बीजेपी विधायक राजा सिंह निलंबित, पार्टी ने भेजा कारण बताओ नोटिस
पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने वाले तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह को बीजेपी ने निलंबित कर दिया है। टी. राजा सिंह को कारण बताओ नोटिस भी भेजा गया है और पार्टी ने उनसे 10 दिन के भीतर इसका जवाब देने के लिए कहा है।
बता दें कि टी. राजा सिंह की विवादित टिप्पणी के बाद हैदराबाद में कई जगहों पर मुस्लिम समुदाय के लोग सोमवार रात को सड़कों पर उतर आए थे।
उन्होंने विधायक को तुरंत गिरफ्तार किए जाने की मांग की थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी और मंगलवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।
बीजेपी की केंद्रीय अनुशासन समिति की ओर से भेजे गए नोटिस में टी. राजा सिंह से कहा गया है कि कई मामलों में उनके विचार पार्टी की लाइन के खिलाफ रहे हैं और यह पार्टी के संविधान का खुला उल्लंघन है। समिति के सचिव ओम पाठक ने कहा है कि विधायक को पार्टी की जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त किया जाता है।
इसके साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस का 10 दिन के भीतर जवाब देने के लिए भी कहा गया है और उनसे पूछा गया है कि आखिर उन्हें क्यों नहीं पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए। विधायक से कहा गया है कि वह 2 सितंबर तक अपना जवाब पार्टी तक पहुंचा दें।
टी. राजा सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह पैगंबर पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए नजर आ रहे हैं। टी. राजा सिंह हैदराबाद में गोशामहल सीट से बीजेपी के विधायक हैं और पहले भी इस तरह की विवादित टिप्पणियां करते रहे हैं।
राजा सिंह का बयान
राजा सिंह ने पूछा है कि उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं होती जिन्होंने हिंदू देवी-देवताओं पर का मजाक बनाया। क्या राम हमारे राम नहीं हैं या सीता हमारी सीता माता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में भगवान राम और सीता के भक्त पूछ रहे हैं कि जिसने हमारे राम के खिलाफ अभद्र बातें कहीं, उसे सुरक्षा क्यों दी गई है ऐसी सुरक्षा तो प्रधानमंत्री को भी नहीं दी जाती। राजा सिंह कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के बारे में बात कर रहे थे।
राजा सिंह के नेतृत्व में पिछले दिनों बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के शो का विरोध किया था। पुलिस की जबरदस्त सुरक्षा के बीच मुनव्वर फारूकी का कॉमेडी शो आयोजित हुआ था। शो का विरोध करने की वजह से बीजेपी विधायक और उनके समर्थकों को हाउस अरेस्ट कर लिया गया था।
बता दें कि इससे पहले नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के द्वारा पैगंबर पर की गई टिप्पणियों को लेकर देशभर में अच्छा खासा विवाद हो चुका है। नूपुर शर्मा को बीजेपी ने निलंबित कर दिया था जबकि नवीन जिंदल को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था।