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मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव भाजपा ऐसे ‘फर्जीवाड़ा’ करके जीती, वीडियो वायरल

मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव भाजपा ऐसे ‘फर्जीवाड़ा’ करके जीती, वीडियो वायरल

लोकसभा चुनाव के दौरान मध्य प्रदेश में भाजपा को मिली प्रचंड सफलता की असलियत अब सामने आ रही है। सागर की भाजपा सांसद लता वानखेड़े का ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें तमाम भाजपा नेता-कार्यकर्ता उन्हें बता रहे हैं कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में किस तरह के हथकंडों का इस्तेमाल करके भाजपा को जिताया। वीडियो वायरल होने के बाद सांसद विवादों में हैं लेकिन चुनाव जीतने के भाजपाई तरीके का भंडाफोड़ हो गया है। 

लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा मध्य प्रदेश में किए गए ‘फर्जीवाड़े’ से जुड़ा वीडियो वायरल होने के बाद सागर सांसद लता वानखेड़े की कुर्सी पर बन आयी है। वायरल हुए वीडियो में बीजेपी सांसद की मौजूदगी में लोकसभा चुनाव में सागर सीट पर तमाम फर्जीवाड़े की ‘कहानी’ भाजपाई अपने ही श्रीमुख से बयां कर रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस आक्रामक हो गई है। सांसद वानखेड़े का निर्वाचन शून्य घोषित करने की मांग पर अड़ गई है।

सागर से भाजपा की सांसद लता वानखेड़े गुरूवार को दल-बल के साथ अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाली सिरोंज विधानसभा क्षेत्र के लटेरी क़स्बे में आयोजित कुश जयंती के कार्यक्रम में पहुंची थीं। कार्यक्रम के ऐन पहले भाजपाई आपस में उलझ गए। झंझट बढ़ा। स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने दावे ठोके, किसी ने इसका वीडियो बनाकर वायरल किया तो पूरा मामला उलटा पड़ गया।

भाजपा के मंडल महामंत्री रामगुलाम राजोरिया समेत कुछ नेताओं ने सांसद के प्रवास को लेकर नाराजगी जताई। इन नेताओं का कहना था, ‘लोकसभा चुनाव में मेहनत करके हम लोगों ने आपको जिताया, अब आप संगठन और पार्टी को बिना बताए एवं बिना विश्वास में लिए क्षेत्र के दौरे कर रही हैं। आपके कार्यक्रमों की मालूमात सोशल मीडिया से हो पा रही है।’

सांसद वानखेड़े और उनकी टीम के सामने आक्रोश एवं आपत्तियां दर्ज करने वाले यहीं नहीं रूके। उन्होंने आगे कहा, ‘आपका भोजन जिस शख्स के यहां सुनिश्चित हुआ है, वह कांग्रेसी है। हमारी विचाराधारा का नहीं है। अगर आप उसके यहां खाना खाने जाओगी तो कार्यकर्ताओं और पार्टी की नाक कट जाएगी।’

कार्यकर्ता बोला ‘मैंने 15 वोट डाले’

सांसद से चर्चा के दौरान, वायरल वीडियो में सिरोंज के भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा के प्रतिनिधि और लटेरी नगर परिषद अध्यक्ष के पति संजय अत्तु भंडारी बेहद गुस्से में नजर आये। संजय कहना था, ‘जो लोग आज बात कर रहे हैं, वे लोकसभा चुनाव में कहां थे? हमने 13 मतदान केंद्रों पर कांग्रेस का कोई भी पोलिंग एजेंट नहीं बैठने दिया। हम लड़े हैं आपके लिए।’

वायरल वीडियो में ही एक अन्य युवक ताल ठोकते हुए फरमा रहा है, ‘मैंने 15 वोट डाले थे। फर्जी तरीके से मतदान हमने किया था। जेल जाते तो हम जाते।’

बहसबाजी के दौरान कार्यकर्ता और पदाधिकारियों को जुबानी जंग के साथ आपस में गुत्थम-गुत्था होने की संभावनाएं बनता देख, सांसद अपनी गाड़ी में बैठकर मौके से रवाना हो जाती हैं।

मामले ने पकड़ा तूल, कांग्रेस मैदान में

वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस ने आक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के सीनियर लीडर भूपेन्द्र गुप्ता ने ‘सत्य हिन्दी’ से कहा है, ‘लोकसभा चुनाव के पहले से कांग्रेस फर्जीवाड़े की और चुनाव आयोग का ध्यान खींच रही थी। सप्रमाण शिकायतें कर रही  थी, लेकिन आयोग टस के मस नहीं हुआ। फर्जीवाड़ा होने दिया। अब गडबड़ियों की पोल जब भाजपाई ही खोल रहे हैं। आयोग को मामले को संज्ञान में लेना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘हम सागर लोकसभा का निर्वाचन शून्य घोषित करने और निष्पक्ष तरीके से सागर में पुनः चुनाव की मांग आयोग से करते हैं।’भूपेन्द्र गुप्ता यही नहीं रूके और उन्होंने यह भी कहा, ‘चुनाव आयोग बेहद गंभीर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करेगा तो कांग्रेस मसले को कोर्ट लेकर जायेगी। मुद्दा छोड़ेगी नहीं।’

संजय भंडारी ने मारी पलटी..! मामला गरमाने के बाद भाजपा नेता संजय अत्तु भंडारी पलटी मार गए है। उन्होंने सफाई देते हुए मीडिया से कहा है, ‘सिरोंज-लटेरी विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस का संगठन ही नहीं है। यहां उनको कार्यकर्ता ही नहीं मिलते। लटेरी में 13 बूथ ऐसे थे जिनमें एजेंट नहीं थे, यही बात मैंने कही है। फर्जी वोट डालने की बात किस कार्यकर्ता ने कहीं यह मुझे पता नहीं है।’

भाजपा ने सभी 29 सीटें जीती हैं

लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटें जीती हैं। यह पहला मौका रहा, जब कांग्रेस को एक भी सीट सूबे में नहीं मिली। चुनाव के दौरान भाजपा खेमे ने कांग्रेस में सेंधमारी भी जमकर की थी। कई विधायकों को तोड़ा था। बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेताओं-कार्यकर्ताओं को अपने खेमे में लिया था।

भाजपा के ‘ऑपरेशन’ का आलम यह रहा था कि नाम वापसी वाले दिन इंदौर से टिकिट पाने वाले अक्षय कांति बम नाम वापस लेकर भाजपा की गोद में जा बैठे थे। ऐसे ही खजुराहो लोकसभा सीट कांग्रेस ने इंडिया गठबंधन के पार्टनर सपा को दी थी। लेकिन सपा उम्मीदवार का परचा रद्द हो गया था।

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