बुलंदशहर में गोकशी की अफ़वाह पर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ था और इसमें एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया है। बुलंदशहर हिंसा पर हर अपडेट आप यहाँ पढ़ सकते हैं।
ख़बरों के मुताबिक़, बुलंदशहर में हुई हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की पत्नी ने कहा है कि 'मेरे पति को अक्सर जान से मारने की धमकियाँ मिलती थीं। वह अख़लाक केस की जाँच कर रहे थे इसलिए उन पर हमला हुआ था। मेरे पति पर हमला एक सोची समझी-साजिश थी।'
- बुलंदशहर में हुई हिंसा मामले में ज़िला अदालत ने तीन आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
- शहीद सुबोध की पत्नी रजनी ने कहा, ‘मेरे पति ने बहुत ईमानदारी के साथ काम किया और सारी ज़िम्मेदारी ख़ुद पर लेते रहे। यह पहली बार नहीं हुआ, पहले भी दो बार उन्हें गोली लगी थी। लेकिन अब कोई उन्हें न्याय नहीं दे रहा है।’ सुबोध की पत्नी ने रोते हुए कहा कि न्याय तभी होगा जब मेरे पति के हत्यारे मारे जाएँगे।
- सुबोध की मौत पर नई दिल्ली ज़िले के डीसीपी मधुर वर्मा ने ट्वीट कर कहा है कि पुलिस की वर्दी पर गर्व करने के लिए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह एक शानदार उदाहरण हैं। वे सवाल पूछते हैं कि क्या यह दु:खद नहीं है कि पुलिसकर्मियों के लिए मानवाधिकार नहीं हैं? मधुर वर्मा ने लिखा कि यह पुलिस फ़ोर्स के लिए बहुत दुख भरा दिन है। मेरी संवेदनाएँ पीड़ित परिवार के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।
- बुलंदशहर से बीजेपी सांसद भोला सिंह ने कहा, यहाँ कानून और व्यवस्था आमतौर पर ठीक रहती है। इजतमा के बारे में पुलिस को सूचना नहीं दी गई थी, इसी वज़ह से हिंसा हुई है।
- सूत्रों के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह बात सामने आई है कि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत सिर में .32एमएम की गन से चली गोली लगने से हुई है। इसका मतलब यह हुआ कि भीड़ के इरादे बेहद ख़तरनाक थे और लोग हथियार लेकर आए थे।
- बुलंदशहर हिंसा मामले में आरोपी जितेन्द्र की माँ रतन ने आरोप लगाया है कि गांववालों ने उन्हें बताया कि 70 पुलिसकर्मी उनके घर में घुस आए और जमकर तोड़फ़ोड़ की और उनकी बहू को भी पीटा। इस दौरान वह घर पर नहीं थीं।
- एडीजी (लॉ एंड अॉर्डर) आनंद कुमार ने कहा है कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि इस मामले में जाँच एजेंसियाँ फ़ेल हुई हैं। जाँच पूरी होने तक किसी भी पुलिसकर्मी के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।
- एडीजी (लॉ एंड अॉर्डर) आनंद कुमार ने कहा है कि इस मामले में चार लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। उन्होंने कहा मैं इसमें शामिल संगठनों के बारे में नहीं जानता। हिंसा का मुख्य आरोपी योगेश राज पुलिस की गिरफ़्त से बाहर है।
- बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह का पार्थिव शरीर एटा में उनके पैतृक आवास पर लाया गया।
- उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ओ पी राजभर ने कहा है कि यह विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और बजरंग दल की रची गई साजिश है। इसमें पुलिस अब कुछ बीजेपी के लोगों के नाम ले रही है। मुसलिमों के इजतमा कार्यक्रम के दौरान ही ऐसा क्यों हुआ? शांति को ख़त्म करने के लिए ऐसा किया गया।
- सुबोध कुमार सिंह की बहन ने कहा है कि मेरा भाई अख़लाक हत्या के मामले की जाँच कर रहा था और इसी वजह से ही उसकी हत्या की गई है, यह पुलिस की साज़िश है। मेरे भाई को शहीद घोषित करना चाहिए और स्मारक बनाया जाना चाहिए। हमें पैसे नहीं चाहिए, सीएम केवल गाय, गाय, गाय करते हैं।
- केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा है कि बुलंदशहर की घटना से इंसानियत शर्मसार हुई है। राज्य सरकार ने कहा है कि दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और बिना पक्षपात के न्याय किया जाएगा। मैं अपील करता हूँ कि ऐसे लोगों से सावधान रहें जो अपने फ़ायदे के लिए अशांति फैला रहे हैं।
- बुलंदशहर हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह को रिज़र्व पुलिस लाइन में श्रद्धांजलि दी गई।
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह स्तब्ध करता है कि कैसे भीड़ अख़लाक केस की जाँच करने वाले पुलिस अधिकारी की हत्या कर सकती है? इन्हें क़ानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त कौन देता है? अपने राज्य पर ध्यान देने के बजाए, योगी तेलंगाना जाकर ज़हर उगल रहे हैं।
योगेश राज जिनके ख़िलाफ़ 6 आपराधिक मामले दर्ज़ हैं, इस मामले में मुख्य अभियुक्त हैं।
- बुलंदशहर हिंसा में अब तक 5 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। पुलिस ने कुल 27 नामज़द और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज को एफआईआर में मुख्य आरोपी बनाया है। पहले ख़बर आई थी कि पुलिस ने योगेश राज को गिरफ़्तार कर लिया है लेकिन बाद में इसका खंडन आ गया।
- शहीद सुबोध कुमार सिंह के बेटे अभिषेक ने कहा, 'मेरे पिता मुझे अच्छा इंसान बनाना चाहते थे जो धर्म के नाम पर समाज में हिंसा न फ़ैलाए, आज हिंदू-मुस्लिम के झगड़े में मेरे पिता ने अपनी जान गँवाई है, कल किसके पिता की जान जाएगी?'
- सपा नेता आजम ख़ान ने कहा है कि अगर यह वाकई गोकशी का मामला है तो पुलिस को इस बात की जाँच करनी चाहिए कि वहाँ कौन गोमांस लेकर आया। इस इलाक़े में अल्पसंख्यक आबादी भी नहीं है।
बुलंदशहर में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ था और इसमें एक इंस्पेक्टर सहित दो लोगों की मौत हो गई थी। गाँव स्याना के पास गायों के शव मिलने की ख़बर से पूरे इलाके में तनाव फ़ैला हुआ है। हिंसा में जान गंवाने वाले सुबोध कुमार सिंह ग्रेटर नोएडा के दादरी में हुए अख़लाक हत्याकांड मामले में जाँच अधिकारी रह चुके थे। 2015 में गोकशी की अफ़वाह के चलते अख़लाक की हत्या कर दी गई थी।