बिहार के पटना से सटे हाजीपुर में रविवार तड़के बड़ा रेल हादसा हो गया। सीमांचल एक्सप्रेस की 11 बोगियाँ पटरी से उतर गईं। हादसे में मरने वाले यात्रियों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। कई यात्री घायल हैं। मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है। मौक़े पर राहत और बचाव कार्य जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रेल मंत्री पीयूष गोयल और राहुल गाँधी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है। बिहार सरकार ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हज़ार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
जोगबनी से दिल्ली के आनंद विहार की ओर जा रही सीमांचल एक्सप्रेस तब हादसे का शिकार हुई जब यात्री सो रहे थे। चश्मदीदों के अनुसार, सुबह 3 बजकर 52 मिनट पर एकाएक तेज़ आवाज़ के साथ ट्रेन रुक गई। चोरों तरफ़ चीखें मच गईं। यह हादसा हाजीपुर-बछ़वाड़ा रेल सेक्शन के बीच सहदोई स्टेशन के पास हुआ।
हादसा इतना जबर्दस्त था कि एक के ऊपर एक कई बोगियाँ चढ़ गईं। हालाँकि, दुर्घटना में कुल 11 बोगियाँ प्रभावित हुई हैं। इसमें से तीन पलट गईं हैं। बाक़ी बोगियाँ पटरी से ही उतरीं। एस-8, एस-9, एस-10 और एक एसी (बी3) कोच ज़्यादा प्रभावित हुई है। घायलों की सही संख्या के बारे में पता नहीं चल सका है। घायलों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
सीआरपीएफ़ के ईसीआर राजेश कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया हादसे की वजह रेल ट्रैक का टूटना है। सही-सलामत 12 कोचों को हाजीपुर ले जाया गया जहाँ से अन्य कोचों को जोड़कर इसे आनंद विहार ले जाया जाएगा।
इस हादसे में मारे गए लोगों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘लोगों की जान जाने से वह बहुत आहत हैं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवारों के साथ है। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। रेलवे एनडीआरएफ़ और स्थानीय अधिकारी सभी संभव सहायता कर रहे हैं।’
हादसे पर राहुल गाँधी ने भी शोक जताया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से हादसे से प्रभावित लोगों की सहायता करने की अपील भी की।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे पर दुख जताया है और प्रशासन को ज़रूरी मदद करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने आर्थिक सहायता की भी घोषणा की।
तेज़ी से राहत और बचाव कार्य जारी है। एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमें मौक़े पर पहुँची हैं। सोनपुर और बरौनी से टीमें भी पहुँचीं हैं।
इस हादसे के बाद इस रूट की सभी यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश से छपरा जाने वाली ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है। ये ट्रेनें अब मुज़फ़्फ़रपुर होकर छपरा जाएँगी।
रेलवे ने हादसे को लेकर संबधित जानकारी देने के लिए हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए हैं। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ये नंबर ट्वीट किए।
पीयूष गोयल के ऑफ़िस से जारी बयान में कहा गया है कि रेल मंत्री हादसे को लेकर संबंधित अधिकारियों के संपर्क में हैं। रेल मंत्री ने हादसे में मारे गए लोगों के प्रति गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
इधर, रेलवे ने पटना में भी हेल्प लाइन नंबर जारी किए हैं। किसी भी जानकारी के लिए इन नंबरों पर फ़ोन किये जा सकते हैं।
रेलवे प्रशासन पर लापरवाही के आरोप
सीआरपीएफ़ के ईसीआर राजेश कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया हादसे की वजह रेल ट्रैक का टूटना है। मीडिया रिपोर्टों में चश्मदीद के हवाले से कहा गया है कि हादसे की वजह रेलवे प्रबंधन की बड़ी लापरवाही रही है। स्थानीय लोगों के मुताबिक़ रेल ट्रैक टूटा हुआ था, इसके बावजूद ट्रेन को इस ट्रैक से गुजरने दिया गया। इधर, सीमांचल एक्सप्रेस में सवार रहे चश्मदीदों के हवाले से कहा गया है कि राहत और बचाव कार्य में भी प्रशासन ने लापरवाही बरती। रिपोर्टों में कहा गया है कि प्रशासन देरी से घटनास्थल पर पहुँचा और बचाव कार्य देरी से शुरू हुआ।
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