उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई है। कार्यकर्ता का नाम बाबर है और उसके परिजनों ने आरोप लगाया कि बाबर की हत्या सिर्फ इसलिए की गई क्योंकि वह बीजेपी का समर्थक था। हालाँकि, कुशीनगर पुलिस ने बाबर की हत्या की वजह नाली को लेकर आपसी विवाद बताया है। राज्य सरकार इस मामले में बेहद सख्त हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख जताया है और इसकी जांच के आदेश दिए हैं।
बाबर की उम्र 25 साल थी। बाबर की 20 मार्च को पिटाई की गई थी और गंभीर हालत में उसे लखनऊ के एक अस्पताल में ले जाया गया था जहां उसने दम तोड़ दिया।
रविवार को जब उसका शव गांव में पहुंचा तो उसके परिवार ने हत्यारों की गिरफ्तारी होने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। हालांकि प्रशासन के मनाए जाने के बाद वे मान गए।
बाबर के परिजनों का कहना है कि उनके पड़ोसी बाबर से इसलिए नाराज रहते थे क्योंकि वह बीजेपी का प्रचार करता था। उसके पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने उसे चेताया था कि वह बीजेपी का समर्थन ना करे।
10 मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद बाबर ने अपने इलाके में मिठाई बांटी थी।
बाबर की मां ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी को वोट देने की वजह से बाबर को मार दिया गया। उन्होंने कहा कि उस पर साइकिल पर वोट देने का दबाव बनाया गया था। बीजेपी को वोट देने के कारण गंडासे और हथौड़े से उसे मार डाला।
हालाँकि, कुशीनगर पुलिस ने बाबर की हत्या की वजह नाली को लेकर आपसी विवाद बताया है। पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि दो अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया है और बाक़ी की गिरफ़्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। लापरवाही बरतने पर प्रभारी निरीक्षकत दुर्गेश कुमार सिंह को पुलिस लाइन कुशीनगर संबद्ध किया गया है।
कुशीनगर के एसडीएम वरूण पांडे ने पत्रकारों से कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज हो गई है और परिजन जिन भी लोगों के नाम बाबर की हत्या में देना चाहते हैं उनका नाम एफआईआर में शामिल किया जाएगा।
बख्शे नहीं जाएंगे हत्यारे
बीजेपी के स्थानीय विधायक पीएन पाठक ने कहा कि बाबर की हत्या में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि ढूंढ-ढूंढ कर ऐसे लोगों को पकड़ेंगे और इन लोगों को समझ में आ जाएगा कि उन्होंने क्या गलती की है। पाठक बाबर के जनाजे में भी शामिल हुए और उसकी अर्थी को कंधा दिया।