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भाजपा शासित एमपी में शर्मनाकः सेना के ट्रेनी अफसरों को लूटा, महिला मित्र से गैंगरेप

भाजपा शासित एमपी में शर्मनाकः सेना के ट्रेनी अफसरों को लूटा, महिला मित्र से गैंगरेप

भाजपा शासित मध्य प्रदेश के इंदौर में शर्मनाक घटना हुई है। महू-मंडलेश्वर रोड के पास बदमाशों ने सेना के अधिकारियों से लूटपाट की और उनकी महिला मित्र से गैंगरेप किया। गैर भाजपा शासित राज्य में ऐसी घटना पर भाजपा हायतौबा मचा देती है और राष्ट्रव्यापी आंदोलन शुरू कर देती है लेकिन मध्य प्रदेश में रेप और गैंगरेप की घटनाएं लगातार हो रही है लेकिन भाजपा नेताओं के मुंह सिले हुए और वे किसी घटना पर कुछ नहीं बोलते।

इंदौर पुलिस ने बताया कि भारतीय सेना के दो युवा अधिकारियों की पिटाई की गई और उनकी दो महिला मित्रों में से एक के साथ अज्ञात लोगों ने गैंगरेप किया। चारों बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में पिकनिक पर गए थे। पीटीआई के मुताबिक बड़गोंदा पुलिस थाना प्रभारी लोकेंद्र सिंह हिरोरे ने कहा कि अधिकारियों की उम्र 23 और 24 साल की है। दोनों महू छावनी शहर के इन्फैंट्री स्कूल में यंग ऑफिसर्स (वाईओ) कोर्स कर रहे है। वे लोग मंगलवार को अपनी दो महिला मित्रों के साथ पिकनिक के लिए निकले गए थे। .

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार सुबह करीब 2 बजे 6-7 लोगों का एक समूह महू-मंडलेश्वर रोड पर पिकनिक स्पॉट के पास पहुंचा और कार में बैठे एक अधिकारी और एक महिला मित्र की पिटाई शुरू कर दी। शोर सुनकर अन्य अधिकारी और महिला, जो पहाड़ी की चोटी पर थे, मौके पर पहुंचे।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, जिसमें एक अधिकारी द्वारा दर्ज की गई शिकायत का हवाला दिया गया, हमलावरों ने बंदूक की नोक पर उस जोड़े को कार में बंधक बना लिया, जिस पर उन्होंने हमला किया था।

उन्होंने दूसरे अधिकारी से 10 लाख रुपये की फिरौती लाने को भी कहा। इसके बाद, अधिकारी ने इस अवसर का इस्तेमाल महू में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करने में किया। जिन्होंने बदले में पुलिस को सतर्क कर दिया। पुलिस की एक टीम को इलाके में भेजा गया, लेकिन तब तक हमलावर इलाके से भाग चुके थे।

सेना के अधिकारियों और उनकी महिला मित्रों को महू सिविल अस्पताल लाया गया, जहां मेडिकल जांच में पुष्टि हुई कि उनमें से एक महिला के साथ गैंगरेप हुआ था।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (गैंगरेप), 310-2 (डकैती), 308-2 (जबरन वसूली) और 115-2 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी की शिकायत के आधार पर शस्त्र अधिनियम भी लगाया गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि अब तक छह संदिग्धों की पहचान की गई है। इनमें से दो को हिरासत में लिया गया है। इंदौर ग्रामीण एसपी हितिका वासल ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हिरासत में लिए गए लोगों में से एक के खिलाफ 2016 में लूट का मामला दर्ज है। हमने दो लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक पर 2016 में लूट का मामला दर्ज है। यह कोई संगठित गिरोह नहीं था। उन्होंने इन युवाओं को देखा जो एक रात के स्थान पर एकत्र हुए थे और उन पर हमला करने का फैसला किया। एक व्यक्ति के पास पिस्तौल भी थी।

राहुल गांधी ने इस घटना पर क्या कहा

नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इस घटना पर कहा- मध्य प्रदेश में सेना के दो जवानों के साथ हिंसा और उनकी महिला साथी के साथ दुष्कर्म पूरे समाज को शर्मसार करने के लिए काफी है। भाजपा शासित राज्यों की कानून व्यवस्था लगभग अस्तित्वहीन है - और, महिलाओं के खिलाफ़ दिन प्रतिदिन बढ़ते अपराधों पर भाजपा सरकार का नकारात्मक रवैया अत्यंत चिंताजनक। अपराधियों की ये निर्भीकता प्रशासन की पूर्ण नाकामी का परिणाम है और इस कारण देश में पनपता असुरक्षित वातावरण भारत की बेटियों की स्वतंत्रता, उनकी आकांक्षाओं पर बंदिश है। समाज और सरकार दोनों शर्मिंदा हों और गंभीरता से विचार करें - देश की आधी आबादी की रक्षा की ज़िम्मेदारी से कब तक आंख चुराएंगे!

भाजपा की आंख पर पट्टी बंधी

एमपी में गैंगरेप और लूट की यह पहली घटना नहीं है। लेकिन यह सुर्खियों में इसलिए आया, क्योंकि इसमें वारदात सेना के अधिकारियों के साथ हुई है। इंदौर में पिछले दिनों सार्वजनिक स्थल पर रेप की घटना सामने आ चुकी है। भाजपा ऐसे मुद्दों को उठाने में यह सावधानी बरतती है कि घटना किस राज्य में हुई है। पश्चिम बंगाल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या को उसने तूल देकर राष्ट्रीय मुद्दा बनाया और मांग मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की हुई। लेकिन एमपी-यूपी में उसी तरह की वीभत्स घटनाओं पर भाजपा ने चुप्पी साध रखी है। इंदौर की घटना पर उसका कोई बयान नहीं देखा गया। जबकि घटना को 24 घंटे हो चुके हैं। 

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