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ऑनर किलिंग: पिता ने की थी बेटी की हत्या, सूटकेस में मिला था शव

ऑनर किलिंग: पिता ने की थी बेटी की हत्या, सूटकेस में मिला था शव

आयुषी के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह उन्हें बिना बताए कुछ दिनों के लिए घर से बाहर चली गई थी और इस वजह से उसके पिता बेहद नाराज थे। जब आयुषी 17 नवंबर को घर पहुंची तो उसके पिता ने उसे गोली मार दी। 

यमुना एक्सप्रेस वे पर कुछ दिन पहले एक युवती की लाश सूटकेस में मिली थी। पुलिस ने कुछ दिनों की गहन पड़ताल के बाद बताया है कि यह युवती दिल्ली के बदरपुर की रहने वाली थी और उसके पिता ने उसकी हत्या की थी। युवती का शव मिलने के बाद से ही पुलिस हत्यारे की तलाश कर रही थी। 

सूटकेस मिलने पर कुछ मजदूरों ने पुलिस को सूचित किया था। पुलिस ने हत्यारे तक पहुंचने के लिए 5 टीमों का गठन किया था। 

युवती का शव मिलने के बाद पुलिस ने बड़ी संख्या में फोन नंबर को ट्रेस किया, सीसीटीवी फुटेज खंगाली और सोशल मीडिया का सहारा लेने के साथ ही युवती की शिनाख्त के लिए दिल्ली में कई जगहों पर पोस्टर लगाए। इसी दौरान युवती की मां और उसके भाई ने पोस्टर के जरिए आयुषी को पहचान लिया। वे लोग मथुरा के शवदाह गृह पर पहुंचे और आयुषी के शव की शिनाख्त की। 

युवती का नाम आयुषी चौधरी था और वह बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन की छात्रा थी। आयुषी 22 साल की थी। पुलिस ने कहा है कि यह मामला ऑनर किलिंग का है और उसके पिता नितेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में शामिल हथियार को भी बरामद कर लिया है। 

आयुषी के परिजनों ने पुलिस को बताया कि वह उन्हें बिना बताए कुछ दिनों के लिए घर से बाहर चली गई थी और इस वजह से उसके पिता बेहद नाराज थे। जब आयुषी 17 नवंबर को घर पहुंची तो उसके पिता ने उसे गोली मार दी। 

मौत के बाद पिता ने एक ट्रॉली बैग में अपनी बेटी के शव को रखा और यमुना एक्सप्रेस वे पर पड़ने वाले राया कट के पास इसे फेंक दिया। पुलिस ने बताया है कि क्योंकि हत्या घर में ही हुई इसलिए मां और भाई इस बात को जानते थे। 

पुलिस के मुताबिक, आयुषी ने परिजनों को बिना बताए छत्रपाल नाम के दूसरी जाति के युवक से शादी की थी और इस वजह से परिजन नाराज थे। शव को ठिकाने लगाने में आयुषी की मां ने भी अपने पति की मदद की। 

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