विधानसभा चुनाव को भाजपा उम्मीदवार ने बताया भारत-पाकिस्तान का मैच
राजस्थान विधानसभा चुनाव में जैसे-जैसे मतदान का दिन करीब आता जा रहा है वैसे-वैसे भाजपा और कांग्रेस की ओर से प्रचार तेज होता जा रहा है। चुनाव में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाये जा रहे हैं।
राजस्थान विधानसभा में मुख्य रूप से अब तक विकास और भ्रष्टाचार मुद्दा रहा है लेकिन बीच-बीच में धर्म से जुड़े मुद्दे भी उठते रहे हैं। अब तिजारा विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और सांसद बाबा बालकनाथ का एक विवादित बयान सामने आया है।
सामने आये एक वीडियो में उन्हें राजस्थान में विधानसभा चुनाव-2023 की तुलना भारत-पाकिस्तान के मैच से करते हुए सुना और देखा जा सकता है।
सामने आये वीडियो में सांसद बाबा बालकनाथ बोल रहे हैं कि, देखिये भारत पाकिस्तान का मैच है इस बार, यह बोलते हुए वह आसमान की तरफ देख कर पूछते हैं कि है कि है कि नहीं भारत पाकिस्तान का मैच इस बार। फिर कहते हैं कि यहां जीत की लड़ाई नहीं है यह वोटिंग प्रतिशत की भी लड़ाई है।
उधर प्रतिशत कितना होता है यह बताने की आवश्यकता नहीं है। वो कबीले एक हो गए हैं सारे, उनके मंसूबे वोटिंग प्रतिशत से परास्त करेंगे तो आने वाले भविष्य में फिर वे एक होकर ऐसे मंसूबे नहीं करेंगे कि हमारे सनातन धर्म को हराने की साजिश करें।
वीडियो के बारे में बताया जा रहा है कि यह 11 नवंबर को टपूकड़ा (खैरथल) की क्रिश और त्रिहान सोसाइटी का है। बताया जा रहा है कि छोटी दीपावली की शाम बाबा बालकनाथ यहां चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे थे। इस दौरान करीब 150 से 200 लोग इस चुनावी सभा में मौजूद थे।
तिजारा विधानसभा सीट मुस्लिम बहुल है। कांग्रेस ने यहां से इमरान खान को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में राजनैतिक विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा की कोशिश यहां धर्म के आधार पर ध्रवीकरण किया जाये। ऐसा होने से भाजपा के लिए जीत की राह आसान हो सकती है।
बाबा बालकनाथ योगी पहले भी कई मौके पर ऐसे बयान दे चुके हैं जिसपर काफी विवाद हो चुका है। वर्ष 2017 में महंत चांदनाथ के निधन के बाद वर्ष 2018 में बाबा बालकनाथ को नाथ संप्रदाय के मस्तनाथ मठ का महंत बनाया गया था।
वर्ष 2019 में भाजपा ने अलवर लोकसभा सीट से उन्हें टिकट दिया और उन्होंने कांग्रेस के भंवर जितेंद्र सिंह को हराया था। इससे पहले उन्हें भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष भी बनाया गया था।
योगी आदित्यनाथ ने की थी बजरंगबली की चर्चा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते एक नवंबर को राजस्थान के तिजारा में हमास पर इजरायल के हमले की तारीफ की थी। सांसद बाबा बालकनाथ के नामांकन के मौके पर यहां पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया था।उन्होंने यहां बजरंगबली की भी चर्चा करते हुए कहा था कि तालिबानी मानसिकता का उपचार तो बजरंगबली की गदा ही है।
उन्होंने कहा था कि देख रहे हैं न इस समय गजा में इजरायल तालिबानी मानसिकता को कैसे कुचलने का काम कर रहा है। सटीक, एकदम निशाना मार, मारके। उन्होंने कहा था कि, तालिबानी मानसिकता परास्त होगी और राष्ट्रवाद की विजय होगी।
तिजारा में योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था। कहा था कि राजस्थान में अराजकता का माहौल है। यहां की सरकार गौ तस्करों का महिमा मंडन करती, लेकिन संतों के आश्रम पर बुलडोजर चलवाती है।
उन्होंने कहा था कि अराजकता, गुंडागर्दी और आतंकवाद सभ्य समाज के लिए सबसे बड़ा कलंक है। वहीं जब इसके साथ वोट बैंक जुड़ जाता है तो एक गरीब, एक निरीह, एक महिला, एक व्यापारी और पूरा समाज उसकी चपेट में आता है। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने जहां एक ओर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को कानून व्यवस्था के नाम पर घेरा था वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी के कामकाज की खूब तारीफें की थी।
उन्होंने इस मौके पर कहा था कि राज्य में भाजपा की सरकार बनने पर बहन-बेटियां खुद को सुरक्षित महसूस करेंगी। उन्होंने कहा कि, याद रखना यदि कांग्रेस सफल होती है तो तालिबानी मानसिकता हावी होकर बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करेंगे, वे व्यापारियों का शोषण करेंगे, अपहरण करेंगे। गरीबों की संपतियों पर कब्जा करेंगे और गो-तस्करी करेंगे। कोई भी पर्व त्योहार शांति से मनाने नहीं देंगे। उन्होंने कहा था कि इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है इसलिए भाजपा आपके सामने है।