लाठीचार्ज के विरोध में भाजपा ने किया राजभवन मार्च, मनाया काला दिवस 

07:34 pm Jul 14, 2023 | सत्य ब्यूरो

पटना में गुरुवार को भाजपा नेताओं - कार्यकर्ताओं पर पुलिस की लाठीचार्ज के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है। शुक्रवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर मौन प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों ने मुंह पर काली पट्टी बांधी थी और हाथों में सरकार विरोधी नारे लिखी तख्तियां लिए हुए थे।  

सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। विधायक संजय सिंह तो टेबल पर चढ़ गए। इससे नाराज होकर विधानसभा के अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विधायक को मार्शल से बाहर निकलवा दिया।

लाठीचार्ज के विरोध में  भाजपा ने पूरे बिहार में काला दिवस मनाया है। पार्टी नेताओं ने काला कपड़ा और काली पट्टी बांध कर अपना विरोध दर्ज करवाया। मानसून सत्र के अंतिम दिन भाजपा विधायको ने सदन से वॉकआउट किया। 

भाजपा विधायकों ने विधानसभा से राजभवन तक मार्च निकाला। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी और अन्य नेताओं ने राज्यपाल से मिलकर लाठीचार्ज पर अपना विरोध जताया और  बिहार सरकार पर कार्रवाई करने की मांग की है। 

उन्होंने राज्यपाल को कल हुए लाठीचार्ज और भाजपा कार्यकर्ता की मौत को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। लाठीचार्ज के बाद भाजपा विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव भी दिया है।

अपराधियों की तरह सांसद-विधायकों को पीटा गया :सम्राट चौधरी

शुक्रवार को दिन भर लाठीचार्ज के खिलाफ भाजपा और एनडीए नेताओं के बयान सामने आएं हैं। सम्राट चौधरी ने एक बयान में कहा है कि जिस तरह किसी अपराधी को भी नहीं मारा जाता है, उस तरह हमारे सांसदों और विधायकों को पीटा गया है। कहा कि ये बदले की कार्रवाई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सिर पर लाठी चलाई गई है। जबकि पुलिस मैन्यूअल में भी लिखा गया है कि घुटने के नीचे लाठी चलानी है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ 302(हत्या) का मुकदमा दायर करवाएंगे।

सम्राट चौधरी ने पटना जिला  प्रशासन की तरफ से जहानाबाद के भाजपा नेता विजय सिंह की मौत को लेकर कही गई बातों पर सवाल उठाया है। कहा कि, पुलिस प्रशासन कह रहा है कि उनकी मौत लाठीचार्ज में नहीं हुई थी, तो विजय पटना क्यों आए थे। क्या वो भजन कीर्तन करने आए थे? उन्होंने कहा कि  प्रशासन ने बिना पोस्टमॉर्टम कैसे कह दिया कि उनकी मौत लाठीचार्ज में चोट से नहीं हुई है। 

विपक्ष की आवाज दबाई जा रही :विजय सिन्हा

बिहार विधानसभाा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने इस लाठीचार्ज और एक भाजपा नेता की मौत पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा है कि सदन के अंदर और बाहर विपक्ष की आवाज को दबाया जा रहा है। यह सरकार सत्ता में रहने के लायक नहीं है। आज हमलोग राज्यपाल से मिलकर अपनी बात को रखेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की मंशा भ्रष्टाचारियों को बचाने की है। वे अपराध और भ्रष्टाचार को दबाने और छिपाने में जुटे हैं।

बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया है : डॉ संजय जायसवाल

भाजपा के मार्च पर हुए लाठीचार्ज पर बिहार भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा है कि बिहार में जिस तरह से नीतीश कुमार और तेजस्वी की सरकार ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया है वैसा उदाहरण भारत में कभी देखने को नहीं मिला है। 

उन्होंने आरोप लगाया है कि एक साजिश के तहत एक साथ वाटर कैनन, आंसू गैस और लाठीचार्ज यह तीनों कारवाई की गयी। शांतिपूर्वक तरीके से चल रहे जुलुस के साथ यह दुर्व्यवहार किया गया है। कल लोकतंत्र की हत्या नीतीश कुमार और तेजस्वी ने की है और जनता उन्हें निश्चय ही सबक सिखाएगी।

भाजपा महागठबंधन की एकता से घबरा गई: तेजस्वी यादव

दूसरी तरफ बिहार सरकार ने साफ कर दिया है कि विपक्ष की किसी भी मांग को नहीं माना जाएगा। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को कहा था कि भाजपा के इस धरना-प्रदर्शन और विरोध का बिहार सरकार पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।

उन्होंने कहा कि भाजपा महागठबंधन की एकता से घबरा गई है। 2024  के लोकसभा चुनाव में उनकी सरकार नहीं बनने वाली है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर गुरुवार के प्रदर्शन मे हुए लाठीचार्ज में महागठबंधन की सरकार दोषी है तो क्या दिल्ली में हुए किसानों के प्रदर्शन में किसानों की मौत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिम्मेदार हैं? क्या प्रधानमंत्री जिम्मेदारी लेंगे? 

पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंका: सुरेंद्र राम

बिहार के श्रम संसाधन मंत्री सुरेंद्र राम ने भाजपा के गुरुवार को हुए विधानसभा मार्च को राजनैतिक साजिश बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने गुरुवार को चुनावी प्रदर्शन किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पटना में पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंका और पुलिस पर पथराव किया।

सुरेंद्र राम ने कहा कि भाजपा वालों ने बीमार, लाचार और कमजोर लोगों को पैसे और प्रलोभन देकर पटना बुलाया था। इसके परिणाम स्वरूप विजय सिंह की मृत्यु हो गयी होगी। फिलहाल इस मौत की जांच चल रही है। जांच के बाद साफ हो जायेगा कि उनकी मृत्यु कैसे हुई होगी।