकर उनके सचिव ने जब बताया कि इनमें घोटाला है तब उन्होंने डील को रद्द कर दिया था। इन्हें मंजूर करने के लिए उन्हें 150-150 करोड़ रुपये की रिश्वत ऑफर की गई थी।
सत्यपाल मलिक ने कहा था कि इसके जवाब में उन्हें कहा था कि मैं 5 कुर्ता-पाजामा के साथ आया हूं और सिर्फ उसी के साथ यहां से चला जाउंगा।
सत्यपाल मलिक अपने बयानों के चलते लगातार चर्चा में रहे हैं। वह किसानों के मुद्दों पर भी केंद्र सरकार को घेरते रहे हैं। पिछले किसान आंदोलन के समय भी वह खुलकर किसानों के समर्थन में आए थे। 2021 में उन्होंने कहा था कि किसानों का धरना खत्म हुआ है उनका आंदोलन खत्म नहीं हुआ है। वह कई मौके पर कह चुके हैं कि किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए। पिछले आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत पर शोक नहीं जताने के लिए भी वह पीएम मोदी की आलोचना कर चुके हैं।
सत्यपाल मलिक आरोप लगा चुके हैं कि पुलवामा अटैक के समय पीएम नरेंद्र मोदी कॉर्बेट नेशनल पार्क में अपनी शूटिंग करवा रहे थे। सत्यपाल मलिक कह चुके हैं कि देश बहुत गलत आदमी के हाथ में है। अगर किसान एक नहीं हुए और भाजपा फिर सरकार में आ गई तो किसान नहीं बचेंगे।