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क्या कुणाल कामरा से डर गई सरकार, बीएमसी वाले स्टूडियो गिराने पहुंचे

क्या कुणाल कामरा से डर गई सरकार, बीएमसी वाले स्टूडियो गिराने पहुंचे

महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर तंज कसने वाले कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी इतनी चुभ रही है कि राज्य सरकार ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए मुंबई में हैबिटेट स्टूडियो के कुछ हिस्सों को बीएमसी से ध्वस्त करवा दिया। बुलडोजर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों के बावजूद, इस कार्रवाई ने बहस को जन्म दे दिया है।

स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा के तंज का शिकार मुंबई का हेबिटेट स्टूडियो हुआ। जिसके कुछ हिस्से को गिराने बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के कर्मचारी सोमवार दोपहर को पहुंचे और गिरा दिया। कुणाल ने सिर्फ एक शो किया था, जिसमें महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तरफ संकेत देते हुए तंज कसे। एक गाना भी उसमें गाया जिसमें गद्दार शब्द का इस्तेमाल किया गया। इस पर शिंदे गुट की शिवसेना के लोगों ने पहले तो रविवार शाम को स्टूडियों में तोड़फोड़ की। लेकिन सोमवार को बीएमसी ने भी कार्रवाई कर दी। महाराष्ट्र में सुप्रीम कोर्ट के दिशानिर्देशों के बावजूद बुलडोजर का इस्तेमाल जारी है। नागपुर और मुंबई की घटनाएं एकदम ताजा हैं।

सूत्रों ने बताया कि सोमवार सुबह परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी से बात की, जिन्होंने एच वेस्ट वार्ड के कर्मचारियों को निरीक्षण करने का निर्देश दिया। अधिकारियों के अनुसार, स्टूडियो का परिसर दो होटलों के बीच एक अतिक्रमण वाले क्षेत्र में है। सहायक आयुक्त विनायक विस्पुते ने कहा, "स्टूडियो के मालिक ने कुछ अस्थायी अवैध शेड बनाए हैं, जिन्हें हम अब हटा रहे हैं। इसके लिए किसी नोटिस की आवश्यकता नहीं है।" विस्पुते ने यह भी उल्लेख किया कि और भी जांच की जा रही है। उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

विपक्षी दल बीएमसी की कार्रवाई को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बयान से जोड़कर देख रहे हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि "हर किसी को स्टैंड-अप कॉमेडी करने का अधिकार है। लेकिन आजादी का अर्थ अनियंत्रित व्यवहार नहीं होना चाहिए। कामरा को अपने व्यवहार के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए। नेताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।" महाराष्ट्र में बुलडोजर की दूसरी कार्रवाई नागपुर में हुई। वहां पर नागपुर हिंसा के कथित आरोपी फहीम शमीम खान के घर पर बुलडोजर चलाया गया। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इस मामले में भी आरोपियों पर बुलडोजर की कार्रवाई का संकेत दिया था। 

विवाद तब शुरू हुआ जब कुणाल कामरा, जो सत्तारूढ़ व्यवस्था की तीखी आलोचना के लिए जाने जाते हैं, ने एक लोकप्रिय हिंदी गीत का पैरोडी बनाकर शिंदे के 2022 में अपने पूर्व बॉस उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत को चित्रित किया। कामरा द्वारा साझा किए गए उनके हालिया शो के एक क्लिप में वे बॉलीवुड फिल्म "दिल तो पागल है" के एक गीत को स्पूफ के रूप में गाते हुए दिखे, जिसमें "ठाणे के एक नेता" का जिक्र था। उन्होंने शिंदे की शारीरिक बनावट और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ उनके समीकरण पर टिप्पणी की। हालांकि, क्लिप में कामरा ने शिंदे का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया।

विवाद के कुछ घंटों बाद, कॉमेडियन ने चार शब्दों के एक संक्षिप्त पोस्ट के साथ जवाब दिया। कामरा ने एक्स पर लिखा-"आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता", साथ में अपनी एक तस्वीर साझा की जिसमें वे संविधान की एक प्रति पकड़े हुए थे।

कुणाल कामरा के वीडियो ने भारी विवाद खड़ा कर दिया और जल्द ही हंगामा शुरू हो गया। कामरा की टिप्पणियों से शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता नाराज हो गए और रविवार को उन्होंने मुंबई के खार क्षेत्र में एक स्टूडियो और यूनिकॉन्टिनेंटल होटल में तोड़फोड़ की। उनका दावा था कि यह वीडियो इसी स्थान पर शूट किया गया था।

यह सब तब हो रहा है, जब सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर के इस्तेमाल पर रोक लगाने के स्पष्ट दिशानिर्देश जारी किए थे। सुप्रीम कोर्ट ने साफ तौर पर कहा था कि अवैध निर्माण गिराने से 15 दिनों पहले नोटिस देना होगा। लेकिन कुणाल कामरा के मामले में इसका उल्लंघन किया गया। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया था कि अवैध निर्माण करने वाले को पहला मौका दिया जाए कि वो खुद गिराए। अगर निर्देश नहीं माने गए तो अधिकारियों को फिर से निर्माण का खर्च उठाना होगा। फिर भी, महाराष्ट्र में इस तरह की कार्रवाई जारी रहना सवाल उठाता है कि क्या नियमों का पालन वास्तव में हो रहा है।

आलोचना बर्दाश्त नहीं

विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने हैबिटेट स्टूडियो में तोड़फोड़ के बाद राज्य में “बिगड़ती कानून व्यवस्था” को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी की आलोचना की, जिसके बाद महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि “कामरा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई वाली भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। जब वही कामरा हमारे नेता का अपमान करते हैं तो इसका क्या मतलब है? कामरा ने अपने वीडियो में पीएम नरेंद्र मोदी, आनंद महिंद्रा जैसे वरिष्ठ उद्योगपतियों और यहां तक ​​कि सुप्रीम कोर्ट का भी अपमान किया है। सामंत ने कहा, “अगर कामरा दानवे या उद्धव ठाकरे के खिलाफ इसी तरह की टिप्पणी (शिंदे को निशाना बनाते हुए) करते हैं, तो हम अपने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखेंगे और आपका बचाव करेंगे।” 

महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाइक ने सोमवार को कहा कि कुणाल कामरा के खिलाफ MIDC पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर को खार पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया गया है। उन्होंने कहा, "मैंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की और जांच के बारे में जानकारी ली। कामरा महाराष्ट्र में नहीं है। वह पांडिचेरी चले गए हैं। पुलिस की टीमें कामरा का पता लगाने और उन्हें हिरासत में लेने के लिए पांडिचेरी में पुलिस के साथ तालमेल कर रही हैं। मैंने मांग की है कि कामरा को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और मुंबई लाया जाए।"

इस बीच शिवसेना (शिंदे गुट) के 11 कार्यकर्ताओं, जिनमें राहुल कनाल भी शामिल थे, को तोड़फोड़ के आरोप में गिरफ्तार किया गया। लेकिन इन पर मामूली धाराएं लगाई गई हैं। दूसरी तरफ इन्हीं लोगों ने कुणाल कामरा के खिलाफ दो एफआईआर कराई हैं।

रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी

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