क्या राहुल के दुबई दौरे में खलल डालेंगे मोदी समर्थक?
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी प्रवासी भारतीयों को कांग्रेस की तरफ़ खींचने के मक़सद से दो दिन के दुबई दौरे पर हैं। गुरुवार देर शाम दुबई पहुँचने पर उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत हुआ। जैसे विदेशों में मोदी-मोदी के नारे लगते रहे हैं वैसे ही दुबई में 'राहुल लाओ, देश बचाओ' के नारे सुनने को मिले। राहुल दुबई में बसे भारतीयों के ज़रिए उनके परिवार वालों के वोट खींचने की कोशिशों में जुटे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि मोदी समर्थक इस दौरे को नाकाम करने के साथ ही राहुल गाँधी की फ़ज़ीहत करने की कोशिश में जुटे हैं।
कांग्रेस से सहानुभूति रखने वाले कुछ लोगों ने दुबई से 'सत्य हिंदी' को फ़ोन पर बताया कि मोदी समर्थकों के कई गुट राहुल गाँधी के इस दौरे को पूरी तरह विफल करने की कोशिशों में हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इसके लिए बाक़ायदा रणनीति बनाकर काम किया जा रहा है। मोदी समर्थकों ने सुनियोजित तरीक़े से बैठकें करके राहुल गाँधी को उनके इस दौरे के दौरान टेढ़े और मुश्किल सवालों के जाल में फँसा कर उन्हें घेरने की रणनीति बनाई है। इसके लिए कई वॉट्सऐप ग्रुप के ज़रिए लोगों को तैयार किया गया है। उन्होंने दावा किया कि ‘नमो 2019’ नामक वॉट्सऐप ग्रुप में अंजना भाटिया नाम के यूज़र के भेजे गए एक मैसेज में कहा गया है, 'हमें आईबीपीजी और स्टेडियम में 30-40 सवालों के साथ तैयार रहना चाहिए।'
ग़ौरतलब है कि राहुल गाँधी दुबई दौरे के दौरान इंडियन बिज़नेस एंड प्रोफेश्नल ग्रुप के सदस्यों से मिलेंगे। बाद में दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में उनका दुबई में बसे भारतीयों को ठीक उसी अंदाज़ में संबोधित करने का कार्यक्रम है जैसे मोदी विदेशों में बसे भारतीयों को संबोधित करते रहे हैं।
कांग्रेस समर्थकों का दावा है कि दोनों जगहों पर मोदी समर्थकों ने अच्छी ख़ासी तादाद में घुसपैठ की रणनीति बनाई है और राहुल गाँधी को हूट करने के मंसूबे बना रहे हैं। ऐसे पलों को कैमरों में कैद करके उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल कराया जा सकता है। इसके लिए कई वॉट्सऐप ग्रुप बनाए गए हैं।
- राहुल गाँधी के दौरे की तैयारियों के लिए कांग्रेस के ओवरसीज विभाग के सचिव हिमांशु व्यास क़रीब दो हफ़्ते से दुबई में थे। उन्होंने ही अपनी टीम के साथ मिलकर दुबई में भारतीयों के अलग-अलग संगठनों के लोगों से मुलाक़ात करके राहुल गाँधी के इस कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया है।
ग़ौरतलब है कि लोकसभा चुनाव से पहले अंतरराष्ट्रीय संपर्क कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए राहुल गाँधी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दो दिन के दौरे पर हैं। इस दौरान 11 जनवरी को दुबई और 12 जनवरी को अबुधाबी में उनके कई कार्यक्रम हैं। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की तरफ़ से 'रिसर्चर्स की एक टीम' राहुल गाँधी को संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय प्रवासियों को पेश आने वाली दिक्कतों को लेकर एक डोजियर सौंपेगी।
क्या राजनीतिक है कार्यक्रम?
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के सचिव हिमांशु व्यास के मुताबिक़ राहुल गाँधी का यह कार्यक्रम राजनीतिक नहीं है। यह प्रवासी भारतीयों तक पहुँचने का तरीक़ा है। यूएई में भारतीय मज़दूरों को पेश आने वाली दिक्कतों में किसी की मौत होने पर उसके शव को भारत ले जाने पर होने वाले मोटे खर्च़ के अलावा अन्य चुनौतियाँ शामिल हैं। प्रवासी भारतीयों की माँग है कि राहुल गाँधी इन मुद्दों को भारतीय संसद में भी उठाएँ। मज़दूरों के अलावा राहुल गाँधी छात्रों से भी मुलाक़ात करेंगे। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस की ओर से आयोजित सांस्कृतिक संध्या राहुल के इस दौरे का एक अहम पड़ाव है। 'इंडो-अरब सांस्कृतिक कार्यक्रम' में राहुल गाँधी आधिकारिक तौर पर मुख्य अतिथि होंगे। इस कार्यक्रम के दौरान भारत के विभिन्न राज्यों से आए 70 लोक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
'भारत का विचार'
इस मौक़े पर राहुल गाँधी स्टेडियम में मौजूद लोगों को 'भारत का विचार' विषय पर संबोधित करेंगे। यह अकेला कार्यक्रम है जहाँ राहुल आम लोगों के सामने अपनी बात रखेंगे। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक विडियो बयान में कहा, 'हम UAE समेत विभिन्न देशों में भारतीय मूल के लोगों से संवाद करना चाहते हैं। दुबई में हम कारोबारी लीडर्स, स्थानीय नेताओं से मिलेंगे, लेबर कैम्पों में जाएँगे और दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।' पित्रोदा के बयान को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस ने जारी किया। दुबई से सूत्रों के मुताबिक़ मोदी समर्थक इसी कार्यक्रम में घुसपैठ करके राहुल को उनके भाषण के दौरान हूट करने का तैयारी में हैं।
कल अबुधाबी में जाएँगे
शनिवार यानी 12 जनवरी को राहुल गाँधी अबुधाबी जाएँगे। वहाँ वह संयुक्त अरब अमीरात के मंत्रियों से मुलाक़ात करेंगे। इसके बाद वह इंडियन बिज़नेस एंड प्रफे़श्नल ग्रुप (IBPG) के सदस्यों से निजी कार्यक्रम के तहत संवाद करेंगे। सूत्रों के मुताबिक़ राहुल के कार्यक्रमों में शेख ज़ाएद मसजिद जाना भी शामिल है। राहुल गाँधी ने 2018 में अंतरराष्ट्रीय संपर्क कार्यक्रम के तहत अमेरिका, ब्रिटेन, मलेशिया, जर्मनी और बहरीन के दौरे किए थे। लोकसभा चुनाव से पहले ऐसे कार्यक्रमों के लिए कुछ और देशों की यात्रा भी कर सकते हैं।