कनाडा के सरे शहर में खालिस्तानी आतंकवादी, हरदीप सिंह निज्जर को टारगेटेड गोलीबारी में 18 जून 2023 कौ मार गिराया गया। निज्जर को पहले हिंसा और विध्वंसक गतिविधियों के विभिन्न कृत्यों में शामिल होने के कारण भारत सरकार ने 'वांछित आतंकवादी' घोषित किया था। हाल ही में, निज्जर का नाम भारत सरकार द्वारा जारी एक सूची में भी शामिल किया गया था, जिसमें 40 अन्य नामित आतंकवादियों के नाम थे।
2022 में, एनआईए ने पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाने के बाद निज्जर पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। पुजारी की हत्या की साजिश खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) ने रची थी। कनाडा में रहने वाला निज्जर केटीएफ का प्रमुख था। इससे पहले एनआईए ने निज्जर के खिलाफ भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रचने के मामले में चार्जशीट भी दाखिल की थी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दो बंदूकधारी निज्जर को गोली मारने के बाद फरार हो गए थे। कनाडा में सिखों के संगठन आईएचआईटी ने मामले की जांच की थी। इस हत्या के बाद घटनास्थल पर हजारों सिख जमा हो गए और उन्होंने इस हत्या की निंदा की।
जालंधर के भरसिंह पुरा गांव के मूल निवासी 46 वर्षीय निज्जर को केंद्र सरकार के अनुसार, खालिस्तान टाइगर फोर्स के सदस्यों के संचालन, नेटवर्किंग, प्रशिक्षण और कथित टेरर फंडिंग में सक्रिय रूप से शामिल होने के लिए जाना जाता था। वो सिख फॉर जस्टिस से भी जुड़े थे और हाल ही में जनमत संग्रह के लिए ऑस्ट्रेलिया गए थे।
निज्जर की हत्या पर कनाडा के सिख इसलिए नाराज हैं कि वो एक गुरुद्वारे के मुख्य ग्रंथी थे और वहां की सामाजिक गतिविधियों में बहुत सक्रिय थे। हत्या के बाद कनाडा के कई संगठनों ने भारत का नाम लिया लेकिन भारत सरकार ने इस पर बहुत तवज्जो नहीं दी। लेकिन कनाडा सरकार इसकी जांच कराएगी और सीधे भारतीय एजेंटों का नाम इस हत्या में लेगी, इसकी उम्मीद भारत को भी नहीं थी।
हाल ही में ब्रिटेन के एक अस्पताल में अवतार सिंह खांडा की मौत हो गई थी। खांडा भी भारत में आतंकी गतिविधियों में एनआईए को वान्टेड थे। इसी तरह कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के लाहौर में परमजीत पंजवाड़ की हत्या कर दी गई थी। पंजवाड़ की हत्या का रहस्य आज तक नहीं खुला। बहरहाल, कनाडा के रुख पर भारत की ओर से इस समाचार के लिखे जाने तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।