मिज़ो सांसद ने दी असम पुलिस के लोगों को मारने की धमकी, पुलिस करेगी पूछताछ
असम-मिज़ोरम झड़प के बाद दोनों राज्यों की सीमा पर केंद्रीय बल तैनात कर दिया गया है और शांति लौट रही है, लेकिन विवाद नहीं थम रहा है।
ताज़ा विवाद मिज़ोरम के राज्यसभा सदस्य के. वनललवेना के कथित भड़काऊ बयान को लेकर उठ खड़ा हुआ है।
'एनडीटीवी' के अनुसार, वनललवेना ने कथित रूप से असम पुलिस के लोगों को मार डालने की बात कही है। इस पर असम पुलिस के लोग गुरुवार को दिल्ली जाएंगे और हत्या की धमकी देने के मुद्दे पर इस सांसद से पूछताछ करेंगे।
क्या कहा वनललवेना ने?
मंगलवार को असम-मिज़ोरम सीमा पर दोनों राज्यों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें असम पुलिस के छह लोग मारे गए। इस पर काफी विवाद मचा।
लेकिन इस विवाद को शांत करने के बजाय आग में घी डालने का काम किया है सांसद वनललवेना ने। उन्होंने बुधवार की शाम कहा, "असम के 200 लोग हमारे इलाक़े में घुस आए, हमारे लोगों को उनके पोस्ट से खदेड़ दिया और पहले गोलीबारी उन्हीं लोगों ने की।"
उन्होंने इसके आगे कहा,
“
उनका भाग्य अच्छा था कि हमने उनकी हत्या नहीं की, यदि वे फिर आएंगे तो हम उन सबको उन्हें मार डालेंगे।
के. वनललवेना, राज्यसभा सदस्य
असम की तीखी प्रतिक्रिया
इस पर असम में तीखी प्रतिक्रिया हो रही है। असम पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी जी. पी. सिंह ने ट्वीट कर कहा कि इससे साफ होता है कि वनललवेना इस साजिश के पीछे थे। लेकिन बाद में उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया है।असम पुलिस ने उन लोगों की एक फोटो गैलरी तैयार की है, जो उसके मुताबिक़, हमले में शामिल थे। इसमें मिज़ोरम पुलिस के अलावा आम नागरिक भी हैं।
Assam Police has prepared a picture gallery which is being further updated of Mizoram Police personnel and civilian miscreants who fired at @assampolice on July 26th. They would be brought to law.
— GP Singh (@gpsinghips) July 28, 2021
मिज़ोरम के इस सांसद ने ट्वीट कर झड़प में मारे गए असम पुलिस के लोगों के प्रति श्रद्धांजलि जताई है।
I deeply express my heartfelt condolences to the brave Assam police who passed away during the interstate conflict! I cherised and treasure their martyrdom.
— K. Vanlalvena MP(Rajya Sabha) (@VanlalvenaK) July 28, 2021
असम ने यह एलान भी किया है कि हमलावर के बारे में जानकारी देने वालों को पाँच लाख रुपए का ईनाम दिया जाएगा।
असम-मिज़ोरम सीमा पर असम के कछार ज़िले के इनर लाइन फॉरेस्ट रिज़र्व में हुई इस झड़प में 45 लोग घायल भी हुए हैं। इसमें पुलिस वाले और स्थानीय नागरिक हैं।
इस बीच मिज़ोरम के मुख्य सचिव ने बुधवार को एलान किया कि वे अपनी पुलिस को विवादित क्षेत्र से लौट आने का आदेश दे चुके हैं।
दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों की नई दिल्ली में गृह मंत्रालय के अफ़सरों के साथ हुई बैठक के बाद मिज़ोरम के मुख्य सचिव ने यह फ़ैसला लिया।
उन्होंने कहा, "हम शांति बनाए रखेंगे।"
बैठक के बाद गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा, हम असम- मिज़ोरम विवाद से चिंतित हैं जिसमें छह लोगों की जान गई है। इस बैठक का मक़सद तनाव कम करना, शांति कायम करना और संभव हो तो समस्या का समाधान ढूंढना है।