महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मुंबई के समंदर में हुई कॉर्डेलिया क्रूज रेव पार्टी को लेकर बड़ा खुलासा किया है। नवाब मलिक ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) पर आरोप लगाया है कि आर्यन खान और अरबाज़ मर्चेंट को गिरफ़्तारी के बाद एनसीबी दफ़्तर ले जाते वक्त जिन लोगों की तसवीर वायरल हुई थी, वे बीजेपी के कार्यकर्ता केपी गोसावी और मनीष भानुशाली हैं।
नवाब मलिक ने मांग की है कि एनसीबी को खुलासा करना चाहिए कि गोसावी और भानुशाली से इस एजेंसी के क्या संबंध हैं।
नवाब मलिक ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर तमाम आरोप लगाए। मलिक ने कहा कि केंद्र सरकार एनसीबी के दम पर महाराष्ट्र सरकार और फ़िल्म इंडस्ट्री को बदनाम करने का काम कर रही है।
मलिक ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने फ़िल्मी सितारों को बदनाम करने का जिम्मा अब अपने पदाधिकारियों को सौंप दिया है। उन्होंने कहा कि इसका नमूना उस समय देखने को मिला जब एनसीबी ने आर्यन खान और अरबाज़ मर्चेन्ट समेत 8 लोगों को गिरफ़्तार किया था।
गिरफ़्तारी के बाद जब आर्यन और अरबाज़ को एनसीबी के दफ़्तर ले जाया जा रहा था तो उन्हें एस्कॉर्ट करने की तसवीरों में बीजेपी के नेता केपी गोसावी और मनीष भानुशाली दिखाई दिए थे।
वायरल हुई थी सेल्फी
केपी गोसावी की तो आर्यन खान के साथ सेल्फी चर्चा का विषय बनी हुई थी जिसके बाद एनसीबी के डीजी ने साफ किया था कि आर्यन खान के साथ सेल्फी लेने वाला एनसीबी का अधिकारी नहीं था। ऐसे में सवाल उठ रहा था कि आर्यन खान को एस्कॉर्ट करने के दौरान उनके साथ वह व्यक्ति आख़िर कौन था।
नवाब मलिक ने इस बात का खुलासा किया है कि आर्यन खान को गिरफ़्तारी के बाद एस्कॉर्ट करके ले जाने वाला शख्स बीजेपी का कार्यकर्ता केपी गोसावी था। जबकि मनीष भानुशाली अरबाज़ मर्चेन्ट को एस्कॉर्ट कर ले जा रहा था।
मलिक ने बताया कि भानुशाली ने सोशल मीडिया पर जो प्रोफाइल पिक्चर लगायी है, उसमें वह खुद को बीजेपी का उपाध्यक्ष बताता है। मलिक ने कहा कि केपी गोसावी बहुत बड़ा जालसाज है। वह खुद को प्राइवेट डिटेक्टिव बताता है जबकि उसके ख़िलाफ़ पुणे में फर्जीवाड़े का एक केस दर्ज है।
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि मनीष भानुशाली 21 सितंबर को दिल्ली में एक केंद्रीय मंत्री के साथ मौजूद था। इसके बाद 22 सितंबर को वह गांधीनगर में बीजेपी के एक मंत्री से मिला था।
मलिक का कहना है कि मनीष भानुशाली की बीजेपी में पहुंच का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ फोटो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं।
मलिक ने कहा कि 21-22 सितंबर को जब गांधीनगर में अडानी के मूंदड़ा पोर्ट से हेरोइन का जखीरा पकड़ा गया था, मनीष भानुशाली उस दिन दिल्ली में मौजूद था। उसके बाद अगले ही दिन भानुशाली गांधीनगर पहुंचा और एक मंत्री से मुलाकात की।
मलिक के मुताबिक़, वहां से भानुशाली सीधा मुंबई पहुंचा और मुंबई में ही रुका हुआ था। उसके बाद 2 अक्टूबर को भानुशाली और केपी गोसावी कॉर्डेलिया क्रूज़ पर पहुंचे, जहां से आर्यन खान और अरबाज़ मर्चेन्ट को गिरफ्तार किया था।
बीजेपी का पलटवार
नवाब मलिक द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद बीजेपी बैकफुट पर आ गई है, हालांकि उसने एनसीपी पर हमला बोला है। बीजेपी नेता और महाराष्ट्र विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर का कहना है कि एनसीपी पहले बार वालों और शराब माफियाओं के पक्ष में बैटिंग किया करती थी, अब अपने दामाद को बचाने के लिए वह ड्रग्स पैडलरों के साथ खड़ी हो गयी है। बता दें कि एनसीबी ने कुछ दिन पहले ही नवाब मलिक के दामाद समीर ख़ान को गिरफ़्तार किया था।