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'बुल्ली बाई' के आरोपी नीरज बिश्नोई ने दी हिरासत में आत्महत्या की धमकी

'बुल्ली बाई' के आरोपी नीरज बिश्नोई ने दी हिरासत में आत्महत्या की धमकी

मुसलिम महिलाओं को निशाना बनाने वाली बुल्ली बाई ऐप मामले में गिरफ़्तार मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ़्तार आरोपियों को भी जानता है। जानिए, पुलिस पूछताछ में उसने क्या कबूला।

मुसलिम महिलाओं की 'नीलामी' के लिए इस्तेमाल की गई 'बुल्ली बाई' ऐप के मुख्य आरोपी नीरज बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस हिरासत में आत्महत्या की धमकी दी है। मीडिया रिपोर्टों में पुलिस सूत्रों के हवाले से यह दावा किया गया है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उसने दो बार खुद को नुक़सान पहुँचाने की भी कोशिश की है। हालाँकि, इस धमकी को लेकर पुलिस उस पर निगरानी रख रही है, लेकिन इसका यह भी मानना है कि यह पुलिस जाँच में देरी करने की आरोपी की एक चाल भी हो सकती है।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की आईएफएसओ टीम द्वारा नीरज बिश्नोई को 6 जनवरी को असम के जोरहाट क्षेत्र से गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि वह गिटहब पर 'बुल्ली बाई' का मुख्य साजिशकर्ता और ऐप का निर्माता भी है और वह ऐप का मुख्य ट्विटर अकाउंट चलाता है।

जाँच एजेंसी ने पाया है कि आरोपी नीरज बिश्नोई आदतन हैकर है जो पहले कई वेबसाइटों को ख़राब कर चुका है। वह 15 साल की उम्र से ऐसा कर रहा है।

21 साल का यह शख्स नीरज विश्नोई मूल रूप से राजस्थान के नागौर का रहने वाला है। वह वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित कैंपस से बीटेक कर रहा है। पुलिस के अनुसार पुलिस पूछताछ में नीरज का कहना है कि उसने वही किया जो उसे सही लगा। विश्नोई को दो दिन पहले ही अदालत में पेश किया गया था जहां से उसे 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था। 

इंडिया टुडे ने पुलिस सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि नीरज बिश्नोई ने दिल्ली पुलिस अधिकारियों को धमकी दी है कि वह आत्महत्या कर लेगा। रिपोर्ट के अनुसार उसने दो बार खुद को नुक़सान पहुँचाने की कोशिश भी की। 

इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) के विशेष सेल के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ​​ने कहा कि आरोपी ने कबूल किया है कि वह 'सुल्ली डील' के बनाने वालों को जानता है। उस ऐप से क़रीब छह महीने पहले मुसलिम महिलाओं को निशाना बनाया गया था। पुलिस का यह भी कहना है कि आरोपी ने यह माना है कि बुल्ली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ़्तार किए गए आरोपियों से सोशल मीडिया पर चैट होती थी। 

मुंबई पुलिस ने बुल्ली बाई ऐप मामले में सबसे पहले बेंगलुरु के एक इंजीनियरिंग छात्र विशाल झा को गिरफ़्तार किया था। इसके बाद उसने उत्तराखंड से 18 साल की 12वीं की छात्रा श्वेता सिंह व मयंक रावत को भी गिरफ़्तार किया।

दिल्ली पुलिस के केपीएस मल्होत्रा ने कहा है कि आरोपी ने यह भी स्वीकार किया है कि उसके पास श्वेता सिंह के यूज़र खाते तक पहुँच है। पूछताछ के दौरान दिल्ली पुलिस ने पाया कि उक्त आईडी एनीमे की दुनिया के एक गेमिंग चरित्र, GIYU से जुड़ी हुई थी, जिसे नीरज बिश्नोई विशेष रूप से पसंद करता था। "एनीमे" जापानी एनिमेशन के लिए बोलचाल का शब्द है। नीरज ने कई ट्विटर हैंडल बनाए थे जिनमें "GIYU" शब्द शामिल था।

उत्तराखंड पुलिस प्रवक्ता डीआईजी सेंथिल ए कृष्णा राज ने कहा था, 'मुंबई पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच के दौरान उसने दावा किया कि उसने एक सोशल मीडिया मित्र, एक नेपाल निवासी, जो गियू के रूप में पहचाना जाता है, के निर्देश पर फर्जी ट्विटर अकाउंट jattkhalsa07 बनाया। इस अकाउंट का इस्तेमाल 'बुल्ली बाई' ऐप पर सामग्री पोस्ट करने के लिए किया गया था।'

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने कहा कि नीरज बिश्नोई की आत्महत्या की धमकी उसकी मानसिक स्थिति के कारण हो सकती है या शायद वह जांच में देरी करना चाहता है।

पुलिस के अनुसार नीरज ने दावा किया है कि वह इस मामले में गिरफ़्तार किए गए उन व्यक्तियों से कभी नहीं मिला था और यहाँ तक ​​​​कि उनके संपर्क नंबर भी नहीं थे। वह उनसे सोशल मीडिया से जुड़ा था और अधिकटर ट्विटर पर चैट होती थी। पुलिस ने खुलासा किया कि वह मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार श्वेता के ट्विटर अकाउंट का इस्तेमाल कर रहा था।

रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है, 'इससे पहले उसने भारत के साथ-साथ पाकिस्तान के स्कूलों और विश्वविद्यालयों की विभिन्न वेबसाइटों को हैक किया था। स्कूलों से संबंधित वेबसाइटों को हैक करने के उसके दावों की जाँच की जा रही है।

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