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कर्नाटक : हिन्दू युवती से प्रेम के कारण हुई हत्या?

कर्नाटक : हिन्दू युवती से प्रेम के कारण हुई हत्या?

हिन्दू-मुसलिम या अंतर-धार्मिक प्रेम संबंधों के कारण कर्नाटक में एक मुसलमान युवक की हत्या होने की आशंका जताई जा रही है।  

कर्नाटक के बेलगाम में रेलवे लाइन पर एक युवक के क्षत-विक्षत शव मिलने की वारदात में एक नया मोड़ आ गया है। इसे हिन्दू युवती व मुसलिम युवक के प्रेम संबंधों का नतीजा बताया जा रहा है।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में युवक की हत्या की आशंका जताई गई है।

मृतक अरबाज़ आफ़ताब मुल्ला की माँ नज़ीमा शेख ने पुलिस में दायर शिकायत में आरोप लगाया है कि युवती के पिता और एक दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने आफ़ताब की हत्या की है। 

रेल लाइन पर शव

अरबाज़ सिविल इंजीनियरिंग थे और बेलगाम सिटी में कार डीलर का काम करते थे।

अरबाज़ का शव रेलवे लाइन पर 28 सितंबर को मिला था। रेलवे पुलिस ने पहले 'अस्वाभाविक मौत' का मामला दर्ज किया था, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सिर पर किसी चीज़ से मारने के निशान मिले हैं, जिससे यह हत्या का मामला लगता है।

एसपी (रेलवे) श्री गौरी ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "पीड़ित की माँ ने जब शिकायत दर्ज कराई तो हमने आईपीसी 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया। अगर पीड़ित की मौत ट्रेन से होने का नहीं पता चलता है तो इस मामले को आगे की जाँच के लिए बेलगाम ज़िला पुलिस को भेज दिया जाएगा।"

बेलगाम ज़िला पुलिस के एक वरिष्ठ अफ़सर ने कहा अभी उन्हें आधिकारिक तौर पर केस ट्रांसफ़र नहीं किया गया है। लेकिन उन्होंने जानकारियाँ इकट्ठा की हैं, उन जानकारियों से यह संकेत मिलता है कि अरबाज़ की हत्या की वजह हिंदू लड़की से संबंध हो सकती है।

क्या कहना है मृतक की माँ का?

अरबाज़ की माँ ने 'इंडियन एक्सप्रेस' से कहा, "हम और लड़की के परिवारवाले इस रिश्ते के बारे में जानते थे। मैंने लड़की की माँ को उनकी बेटी के अरबाज़ से मिलने से रोकने को कहा था और मैंने अरबाज़ से भी यही कहा था। लेकिन हमें उनका परिवार धमकियाँ दे रहा था, इसलिए हम उस जगह को छोड़कर बेलगाम सिटी आ गए थे।"

नजीमा ने बताया कि गुम होने से दो दिन पहले वह और अरबाज़ दो हिंदू कार्यकर्ताओं से मिले थे, जिसमें से एक का नाम 'महाराज' था।

धमकी मिली थी

अरबाज़ की माँ ने कहा, "उन्होंने हमसे कुछ पैसे भी लिए और कहा कि यहाँ पर कम से कम एक हज़ार लोग हैं जो उन्हें और अरबाज़ को पीट-पीटकर मार डालेंगे। मैंने उनसे निवेदन किया था कि वे हमें शांतिपूर्ण जीवन बिताने दें और हम वहाँ से लौट आए। अरबाज़ ने अपना पुराना सिम कार्ड फेंक दिया था और नया ले लिया था।"

दक्षिणपंथी संगठन पर संदेह

नजीमा ने बताया कि वह पासपोर्ट के काम से 28 सितंबर को गोवा गई थीं और अरबाज़ शाम 5 बजे तक घर पर अकेला था।

अगले दिन पुलिस ने कॉल किया तो पता चला कि अरबाज़ अब ज़िंदा नहीं है।

नजीमा ने अपनी शिकायत में 'महाराज' के अलावा दक्षिणपंथी संगठन के एक दूसरे कार्यकर्ता 'बिरजे' और लड़की के पिता पर इसका आरोप लगाया है।

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