कर्नाटक के शिमोगा में बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या के बाद इलाके में माहौल बेहद तनावपूर्ण है। इसे देखते हुए स्कूल-कॉलेजों को बंद कर दिया गया है और इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। हत्या की यह वारदात रविवार रात को 9 बजे हुई और इसके बाद कई गाड़ियों में तोड़फोड़ और पथराव की घटना हुई है।
बताया जा रहा है कि 4 से 5 लोगों ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है।
बजरंग दल के इस कार्यकर्ता का नाम हर्ष था और उसकी उम्र 26 साल थी। वह टेलर था। चाकू से वार कर उसकी हत्या की गई थी।
यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जब हिजाब विवाद को लेकर कर्नाटक का माहौल बेहद गर्म है। कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा है कि हालांकि यह मामला हिजाब विवाद से किसी भी तरह नहीं जुड़ा है लेकिन हमें किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले जांच पूरी होने का इंतजार करना चाहिए।
उन्होंने इस मामले में मृतक के परिजनों से भी मुलाकात की है। गृह मंत्री ने कहा कि पुलिस ने हत्या से जुड़े कुछ सुबूत इकट्ठा किए हैं और अभियुक्तों की जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। गृह मंत्री ने कहा कि इलाके में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस को तैनात किया गया है।
घटना की जांच के लिए एक विशेष पुलिस टीम बनाई गई है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को इस मामले में गृह मंत्री से बात की है और इस पर नजर बनाए रखने के लिए कहा है।
‘इस्तीफा दें गृह मंत्री’
कांग्रेस ने कहा है कि इस मामले में राज्य के गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि गृह मंत्री, कैबिनेट मंत्री ईश्वरप्पा और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा शिमोगा जिले से ही आते हैं। उन्होंने कहा कि वह इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं और अगर घटना के सुबूत उपलब्ध हैं तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
कर्नाटक सरकार के कैबिनेट मंत्री ईश्वरप्पा ने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने भड़काऊ बयान दिया और इस वजह से बजरंग दल के कार्यकर्ता की हत्या हुई। उन्होंने कहा कि इस गुंडागर्दी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस ने उनके इस बयान की निंदा की है।