सीबीआई पूछताछ के बाद सिसोदिया आख़िरकार गिरफ़्तार
दिल्ली शराब घोटाले में दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री सीएम मनीष सिसोदिया को आख़िरकार रविवार को गिरफ़्तार कर लिया गया। सीबीआई सोमवार सुबह उन्हें अदालत में पेश करेगी। सिसोदिया ने गिरफ़्तारी की आशंका आज सुबह ही जताई थी। उन्होंने कहा था कि वह 7-8 महीने जेल में रहने के लिए तैयार हैं। गिरफ़्तारी से पहले उनसे सीबीआई ने आज घंटों पूछताछ की। सीबीआई की इस कार्रवाई को आम आदमी पार्टी ने तूल दिया है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज दिनभर सीबीआई दफ्तर पर प्रदर्शन किया। इस दौरान आप सांसद संजय सिंह समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
सीबीआई की इस कार्रवाई पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि मनीष सिसोदिया बेक़सूर हैं और उन्हें 'गंदी राजनीति' से निशाना बनाया गया है। उन्होंने कहा है कि 'इससे हमारे हौसले और बढ़ेंगे'।
मनीष बेक़सूर हैं। उनकी गिरफ़्तारी गंदी राजनीति है। मनीष की गिरफ़्तारी से लोगों में बहुत रोष है। लोग सब देख रहे हैं। लोगों को सब समझ आ रहा है। लोग इसका जवाब देंगे।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 26, 2023
इस से हमारे हौसले और बढ़ेंगे। हमारा संघर्ष और मज़बूत होगा।
सिसोदिया और आप सुप्रीमो अरविन्द केजरीवाल ने आज सुबह ही इस मुद्दे पर ट्वीट करके माहौल को गरमाने की कोशिश की। सीबीआई काफी समय से सिसोदिया से पूछताछ करना चाहती थी। लेकिन सिसोदिया के आग्रह पर इसे रविवार तक के लिए टाल दिया गया था।
गिरफ्तारी से पहले सिसोदिया ने आज सुबह सीबीआई दफ्तर जाने से पहले आप समर्थकों के रोड शो का नेतृत्व किया। उनके हाथों में तख्तियां थीं और नारे लगा रहे थे। सिसोदिया पहले राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर पहुंचे थे। वहां आप नेताओं ने कहा था कि सीबीआई सिसोदिया को गिरफ्तार करना चाहती है।
सीबीआई ने पहले सिसोदिया को 19 फरवरी को पूछताछ के लिए बुलाया था। लेकिन सिसोदिया, जो दिल्ली के वित्त मंत्री भी हैं, ने दिल्ली का बजट बनाने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा था। सीबीआई ने उनके अनुरोध पर सहमति जताई थी और रविवार तक के लिए मोहलत दी थी।
केजरीवाल सरकार नई शराब नीति लाई थी। इस मामले में सिसोदिया और अन्य पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने पिछले साल सीबीआई जांच के आदेश दिए थे। दिल्ली सरकार ने इसके बाद नई शराब नीति को वापस लिया। आप ने कहा था कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना के इस आदेश से करोड़ों रुपये के राजस्व के नुकसान का आरोप लगाया। यानी नई शराब नीति से दिल्ली सरकार के खजाने को फायदा हो रहा था लेकिन एलजी की जिद की वजह से पुरानी शराब नीति फिर से लागू करना पड़ी।
सीबीआई ने इस मामले में जो चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की है, उसमें 7 आरोपी हैं लेकिन सिसोदिया का नाम उसमें नहीं है।
मनीष सिसोदिया ने रविवार सुबह सीबीआई दफ्तर जाने से पहले ट्वीट किया था - 'आज फिर CBI जा रहा हूँ, सारी जाँच में पूरा सहयोग करूँगा। लाखों बच्चों का प्यार व करोड़ों देशवासियों का आशीर्वाद साथ है। कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं। भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फाँसी पर चढ़ गए थे। ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज़ है।'
आज फिर CBI जा रहा हूँ, सारी जाँच में पूरा सहयोग करूँगा. लाखों बच्चो का प्यार व करोड़ो देशवासियो का आशीर्वाद साथ है
— Manish Sisodia (@msisodia) February 26, 2023
कुछ महीने जेल में भी रहना पड़े तो परवाह नहीं. भगत सिंह के अनुयायी हैं, देश के लिए भगत सिंह फाँसी पर चढ़ गए थे. ऐसे झूठे आरोपों की वजह से जेल जाना तो छोटी सी चीज़ है
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने भी इस मुद्दे पर ट्वीट किया - भगवान आपके साथ है मनीष। लाखों बच्चों और उनके पेरेंट्स की दुआयें आपके साथ हैं। जब आप देश और समाज के लिए जेल जाते हैं तो जेल जाना दूषण नहीं, भूषण होता है। प्रभू से कामना करता हूँ कि आप जल्द जेल से लौटें। दिल्ली के बच्चे, पैरेंट्स और हम सब आपका इंतज़ार करेंगे।
सीबीआई मनीष सिसोदिया से बिचौलियों, व्यापारियों, नौकरशाहों और नेताओं की 'साउथ लॉबी' के बारे में जानकारी हासिल करना चाहती है। हाल ही में, सीबीआई ने भारत राष्ट्र समिति की नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचिबाबू गोरांटला को गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने के. केविता से भी लंबी पूछताछ की थी। इस मामले में आप का पदाधिकारी विजय नायर भी गिरफ्तार हुआ है। सीबीआई विजय नायर के बाकी नेताओं से रिश्तों के बारे में भी जानना चाहती है।
आप और बीजेपी के बीच तल्खियां बढ़ती जा रही हैं। आप दिल्ली के एलजी को केंद्र का मोहरा मान रही है। हाल ही में हुए मेयर चुनाव में एलजी ने 10 एल्डरमैन को एमसीडी में वोटिंग के अधिकार दिए। इस पर एलजी विवाद के केंद्र में आ गए। उन्हें मुंह की खानी पड़ी। सुप्रीम कोर्ट ने एलजी वीके सक्सेना के आदेश को गलत करार दिया। काफी संघर्ष के बाद आप की शैली ओबरॉय के मेयर बनने का रास्ता साफ हुआ था। एमसीडी स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव पर अभी भी दोनों दलों के बीच राजनीतिक गतिरोध बना हुआ है।