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बिधूड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो संसद छोड़ने पर विचारः सांसद दानिश अली

बिधूड़ी पर कार्रवाई नहीं हुई तो संसद छोड़ने पर विचारः सांसद दानिश अली

बसपा सांसद दानिश अली ने स्पीकर को लिखे अपने पत्र में कहा कि भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने उनके खिलाफ "सबसे गंदे, अपमानजनक अपशब्द" कहे। उन्होंने इसकी जांच संसद की प्रिविलेज कमेटी से कराने की मांग की है। बिधूड़ी के खिलाफ देशभर में प्रतिक्रिया हो रही है।

बीएसपी से लोकसभा सांसद कुंवर दानिश अली ने शुक्रवार को कहा कि अगर बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो वह भारी मन से संसद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं। बिधूड़ी ने गुरुवार शाम को लोकसभा में दानिश के खिलाफ सांप्रदायिक अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। दानिश ने लिखा है- जब मेरे साथ ऐसा हो सकता है तो आम आदमी का क्या होगा? अली ने कहा, वह पूरी रात सो नहीं सके क्योंकि उन्हें लगा जैसे उनका दिमाग 'फटने' वाला है।

सांसद दानिश अली ने एनडीटीवी को दिए गए इंटरव्यू में कहा- "क्या संसद का विशेष सत्र निर्वाचित सांसदों को उनके समुदाय से जोड़कर उन पर हमला करने के लिए बुलाया गया था? इसने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। हम देखेंगे कि क्या उनकी पार्टी उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी या उन्हें बढ़ावा देगी। यह नफरत फैलाने वाला भाषण है।" 

बसपा सांसद ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजकर भाजपा सांसद बिधूड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिन्होंने "चंद्रयान की सफलता" पर लोकसभा में चर्चा के दौरान उनके धर्म को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। दानिश अली ने कहा- 

यह पहली बार है कि किसी निर्वाचित सांसद के खिलाफ इस अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया है। यह एक धमकी है। क्या "नए भारत की प्रयोगशाला" के कैडर को यही सिखाया जाता है।


-कुंवर दानिश अली, बसपा सांसद 22 सितंबर 2023 सोर्सः एनडीटीवी

दानिश अली ने स्पीकर को लिखा है- "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और तथ्य यह है कि अध्यक्ष के रूप में आपके नेतृत्व में एक नए संसद भवन में ऐसा हुआ है। इस महान राष्ट्र के एक अल्पसंख्यक सदस्य और एक निर्वाचित संसद सदस्य के रूप में मेरे लिए यह वास्तव में हृदय विदारक है। दानिश अली ने लोकसभा प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 222, 226, 227 के तहत नोटिस भी दिया है। इसके तहत किसी सदस्य द्वारा संसदीय विशेषाधिकार के उल्लंघन की रिपोर्ट की जाती है। सांसद अपनी शिकायत को जांच के लिए विशेषाधिकार समिति को भेजने की मांग करता है।

कुँवर दानिश अली ने अपने पत्र के अंत में कहा, "चूंकि एक अनुभवी सदस्य को अनुशासित करने का यही एकमात्र तरीका है ताकि हमारे देश का माहौल और खराब न हो। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया इस मामले की जांच का आदेश दें।" .

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने शुक्रवार को रमेश बिधूड़ी को "गंभीर कार्रवाई" की चेतावनी दी और उनके इस्लामोफोबिक अपशब्दों को सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया। जैसे ही विपक्षी नेताओं ने भाजपा सांसद की आलोचना की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ ही देर बाद खेद व्यक्त किया। रक्षा मंत्री ने कहा, ''सदस्य की टिप्पणी से अगर विपक्ष आहत हुआ है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।''

विपक्षी दलों ने साफ कर दिया है कि माफी से काम नहीं चलने वाला है। रमेश बिधूड़ी को या तो संसद से निलंबित किया जाए या फिर गिरफ्तार किया जाए। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "यह बेहद शर्म की बात है। राजनाथ सिंह की माफी स्वीकार्य नहीं है और आधी-अधूरी है। यह संसद का अपमान है, यह निलंबन का स्पष्ट मामला है और बिधूड़ी का बयान हर भारतीय का अपमान है। भाजपा नेता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।"

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