मोदी को फिर दिखे अर्बन नक्सल, पीएम ने ऐसा क्यों और किसे कहा, समझिए

01:12 pm Oct 31, 2024 |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह के अवसर पर कहा, भारत की बढ़ती ताकत और एकता से भयभीत कुछ ताकतें अराजकता फैलाना चाहती हैं। वे भारत की अर्थव्यवस्था को अस्थिर करना और ग्लोबल निवेशकों को रोकना चाहती हैं। उन्होंने हर देशभक्त से आह्वान किया इन "शहरी नक्सलियों" को पहचानें और उनका मुकाबला करें। देश की एकता को निशाना बनाने वाले ये लोग कलह के एजेंट हैं।

मोदी ने कहा- "ये लोग संविधान और लोकतंत्र की दुहाई देते हुए, भारत को इसके लोगों के बीच विभाजित करने का काम कर रहे हैं। हमें शहरी नक्सलियों के इस गठबंधन को पहचानना चाहिए। हालांकि जंगलों में पनपने वाला नक्सलवाद, जिसने युवाओं को बंदूकों से लैस किया, धीरे-धीरे खत्म हो गया या कम हो गया है। लेकिन शहरी नक्सलवाद का एक नया मॉडल सामने आया है। हमें उन लोगों की पहचान करने और उनका मुकाबला करने की जरूरत है जो देश को तोड़ने का सपना देखते हैं और झूठे मुखौटे पहनकर इसे कमजोर करने वाले विचारों को बढ़ावा देते हैं।''

पीएम मोदी ने अक्सर चुनाव के दौरान अर्बन नक्सलियों का जिक्र है। इस समय महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। मोदी ने फिर से अर्बन नक्सलियों का जिक्र कर दिया। उन्होंने आदिवासी नेता बिरसा मुंडा का नाम भी लिया और कहा कि आदिवासियों ने कैसे अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी थी। लेकिन फिर उन्होंने अर्बन नक्सलियों को भारत को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश से जोड़ दिया। मोदी का यह बयान महत्वपूर्ण है। क्योंकि नेता विपक्ष और कांग्रेस ने इधर तीन वीडियो जारी कर अडानी समूह-माधबी पुरी बुच और सेबी के गठजोड़ पर हमला बोला है। आप तीनों वीडियो रिपोर्ट सत्य हिन्दी पर देख सकते हैं। लिंक नीचे है-

पीएम मोदी ने हालांकि किसी अर्बन नक्सल का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तरफ है। भाजपा ने हाल ही में राहुल गांधी को कभी वामपंथी विचारों वाला तो कभी समाजवादी विचारों वाला नेता ठहराने की कोशिश की है। लेकिन मोदी के गुरुवार के बयान से साफ हो गया कि अगर कोई शख्स मोदी सरकार की आर्थिक नीति या बकौल कांग्रेस अडानी समूह के खिलाफ बोलेगा तो देश विरोधी कहलाएगा। अर्बन नक्सल कहलाएगा। 

एक देश एक चुनाव का भी जिक्रः प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस पर एक देश एक चुनाव का उल्लेख किया। मोदी ने कहा- मेरी सरकार 'एक राष्ट्र एक चुनाव' हासिल करने की दिशा में काम कर रही है जो लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव सुनिश्चित करेगी।

मोदी ने कहा- “...हम अब एक देश एक चुनाव की दिशा में काम कर रहे हैं, जो भारत के लोकतंत्र को मजबूत करेगा, भारत के संसाधनों का सर्वश्रेष्ठ नतीजा देगा और देश को विकसित भारत के सपने को प्राप्त करने में नई गति मिलेगी। आज भारत एक राष्ट्र, एक नागरिक संहिता यानी एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता की ओर बढ़ रहा है।”