अयोध्या में वो घड़ी आ गई, जिसका इंतजार था। बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम आज होने वाला है, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या राम मंदिर में 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह की अध्यक्षता करेंगे। यह प्रतिष्ठा भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसने न केवल बारत बल्कि दुनिया का भी ध्यान आकर्षित किया है।
राम मंदिर के गर्भग्रह में पीएम मोदी मुख्य अनुष्ठान में हिस्सा लेते हुए। उनके बगल संघ प्रमुख मोहन भागवत मूक दर्शक होकर सब देख रहे हैं।
जिस ऐतिहासिक स्थल पर कभी बाबरी मसजिद थी, आज वहां भव्य राम मंदिर खड़ा है। हालांकि उसका एक हिस्सा तैयार हुआ और बाकी बन रहे हैं। अयोध्या शहर में 2.7 एकड़ भूमि पर खड़ा राम मंदिर वास्तुशिल्प कौशल का चमत्कार है। इसकी ऊंचाई 161 फीट, चौड़ाई 235 फीट और कुल लंबाई 360 फीट है। प्रतिष्ठित नागर शैली में निर्मित, प्राचीन भारत की दो मंदिर-निर्माण शैलियों में से एक, राम मंदिर आधुनिक तकनीक को एकीकृत करते हुए सभी वैदिक अनुष्ठानों का पालन किया गया है। निर्मित क्षेत्र लगभग 57,000 वर्ग फुट में फैला है, जो तीन मंजिल की संरचना है। यह मशहूर कुतुब मीनार की ऊंचाई का लगभग 70% है।
- राम मंदिर गर्भग्रह के अंदर पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत पहुंच गए हैं। अनुष्ठान शुरू हो चुका है। पीएम मोदी ही अनुष्ठान में मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। संघ प्रमुख भागवत सारे अनुष्ठान को बस देख रहे हैं। वो मोदी के बगल में ही बैठे हैं।
- मोदी ने साष्टांग प्रणाम किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम को चांदी की प्रतिकृति भेंट की। जिसे पीएम मोदी ने स्वीकार किया। प्राण प्रतिष्ठा और सारे अनुष्ठान पूरे होने के बाद पीएम मोदी ने अपना व्रत तोड़ा।
राम लला की बहुत नजदीक से खींची गई फोटो
- प्रधानमंत्री अयोध्या में राम मंदिर के अंदर पहुंच गए हैं। वो वहां मंदिर के अंदर फूल अर्पित कर रहे हैं।
- राम मंदिर आंदोलन की सदस्य और पूर्व सीएम उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा को गले मिलते देखा गया। उमा भारती के बारें कहा जा रहा था कि वो शायद अयोध्या न जाएं। लेकिन वो 22 जनवरी को अयोध्या में मौजूद हैं।
- राम मंदिर आंदोलन के अगुआ लालकृष्ण आडवाणी बहुत ज्यादा सर्दी की वजह से अयोध्या नहीं आ सके।
- यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह के लिए सुबह ही पहुंच गए। अपने विशिष्ट भगवा वस्त्र पहने हुए, उन्होंने हाथ जोड़कर लोगों का अभिवादन किया।
- भगवान राम की घर वापसी के लिए अयोध्या में 'दीपावली' का माहौल, 'प्राण प्रतिष्ठा' के लिए मेहमानों का आना शुरू।
- राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने घोषणा कर दी है कि सोमवार से देश में राम राज्य शुरू हो गया है। अब सभी असमानताओं का अंत होगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि अयोध्या में शुरू किए गए सकारात्मक बदलाव पूरे देश में फैलेंगे, जिससे लोगों के बीच सद्भाव और सद्भावना को बढ़ावा मिलेगा। महंत ने कहा- "आज (22 जनवरी) से प्राण प्रतिष्ठा के साथ राम राज्य की शुरुआत होगी। सारी असमानताएं खत्म हो जाएंगी। सभी लोग प्रेमपूर्वक व्यवहार करेंगे। अयोध्या से पूरे देश में जो बदलाव आएगा, वह बहुत सुंदर होगा। और सभी लोग मिल-जुलकर रहेंगे।" मुख्य पुजारी ने कहा, "...सब कुछ बहुत अच्छे से हो रहा है। राम भक्त जो चाहते थे, वह आज पूरा हो रहा है...जैसे ही रामलला विराजमान होंगे...सभी कठिनाइयां समाप्त हो जाएंगी...।"
- उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केपी मौर्य ने कहा, "आज सभी राम भक्तों के लिए बहुत भावनात्मक दिन है। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं आंदोलन के बाद से वहां हूं। आज भगवान राम अपने निवास स्थान पर आ रहे हैं।”