मध्य प्रदेश से राज्यसभा सीट पर उम्मीदवारी की आस लगाये बैठे भाजपा के नेताओं को एक बार फिर आलाकमान ने धीरे से जोर का झटका दे दिया। राज्य की एकमात्र रिक्त सीट से मोदी सरकार के सहयोगी जार्ज कुरियन को भेजा जायेगा। पार्टी नेतृत्व का दांव एक तीर से दो निशाना करार दिया जा रहा है।
एमपी में जॉर्ज कुरियन के अलावा, बीजेपी ने असम के लिए मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार के लिए मनन कुमार मिश्र, हरियाणा के लिए किरण चौधरी, महाराष्ट्र के लिए धैर्यशील पाटिल, ओडिशा के लिए ममता मोहंता, राजस्थान के लिए सरदार रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा के लिए राजीव भट्टाचार्य को राज्यसभा का उम्मीदवार घोषित किया है।
बहरहाल, मध्य प्रदेश में राज्यसभा की जिस सीट पर जार्ज कुरियन को उम्मीदवार बनाया गया है, वह सीट केन्द्र में मंत्री बनाये गये ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे से रिक्त हुई थी। गुना लोकसभा सीट पर 2024 में निर्वाचित घोषित होने के बाद सिंधिया ने राज्यसभा सीट को छोड़ दिया था। राज्यसभा की इस सीट पर दो सालों से ज्यादा का कार्यकाल अभी शेष है।सिंधिया के इस्तीफे के बाद मध्य प्रदेश में राज्यसभा जाने को लालायित कई दावेदार गुणा-भाग और जोड़-तोड़ में जुट गए थे। जो नाम चल रहे थे, उनमें गुना लोकसभा सीट पर 2019 का चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराने वाले डॉ. के.पी. सिंह यादव ऊपरी पायदान पर माने जा रहे थे।
राज्यसभा की दौड़ में कई सारे स्वयंभू नामों में शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा और जयभान सिंह पवैया का नाम भी शुमार था। कांग्रेस से भाजपा में आये मुकेश सिंह और भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष का भी नाम चला था।एक सुगबुगाहट यह भी बनी हुई थी कि यदि मध्य प्रदेश के नेताओं को राज्यसभा नहीं भेजा गया तो तेलंगाना की हैदराबाद लोकसभा सीट से माधवी लता कोम्पेल्ला की लॉटरी भी खुल सकती है। हिन्दू आवाज को बुलंद करने वाली माधवी लता को 2024 में एआईएमआईएम असुद्दीन औवेसी के खिलाफ टिकट दिया गया था। वे चुनाव हार गई थीं।
कुरियन के नाम के एलान के बाद दावेदारों की हसरत अधूरी रह गई है। यहां बता दें कि पहला अवसर नहीं है जब मध्य प्रदेश से रिक्त हुई राज्यसभा की सीट पर किसी अन्य सूबे के नेता को अपर हाउस भेजा जा रहा है। पहले भी दक्षिण भारत और अन्य सूबों के नेताओं को यहां से राज्यसभा भेजा जाता रहा है। बीते एक दशक में यह सिलसिला तेज और निरंतर रहा है।पार्टी आलाकमान ने पिछली बार की तरह इस बार भी मप्र में एक ऐसा नाम आगे बढ़ा दिया, जिसकी चर्चाएं नहीं रहीं थीं। बीजेपी ने जार्ज कुरियन को प्रत्याशी बनाया है। कुरियन मोदी कैबिनेट में मत्स्य पालन, पशुपालन-डेयरी विभाग के राज्य मंत्री हैं। कुरियन का निर्विरोध चुना जाना तय माना जा रहा है।
कुरियन की दावेदारी को 'मध्य प्रदेश में बैठकर केरल में निशाना साधना' माना जा रहा है। केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर आने वाले वक्त में चुनाव होना है। केन्द्र में ईसाई मंत्री के तौर पर कुरियन हैं।
उनका मप्र जैसे भाजपा के गढ़ से राज्यसभा भेजे जाने के कई ऐंगल देखे जा रहे हैं। तमाम ऐंगल में वायनाड लोकसभा उपचुनाव तो है ही, इसे मप्र की राजनीति में ईसाई समुदाय की एंट्री से भी जोड़ा जा रहा है। कहा जा रहा है कि मप्र में बहुत बड़ी तादाद में भले ही ईसाई नहीं हैं, लेकिन जितने भी हैं उनको भाजपा का कदम तसल्ली देगा और पार्टी के प्रति आकर्षित करेगा।
कौन हैं जार्ज कुरियन
केरल के कोट्टायम के गांव कनककारी के रहने वाले जार्ज कुरियन मोदी कैबिनेट में एकमात्र ईसाई मंत्री हैं। वे 1980 के दशक में जनता दल छोड़कर बीजेपी में मात्र 19 साल की उम्र में शामिल हुए थे। एक ईसाई परिवार से आने वाले कुरियन ने जब यह फैसला लिया तो उन्हें काफी आलोचना का सामना भी करना पड़ा था। जार्ज कुरियन चार दशकों से बीजेपी को मजबूत करने का काम कर रहे हैं।वह पार्टी में कई पदों पर रहे हैं। जिसमें राष्ट्रीय कार्यकारी समिति सदस्य, युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। मोदी कैबिनेट में शामिल कुरियन पार्टी की कोर कमेटी के सदस्य और भाजपा की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने राज्य के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी के लिए ट्रांसलेटर के तौर पर भी काम किया है।राज्यसभा चुनाव का पूरा कार्यक्रमराज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन जमा करने की अंतिम तारीख कल 21 अगस्त है। 22 अगस्त को नाम निर्देशन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। 27 अगस्त तक नाम वापसी हो सकेगी। जरूरत हुई तो मतदान 3 सितंबर को सुबह 9 से शाम 4 बजे तक होगा। मतगणना और परिणाम की घोषणा भी इसी दिन की जाएगी।मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश सहित 9 राज्यों में होने वाले राज्यसभा निर्वाचन के लिए 7 अगस्त को अधिसूचना जारी की गई थी। अब एमपी विधानसभा में नामांकन जमा करने की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी। राज्यसभा चुनाव के लिए विधानसभा के सचिव अरविन्द शर्मा को रिटर्निंग अधिकारी और अपर सचिव भगवतदीन सिंह परस्ते को सहायक रिटर्निंग अधिकारी बनाया गया है।