शराब माफियाओं पर मेहरबान थे केजरीवाल, पैसा लुटाया: बीजेपी
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के घर सीबीआई रेड को लेकर आम आदमी पार्टी के तमाम आरोपों का दिल्ली बीजेपी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा है कि केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए थी। उन्होंने कहा कि जिस समय लोग कोरोना से जूझ रहे थे, उस समय केजरीवाल सरकार ने नई आबकारी नीति के माध्यम से शराब माफियाओं को हजारों करोड़ों रुपए का फायदा पहुंचाया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने शराब माफियाओं के 144 करोड़ रुपए माफ करने का पाप किया है। गुप्ता ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली के शराब माफियाओं पर इतने मेहरबान थे कि उन्होंने उनका कमीशन 2.50 फीसद से बढ़ाकर 12.50 फीसद कर दिया था।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली में पहले 21 ड्राई डे होते थे लेकिन केजरीवाल सरकार ने इसे घटाकर तीन पर पहुंचा दिया और कई ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को शराब के ठेके दे दिए गए।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि नई आबकारी नीति के माध्यम से अरविंद केजरीवाल ने हजारों करोड़ रुपए शराब माफियाओं को लुटा दिए।
शराब माफियाओं से हुई थी डील
गुप्ता ने कहा कि पंजाब के विधानसभा चुनाव से पहले शराब माफियाओं और आम आदमी पार्टी के बीच एक डील हुई थी। उस डील में यह था कि तुम हमें फायदा पहुंचाओगे तो हम भी पंजाब के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की मदद करेंगे। उन्होंने कहा कि यह बात अब सबके सामने आ गई है।
‘जल्द जेल के अंदर होंगे सिसोदिया’
बीजेपी के नेता तजिंदर बग्गा ने कहा है कि दिल्ली में शराब के ठेकों में जो बंदरबांट हुई है उसमें कितने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है इसका खुलासा होने वाला है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया जल्द ही जेल के अंदर होंगे और वह खुद बताएंगे कि आबकारी नीति के भ्रष्टाचार में उनका कितना हिस्सा है और अरविंद केजरीवाल का कितना हिस्सा है।
'केजरीवाल-सिसोदिया की साठगांठ'
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस मामले में एएनआई से कहा कि दिल्ली में आबकारी विभाग का मंत्रालय मनीष सिसोदिया के पास है जिस दिन इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी उसी दिन मनीष सिसोदिया ने अपनी आबकारी नीति को वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि जब आबकारी नीति में कोई गड़बड़ी नहीं थी तो फिर उसे वापस क्यों लिया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके पीछे वजह थी कि शराब के ठेकों में भयंकर भ्रष्टाचार हुआ और अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया की साठगांठ सामने आ गई है।
उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी वाले सही हैं तो उन्हें डरना नहीं चाहिए और अगर गलत हैं तो निश्चित रूप से उन्हें परेशानी होगी।
अब यह साफ हो गया है कि आबकारी नीति को लेकर शुरू हुआ बवाल आने वाले दिनों में और ज्यादा बढ़ेगा और बीजेपी और आम आदमी पार्टी दिल्ली की सड़कों पर आमने-सामने होंगे।
जैसा अंदेशा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जता चुके हैं कि जांच एजेंसी सीबीआई मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करेगी और अगर सिसोदिया की गिरफ्तारी हो जाती है तो निश्चित रूप से देश के अंदर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सियासी रार बढ़ जाएगी क्योंकि केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री सत्येंद्र जैन जेल की सलाखों के पीछे हैं।
दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल में टीएमसी के मंत्री रहे पार्थ चटर्जी सहित कई अन्य नेताओं पर कार्रवाई हुई है। सोनिया और राहुल गांधी से जांच एजेंसी ईडी पूछताछ कर चुकी है। विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि जांच एजेंसियां बीजेपी और मोदी सरकार के इशारे पर विपक्षी नेताओं को निशाना बना रही हैं।