कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किए जाने की अटकलों के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार 4 जनवरी को एक वीडियो संदेश जारी किया। केजरीवाल ने कहा- “पिछले दो सालों से आपने शराब घोटाला शब्द कई बार सुना होगा। इस सिलसिले में कई बार छापेमारी हो चुकी है। एजेंसियों को एक भी रुपया नहीं मिला। धन कहां चला गया? क्या यह यूं ही हवा में गायब हो गया? सच तो यह है कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है।'' केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय के तीसरे समन को नजरअंदाज करने के एक दिन बाद एक वीडियो संदेश में गुरुवार को यह बात कही।
केजरीवाल ने कहा- “आप के कई नेताओं को इस संबंध में झूठा फंसाया गया है और वे जेल में बंद हैं जबकि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है। अब बीजेपी मुझे गिरफ्तार करना चाहती है। मेरी सबसे बड़ी ताकत मेरी ईमानदारी है। केजरीवाल ने कहा, वे मुझे बदनाम करना चाहते हैं, झूठे आरोप लगाकर मेरी छवि को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं।
ईडी समन पर बोलते हुए केजरीवाल ने कहा कि उनके वकीलों ने उन्हें बताया कि समन अवैध थे। केजरीवाल ने कहा, "मैंने विस्तार से लिखा कि उनके समन अवैध क्यों थे। लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया क्योंकि उनके पास कोई जवाब नहीं था। क्या मुझे अवैध समन का पालन करना चाहिए? अगर मुझे कानूनी समन भेजा जाता है तो मैं सहयोग करूंगा।"
दिल्ली के सीएम ने कहा- "भाजपा के पास जांच करने के लिए कुछ भी नहीं है। वे सिर्फ मुझे लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकना चाहते हैं। अन्यथा, वे मुझे चुनाव से ठीक पहले क्यों बुलाते? जांच दो साल से चल रही है। सीबीआई ने मुझे आठ बार बुलाया महीनों पहले। क्या मैं उसमें शामिल नहीं हुआ था? सीबीआई ने जो भी पूछा, मैंने सभी जवाब दिए। लेकिन वे सिर्फ मुझे बुलाने के बहाने मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं।''
केजरीवाल ने कहा- "ईडी मुझे चुनाव से ठीक दो महीने पहले बुला रही है, जो साबित करता है कि उनके मन में कोई जांच नहीं है। भाजपा अन्य दलों के नेताओं को पकड़ने के लिए ईडी और सीबीआई का उपयोग कर रही है। इस बात के एक से अधिक उदाहरण हैं कि भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को तुरंत क्लीन चिट कैसे मिल जाती है। आज मनीष सिसौदिया, सत्येन्द्र जैन और संजय सिंह जेल में हैं, इसलिए नहीं कि वे भ्रष्टाचार में शामिल थे, बल्कि इसलिए क्योंकि उन्होंने भाजपा में शामिल होने से इनकार कर दिया था। अगर हमने कुछ गलत किया होता, तो हम अब तक भाजपा में शामिल हो गए होते।''
इस मामले में बुधवार से गुरुवार तक घटनाक्रम जानिए
- केजरीवाल को ईडी ने तीसरी बार 3 जनवरी को तलब किया था। केजरीवाल ने समन खारिज कर दिया और कहा कि वह गणतंत्र दिवस और राज्यसभा चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं।
- केजरीवाल ने कहा कि अगर एजेंसी सवाल भेजती है तो वह उसका जवाब दे सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि एजेंसी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि केजरीवाल को गवाह के रूप में बुलाया जा रहा है या आरोपी के रूप में।
- दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने बुधवार रात ट्वीट किया कि उन्हें जानकारी है कि केजरीवाल को गुरुवार सुबह ईडी द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा।
- मंत्रियों के ट्वीट के कारण सुबह सिविल लाइंस स्थित केजरीवाल के आवास के सामने बड़ा ड्रामा हुआ।
- आप नेताओं ने दावा किया कि केजरीवाल के आवास की ओर जाने वाली सभी सड़कें बंद कर दी गईं, जबकि पुलिस ने कहा कि तैनाती मीडिया कर्मियों की उपस्थिति का प्रबंधन करने के लिए थी।
ईडी का खंडन
- ईडी ने गुरुवार को केजरीवाल के घर पर किसी भी तरह की छापेमारी की अफवाहों को खारिज कर दिया। रिपोर्टों में कहा गया है कि एजेंसी मुख्यमंत्री के जवाब की जांच करते हुए उन्हें चौथा समन भेजने की तैयारी कर रही है।
- AAP ने कहा कि केजरीवाल 6 जनवरी को तीन दिवसीय दौरे के लिए गुजरात रवाना होंगे।
- केजरीवाल ने गुरुवार को वीडियो बयान जारी कर भाजपा पर आरोप लगाया कि वो लोकसभा चुनाव में उन्हें रोकने के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है।
केजरीवाल बनाम ईडी प्रकरण से यह साफ हो गया है कि आम आदमी पार्टी इस मौके को ज्यादा से ज्यादा अपने पक्ष में भुनाने की कोशिश कर रही है और उसके लिए उसने बातों को इस तरह पेश किया कि वाकई केजरीवाल कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। दूसरी तरफ भाजपा और मोदी सरकार पर लगातार ईडी के दुरुपयोग का आरोप विपक्ष लगा रहा है। विपक्ष के कई नेताओं पर छापे और कार्रवाई से यह संकेत भी मिल रहा है। सरकार का कहना है कि ईडी करप्शन के मामलों में जांच करके छापे मारती है लेकिन उन तमाम केसों का मीडिया ट्रायल पहले ही शुरू हो जाता है और खासकर टीवी मीडिया उसे इस तरह पेश करता है कि विपक्ष के सारे नेता चोर हैं।