श्रीकांत त्यागी पर बीजेपी बंटी, केंद्रीय मंत्री का रुख अलग
केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने रविवार को त्यागी समुदाय द्वारा श्रीकांत त्यागी के समर्थन आयोजित महापंचायत को समर्थन दिया। हालांकि इस महापंचायत में बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री डॉ महेश शर्मा के खिलाफ नारे लगे। यह महापंचायत महिला को अपशब्द बोलने के मामले में गिरफ्तार नेता श्रीकांत त्यागी के समर्थन में नोएडा में आयोजित की गई। इस तरह श्रीकांत के समर्थन में केंद्रीय मंत्री और विरोध में बीजेपी सांसद और यूपी सरकार खड़ी हो गई है।
UP | Shrikant Tyagi should get punishment for whatever he has done but it's not right the way his family faced problems. Tyagi community has always voted for us. So if there is anything, we'll sit & talk with them: Union Minister Sanjiv Balyan on Mahapanchyat by Tyagi community pic.twitter.com/OnThWheqWz
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 21, 2022
श्रीकांत त्यागी बीजेपी से जुड़े संगठन भारतीय किसान मोर्चा के पदाधिकारी रह चुके हैं, इसलिए यह मामला अब बीजेपी में आपस की रस्साकशी का मामला बन गया है। बीजेपी श्रीकांत त्यागी को अपना नेता या कार्यकर्ता मानने से इनकार करती रही है लेकिन श्रीकांत त्यागी के बीजेपी के तमाम महत्वपूर्ण नेताओं के साथ फोटो हैं, जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा तक शामिल हैं।
वोट का सवाल है
केंद्रीय मंत्री बालियान ने कहा कि श्रीकांत त्यागी को दंडित किया जाना चाहिए लेकिन उनके परिवार को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यह सही नहीं। उन्होंने आगे आश्वासन दिया कि अगर कोई मुद्दा उठता है तो हम बैठकर बात करेंगे। श्रीकांत त्यागी ने जो कुछ भी किया है, उसके लिए उन्हें सजा मिलनी चाहिए, लेकिन जिस तरह से उनके परिवार ने समस्याओं का सामना किया, वह सही नहीं है। बता दें संजीव बालियान मुजफ्फरनगर से बीजेपी सांसद हैं। वो पश्चिमी यूपी के विवादास्पद नेताओं में शुमार होते रहे हैं। समाजवादी पार्टी उन पर मुजफ्फरनगर दंगों को लेकर तमाम आरोप लगा चुकी है।
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त्यागी समुदाय ने हमेशा हमें (बीजेपी) वोट दिया है। इसलिए अगर कुछ हुआ है, तो हम उनके साथ बैठकर बात करेंगे।
-डॉ संजीव बालियान, केंद्रीय मंत्री रविवार को
त्यागी पश्चिमी यूपी में एक प्रमुख समुदाय है। त्यागियों ने श्रीकांत त्यागी का समर्थन करने के लिए एक महापंचायत रविवार को आयोजित की। त्यागी को एक वीडियो वायरल होने के कुछ दिनों बाद गिरफ्तार किया गया था जिसमें उन्हें नोएडा के सेक्टर 93 में ग्रैंड ओमेक्स में एक महिला को गाली देते हुए देखा जा सकता है।
त्यागी समुदाय द्वारा महापंचायत से पहले नोएडा पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च निकाला। अधिकारियों ने इस महापंचायत को पूरी तवज्जो दी। जिलाधिकारी त्यागी समाज का ज्ञापन लेने के लिए खुद मौजूद रहे। ज्ञापन में आरोपी श्रीकांत त्यागी को छोड़ने की मांग की गई है। वीडियो वायरल होने के बावजूद त्यागी समाज को लगता है कि श्रीकांत त्यागी को फंसाया गया है और इसमें बीजेपी सांसद डॉ महेश शर्मा की भूमिका है। हालांकि इस मामले में यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी नोएडा पुलिस को कार्रवाई का निर्देश दिया था।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने भी त्यागी समुदाय की महापंचायत को समर्थन दिया। बीकेयू का मानना है कि श्रीकांत त्यागी और उनके परिवार का कथित उत्पीड़न किया जा रहा है। बीकेयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने त्यागी महापंचायत को समर्थन देते हुए कहा कि इस मामले को बातचीत के जरिए सुलझाया जा सकता था। कथित अवैध निर्माण को गिराने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करना और श्रीकांत त्यागी पर गैंगस्टर एक्ट लागू करना, प्रशासन द्वारा परिवार को परेशान करना निश्चित रूप से अनुचित है। एक उचित प्रक्रिया है जिसे अपनाना चाहिए था।
बीजेपी का पदाधिकारी होने का दावा करने वाले श्रीकांत त्यागी 5 अगस्त को नोएडा में अपनी सोसाइटी की रहने वाली एक महिला से मारपीट और गाली-गलौज करने के आरोप में जेल में हैं। घटना के बाद चार दिन तक फरार रहने के बाद उन्हें 9 अगस्त को मेरठ से गिरफ्तार किया गया था। नोएडा पुलिस के मुताबिक त्यागी के खिलाफ पांच मामले दर्ज हैं। पांच में से दो पर महिलाओं के साथ बदसलूकी करने के आरोप में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
ग्रैंड ओमेक्स हाउसिंग सोसाइटी की सहनिवासी महिला और श्रीकांत त्यागी के बीच कहा-सुनी का वीडियो वायरल होने के बाद, पुलिस हरकत में आ गई थी और त्यागी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। उस वायरल वीडियो में त्यागी उस महिला के अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहा था। सोसाइटी की उस महिला ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए त्यागी द्वारा कुछ पेड़ लगाने पर आपत्ति जताई थी, जबकि त्यागी ने दावा किया था कि ऐसा करना उसके अधिकार में है।