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मप्रः मुसलिम होने के शक में बीजेपी नेता ने बुजुर्ग को पीटा, मौत 

मप्रः मुसलिम होने के शक में बीजेपी नेता ने बुजुर्ग को पीटा, मौत 

मध्य प्रदेश में एक के बाद एक इस तरह की घटनाएं आखिर क्यों हो रही हैं? क्या शिवराज सरकार कानून व्यवस्था का पालन करवाने में फेल साबित हो रही है?

मध्य प्रदेश के नीमच में एक विक्षिप्त को बेरहमी से पीटने और बाद में उसका संदिग्ध हालात में शव मिलने को लेकर पुलिस ने बीजेपी की पूर्व पार्षद के पति सहित तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम किया है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए छापेमारी चल रही है। घटना को लेकर सियासत भी शुरू हो गई है।

बता दें, मनासा पुलिस को 19 मई की शाम 4.30 बजे रामपुरा रोड पर मारूति शो रूम के पास एक अज्ञात बुजुर्ग का शव मिला था। 

बुजुर्ग से जुड़ा एक वीडियो भी वायरल हुआ था। वायरल हुए वीडियो में एक शख्स उसे एक के बाद एक कई थप्पड़ रसीद करता नज़र आया था। 

बुजुर्ग को पीटता नज़र आ रहा शख्स उससे बार-बार नाम पूछता है। आधार कार्ड मांगता है। पूछता है, ‘क्या तेरा नाम मोहम्मद है?’ बुजुर्ग हाथ जोड़ता है। कहता है, ‘200 रुपये ले लो, लेकिन छोड़ दो।’ लेकिन पीटने वाला नहीं मानता। उसे थप्पड़ लगाता रहता है। 

वायरल वीडियो को देखने के बाद रतलाम निवासी राकेश जैन सामने आये थे। राकेश जैन ने शव की पहचान गुमशुदा अपने बड़े भाई भंवर लाल जैन (65 वर्ष) के रूप में की। 

राकेश ने मनासा पुलिस को बताया कि भंवर लाल राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से लापता हुए थे। भंवरलाल मूलतः रतलाम जिले की जावरा तहसील के ग्राम सरसी के निवासी थे। बचपन से ही मानसिक रूप से कमजोर थे। 

उनके परिजनों ने भंवरलाल की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। राकेश का कहना है, वे नीमच कैसे पहुंचे? पूरा घटनाक्रम कैसे हुआ? यह उन्हें मालूम नहीं है। 

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आरोपी दिनेश कुशवाहा।

मनासा पुलिस ने राकेश के आवेदन पर मामला दर्ज करते हुए छानबीन की थी। वीडियो को खंगाला तो सामने आया कि भंवरलाल की पिटाई करने वाला शख्स मनासा नगर परिषद की पूर्व पार्षद का पति और बीजेपी का नेता दिनेश कुशवाहा है।

पुलिस ने दिनेश और उसके दो साथियों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 और 304/3 में मुकदमा कायम किया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। 

मनासा के टीआई राकेश मोहन शुक्ला ने बताया है कि आरोपियों ने भंवरलाल को बुरी तरह से क्यों पीटा? यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।

सप्ताह भर में तीसरी वारदात

मध्य प्रदेश में सरेआम बुरी तरह पीटने की सप्ताह भर में यह तीसरी बड़ी वारदात है। बीते सप्ताह इंदौर जिले की महू तहसील में मानसिक तौर पर कमजोर युवक को भीड़ ने पुलिस की मौजूदगी में जमकर पीटा था। पिटाई से उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।

एक अन्य घटना ग्वालियर शहर में हुई थी। साईकिल चोरी के शक में एक युवक को पीटा गया था। पीटने वाले, उसका मुंह और हाथ-पैर बांधकर भीड़ के सामने बेदम होने तक उसे पीटते रहे थे। पीड़ित युवक के मुंह से झाग निकल आया था। इस मामले को भी पुलिस ने दर्ज करते हुए आरोपियों को पकड़ा है।  

महू और ग्वालियर की सनसनीखेज़ घटनाओं के वीडियो भी सोशल प्लेटफार्म पर वायरल हुए थे। कथित ‘तालिबानी अंदाज’ में ‘सजा’ देने की न केवल चहुं ओर निंदा हुई थी, बल्कि पुलिस और प्रशासन को भी कठघरे में खड़ा किया गया था।

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यह सब क्या है शिवराज जीः कमल नाथ

नीमच की ताजा घटना के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमल नाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनकी सरकार को जमकर आड़े हाथों लिया है। नाथ ने पूछा है, ‘यह कैसा राज है? क्या हो रहा है? जंगल का कानून क्यों?’

उधर, राज्य के गृह मंत्री और मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने नीमच घटना को लेकर कहा है, ‘आरोपियों के खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया गया है। गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापे मार रही है।’

प्रतिपक्ष के आरोपों के बारे में पूछने पर सरकार का बचाव करते हुए मिश्रा ने कहा है, ‘शख्स विक्षिप्त थे। उनकी मौत दुःखद है। मगर सियासत ठीक नहीं है। कानून अपना काम कर रहा है।’

शिवराज सिंह ने लगाई लताड़

खबरों के अनुसार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नीमच की घटना को लेकर वहां के अफसरों को जमकर लताड़ लगाई है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश देने की भी सूचना है। संकेत हैं कि नीमच में एक के बाद एक वारदातों से सीएम बेहद नाखुश हैं। नीमच के एसपी पर तबादले की गाज गिर सकती है, सूत्रों ने ऐसे संकेत दिए हैं।

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