दिल्ली में अगला चुनाव आप अकेले लड़ेगी। अरविंद केजरीवाल ने अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी, कांग्रेस या किसी भी इंडिया ब्लॉक सहयोगी के बीच गठबंधन की संभावना से इनकार किया।
आप प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली में कोई गठबंधन नहीं होगा। तो सवाल है कि इसका आप या बीजेपी को फायदा मिलेगा? हाल के दो चुनावों से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। हाल ही में आप और कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था, लेकिन दिल्ली में उनकी हार हुई थी। भाजपा ने दिल्ली की सभी सीटें जीत लीं। इसके बाद अक्टूबर में हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले भी आप और कांग्रेस के बीच सीटों के बंटवारे पर बातचीत हुई थी, लेकिन बातचीत विफल रही और भाजपा ने चुनाव जीत लिया।
केजरीवाल की यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब राष्ट्रीय राजधानी में चुनाव से पहले राजनीतिक माहौल गर्म हो रहा है। पहले ही कई हाई-प्रोफाइल दलबदल हो चुके हैं, जिसमें कांग्रेस और भाजपा के कई नेता आप में शामिल हो गए हैं। केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा, ‘आप दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कोई गठबंधन नहीं करेगी।’
दिल्ली चुनाव में आप अपनी सत्ता बरकरार रखना चाहेगी जबकि भाजपा अपना प्रभाव बढ़ाने के प्रयास कर रही है। इस बीच 26 विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया ब्लॉक राजधानी में भाजपा विरोधी वोटों को मजबूत करने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन केजरीवाल की घोषणा से उन उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब आप ने गठबंधन को ठेंगा दिखाया है। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले, केजरीवाल ने पंजाब में कांग्रेस के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया था और घोषणा की थी कि उनकी पार्टी अपने दम पर सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दोनों दल हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारा नहीं कर पाए थे।
मौजूदा 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप के पास 62 सीटें हैं। सत्तारूढ़ पार्टी ने हाल ही में 11 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची की घोषणा की, जिसमें भाजपा और कांग्रेस से आए छह नेता शामिल हैं।
गैंगस्टर की शिकायत की तो बाल्यान को गिरफ़्तार कर लिया: केजरीवाल
केजरीवाल ने आप विधायक नरेश बाल्यान की गिरफ्तारी को लेकर केंद्र पर हमला भी तेज कर दिया। केजरीवाल ने कहा कि बालियान को एक साल से अधिक समय से बदमाशों से धमकियाँ मिल रही थीं और उन्होंने पुलिस में बार-बार शिकायत दर्ज कराई थी।
केजरीवाल ने कहा, 'अमित शाह की दिल्ली पुलिस ने कल हमारे विधायक नरेश बाल्यान जी को गिरफ्तार कर लिया। नरेश जी ख़ुद कपिल सांगवान उर्फ़ नंदू नाम के गैंगस्टर की धमकियों के पीड़ित हैं। नरेश बाल्यान जी ने इसकी कई शिकायतें दिल्ली पुलिस को दी लेकिन पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया और कल उन्हें ही गिरफ्तार कर लिया।'
केजरीवाल ने आरोप लगाया कि उन्होंने जो अपराध किया है, वह यह है कि वह बदमाशों का शिकार थे।
केजरीवाल ने कहा, 'आप विधायक नरेश बाल्यान को गिरफ्तार कर अमित शाह ने दिए 2 संदेश! अगर कोई गैंगस्टर की शिकायत करता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गैंगस्टरों को भी संदेश दिया है कि अमित शाह उनकी सुरक्षा करेंगे, उन्हें कुछ नहीं होने देंगे।'
पूर्व सीएम ने कहा, 'अमित शाह जी अगर हिम्मत है तो...दिल्ली के गैंगस्टरों और गुंडों को गिरफ्तार करके दिखाइये, महिलाओं के साथ बलात्कार करने वालों को गिरफ्तार करके दिखाइये, मुझपर हमला कराकर और मेरे विधायक को गिरफ्तार करके क्या दिल्ली के लोग सुरक्षित हो जायेंगे?'
आप नेता ने अपने ऊपर हुए हमले और अपने विधायक की गिरफ़्तारी के बाद दिल्ली में नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल उठाया। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सवाल करते हुए पूछा, 'क्या मुझ पर हुए हमले और मेरे विधायक की गिरफ़्तारी के बाद दिल्ली के व्यापारी और महिलाएँ सुरक्षित महसूस करेंगी?'
केजरीवाल अपने ऊपर फेंके गए तरल पदार्थ को लेकर भी बात की। इसका इस्तेमाल उन्होंने शहर में कानून और व्यवस्था के पूरी तरह से ध्वस्त होने के लिए केंद्र सरकार पर निशाना साधने के लिए किया। उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद थी कि गृह मंत्री अमित शाह मेरे द्वारा मुद्दा (कानून और व्यवस्था) उठाए जाने के बाद कुछ कार्रवाई करेंगे... लेकिन, इसके बजाय, मेरी पदयात्रा के दौरान मुझ पर हमला किया गया। मुझ पर तरल पदार्थ फेंका गया, यह हानिरहित था, लेकिन यह हानिकारक हो सकता था।'