राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर गुरुवार को हुए ईडी के छापों का कांग्रेस ने जमकर विरोध किया है। इन छापों के कारण भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हो गए हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के घर ईडी का छापा और अपने बेटे वैभव गहलोत को ईडी द्वारा सम्मन भेजे जाने पर सीएम अशोक गहलोत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
ये लोग टिड्डी दल की तरह ईडी का उपयोग कर रहे हैं।अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर ईडी को भाजपा का प्लान ई बताया है।
उन्होंने कहा है कि भाजपा का प्लान ए,बी, सी, डी सब फेल होने के बाद अब प्लान ‘ई’ ही शेष रह गया है। इसीलिए ईडी को चुनावी टिड्डी दल की तरह इस्तेमाल करके जिस भी राज्य में भाजपा की हार सुनिश्चित हो वहां जीतने वाले दलों की फसल खराब करने की कोशिश करने भेज देते हैं।
कल राजस्थान की महिलाओं को 2 गारंटियां दी तो आज ईडी को भेज दिया। अभी तो 5 गारंटियां और देने जा रहे हैं, परसों तक ईडी वालों की संख्या कम ना पड़ जाए।
गहलोत ने कहा, बिना केस के छापे नहीं मारने चाहिए
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को ईडी की इस छापेमारी पर कहा है कि यह मामूली बात नहीं है। गोविंद सिंह डोटासरा और वैभव गहलोत के खिलाफ कोई केस नहीं है। बिना केस के इस तरह से छापे नहीं मारे जाने चाहिए।अशोक गहलोत ने कहा कि एक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पर छापा मायने रखता है। कोई केस दर्ज नहीं है, कोई शिकायत नहीं, इसके बावजूद सीधे उनके यहां छापा मार दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि इस मामले में शिकायतकर्ता की क्रेडिबिलिटी क्या है?
उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत पर बड़ा आरोप लगाया है। कहा है कि शेखावत के खिलाफ इथियोपिया में इन्वेंस्टमेंट की शिकायत हुई। इथोपिया सहित कई देशों में उनकी संपति है।
एसओजी बार-बार ईडी से कार्रवाई के लिए अनुरोध कर रही है,लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।अशोक गहलोत ने कहा कि गोविंद सिंह डोटासरा किसान के पुत्र हैं।
उन्होंने विधानसभा में हर वर्ग की आवाज उठाने में कोई कमी नहीं रखी। उनको टारगेट किया गया है। उसकी जितनी निंदा की जाए, वह कम है। अशोक गहलोत ने कहा कि बिना ऊपर के दबाव के ईडी नहीं आ सकती। संजीवनी वाले केस में हमने कई बार ईडी में अनुरोध किया लेकिन अब तक जांच नहीं हो पायी।
सवाल इन केंद्रीय जांच एजेंसियों की साख का है
अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश में सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स जैसी प्रतिष्ठित एजेंसियों की साख नहीं रहेगी तो क्या बचेगा? इन एजेंसियों की पहले विश्वसनीयता होती थी। आज उल्टा हो रहा है। आज जो स्थिति है वह चिंताजनक स्थिति है।उन्होंने कहा कि सवाल मेरे बेटे और पीसीसी प्रमुख के ठिकानों पर ईडी के छापों का नहीं है। सवाल इन केंद्रीय जांच एजेंसियों की साख का है।
अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि इन एजेंसियों ने पूरे देश में आतंक मचा रखा है। स्थिति यह है कि छत्तीसगढ़ में तो ईडी के अधिकारियों ने पिछले 6-7 महीने से वहीं पर किराए पर मकान ले रखा है। उन्हें वहां रोजाना कार्रवाई करनी पड़ रही है।