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गोवा में आप उम्मीदवारों का हलफनामा- वादे पूरे नहीं तो वोटर केस कर सकेंगे

गोवा में आप उम्मीदवारों का हलफनामा- वादे पूरे नहीं तो वोटर केस कर सकेंगे

अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने गोवा विधानसभा चुनाव में सभी उम्मीदवारों से हलफनामे पर दस्तखत क्यों कराए हैं? क्या इससे वोट मिलेंगे या दलबदल की आशंका है? 

'ईमानदारी' की राजनीति का दावा करने वाली अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी गोवा में अपने उम्मीदवारों के हलफनामे को लेकर चर्चा में है। 

गोवा में आम आदमी पार्टी के सभी 40 उम्मीदवारों ने पार्टी के प्रति वफादार रहने और निर्वाचित होने पर ईमानदारी से काम करने का वादा करते हुए हलफनामे पर हस्ताक्षर किए हैं। आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि यदि ये उम्मीदवार चुनाव जीतने के बाद वादे पूरे नहीं करें तो मतदाता इन पर मुक़दमा करा सकते हैं। रिपोर्ट के अनुसार आप के उम्मीदवार चुनाव प्रचार के दौरान दस्तखत किए हुए इन हलफनामों को अपने-अपने क्षेत्र में मतदाताओं के बीच बाँटेंगे।

चुनाव से पहले उम्मीदवारों के ऐसे हलफनामे देने की नौबत क्यों आई? इस सवाल का जवाब आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल देते हैं। केजरीवाल ने कहा, 'हमारे सभी उम्मीदवार ईमानदार हैं, लेकिन मतदाताओं को आश्वस्त करने के लिए इस हलफनामे की ज़रूरत है कि ये उम्मीदवार ईमानदार हैं।'

इसके साथ ही उन हलफनामों पर उम्मीदवारों से इसकी शपथ भी दिलवाई गई है कि वे अपनी पार्टी के प्रति वफादार रहेंगे। बता दें कि पिछले चुनाव में दलबदल का मामला सामने आने के बाद आप और कांग्रेस जैसे दल काफ़ी एहतियात बरत रहे हैं।

राज्य में आप के मुख्यमंत्री पद का चेहरा अमित पालेकर ने भी ऐसी शपथ ली है। पालेकर 46 वर्षीय भंडारी समुदाय से हैं जो अन्य पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखता है और राज्य की आबादी का लगभग 35 प्रतिशत है। वह सेंट क्रूज़ विधानसभा क्षेत्र से पार्टी के उम्मीदवार हैं। 

अमित पालेकर ने ट्वीट किया है, 'आज अरविंद केजरीवाल जी की उपस्थिति में मैंने गोवा आप के सभी उम्मीदवारों के साथ एक क़ानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर किए हैं और आम आदमी पार्टी और गोवा के मतदाताओं के प्रति वफादार रहने का संकल्प लिया है।'

केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, 'गोवा की राजनीति के साथ सबसे बड़ी समस्या लगातार दलबदल है। हम लोगों द्वारा हमारे उम्मीदवारों को वोट देने से पहले ही इसे ख़त्म करना चाहते हैं।'

आप प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी गोवा में एक ईमानदार सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए दलबदल को ख़त्म करना एक महत्वपूर्ण कदम है।

बता दें कि आप ने 2017 में भी राज्य में चुनाव लड़ा था, लेकिन एक भी सीट जीतने में असफल रही थी। इस बार आप ने अपने 13 सूत्रीय एजेंडे में गोवा में मुफ्त बिजली, खनन गतिविधियों को फिर से शुरू करने और सभी के लिए रोजगार पर ध्यान देने जैसे वादे किए हैं।

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