नागरिकता क़ानून: यूपी में 18 लोगों की मौत; 250 पर रासुका लगाने की तैयारी
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में पूरे देश भर में चल रहे प्रदर्शन के दौरान कई जगहों पर पुलिस और उपद्रवियों के बीच हिंसक झड़पें हुई हैं। प्रदर्शनों के दौरान कई लोगों को अपनी जान भी गंवानी पड़ी है। उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा हिंसक प्रदर्शन हुए हैं और इनमें 18 लोगों की मौत हो चुकी है। कई जगहों पर अभी भी इंटरनेट को बंद रखा गया है। पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात है और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी नज़र रख रही है।
उत्तर प्रदेश में इस क़ानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन शनिवार को भी जारी रहे। कानपुर में उपद्रवियों ने यतीम खाना पुलिस स्टेशन के बाहर पुलिस पर जमकर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। उपद्रवियों ने एक पुलिस पोस्ट में तोड़फोड़ भी की तो रामपुर में भी प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई। रामपुर में एक शख़्स की भी मौत हो गई और एक पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हो गए। मेरठ में 4 जबकि फिरोज़ाबाद में 2 लोगों की मौत होने की ख़बर है। इसके अलावा संभल, बिजनौर, कानपुर, मुज़फ्फरनगर, रामपुर और लखनऊ में भी लोगों की मौत हुई है।
13,000 सोशल मीडिया अकाउंट चिन्हित
उपद्रवियों को लेकर यूपी पुलिस बेहद कड़ा रूख दिखा रही है। बताया जाता है कि योगी आदित्यनाथ सरकार 250 उपद्रवियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत कार्रवाई करेगी। इन पर आरोप है कि इन्होंने हिंसा करने के लिए लोगों को भड़काया है। पुलिस ने 60 एफ़आईआर दर्ज की हैं और 70 उपद्रवियों को जेल भेज दिया है। यूपी प्रशासन ने सोशल मीडिया के द्वारा हिंसा को भड़काने वाले 13,000 सोशल मीडिया अकाउंट को चिन्हित किया है। अलीगढ़ में इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया है।
हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख़्त रुख अपनाते हुए कहा था कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा करने वालों के ख़िलाफ़ सरकार सख़्त कार्रवाई करेगी और जो भी लोग दोषी पाये जाएँगे, उनकी प्रॉपर्टी को जब्त कर इससे हिंसा में हुई क्षति की भरपाई की जाएगी।
लखनऊ, प्रयागराज में इंटरनेट बंद
लखनऊ, प्रयागराज में इंटरनेट सेवाओं को सोमवार तक के लिए पूरी तरह बंद रखा गया है। लखनऊ में गुरूवार को हुए हिंसक प्रदर्शनों को लेकर पुलिस ने कई लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की हैं। उपद्रवियों ने 20 मोटरसाइकिलों, 10 कारों, 3 बसों को आग के हवाले कर दिया था। इसके अलावा 4 मीडिया ओबी वैन में भी आग लगा दी थी। डालीगंज, ठाकुरगंज में उपद्रवियों ने जमकर पथराव किया था और सतखंडा पुलिस चौकी में जमकर बवाल काटा था। इसके अलावा फिरोज़ाबाद, हापुड़, एटा, मेरठ, ग़ाज़ियाबाद, वाराणसी, मुज़फ्फरनगर, बिजनौर, जौनपुर में भी इस क़ानून के ख़िलाफ़ लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है।
कांग्रेस का प्रदर्शन टला, कल होगा
नागरिकता संशोधन क़ानून को लेकर पूरे देश भर में हो रहे प्रदर्शनों के बीच कांग्रेस ने एलान किया था कि वह रविवार को इस मुद्दे पर प्रदर्शन करेगी। लेकिन अब पार्टी ने सोमवार को यह प्रदर्शन करने की घोषणा की है। पार्टी ने इसे सत्याग्रह का नाम दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी, महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा के भी राजघाट पर होने वाले इस कार्यक्रम में भाग लेने की संभावना है।
जयपुर में प्रदर्शन आज
कांग्रेस की राजस्थान इकाई आज इस मुद्दे पर पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। जयपुर में स्थानीय प्रशासन ने रविवार को सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को बंद रखा है। इसके अलावा मेट्रो सेवाओं को भी सुबह 8 बजे से 2 बजे तक बंद रखा गया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस प्रदर्शन में शामिल होंगे। उन्होंने सभी से शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने की अपील की है।
दिल्ली पुलिस ने की कार्रवाई
शुक्रवार को पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाक़े में हुए विरोध प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने 15 लोगों को दो दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इनकी जमानत याचिका पर सोमवार को सुनवाई होगी। सीमापुरी में हुई हिंसा में शामिल 11 उपद्रवियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। इन सभी लोगों की जमानत याचिका को कड़कड़डूमा कोर्ट ने खारिज कर दिया था।‘बिहार बंद’ में हुई हिंसा
नागरिकता संशोधन क़ानून के विरोध में पिछले कई दिनों से आवाज़ बुलंद कर रहे राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने 21 दिसंबर को ‘बिहार बंद’ बुलाया था। ‘बिहार बंद’ के दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई और 11 लोगों के घायल होने की ख़बर है। पटना में आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने ट्रेनों को रोक दिया था और सड़कों पर भी जाम लगाया था। इसके अलावा जेहानाबाद, वैशाली, दरभंगा, अररिया, मुज़फ़्फरपुर, नवादा और औरंगाबाद में भी आरेडी कार्यकर्ताओं ने सड़कें जाम कर दी थीं।