बुलंदशहर हिंसा को लेकर रिटायर्ड अफ़सरों के खुले ख़त के जवाब में अनूपशहर के विधायक संजय शर्मा ने भी खुला ख़त लिखा है। इसमें विधायक ने पूर्व अधिकारियों के रवैये की आलोचना की है। संजय शर्मा ने पत्र में लिखा है कि 'घटना गौमाता की हत्या की वजह से 'आकस्मिक उत्तेजना' का नतीजा था। उन्होंने पूर्व अफसरों पर आरोप लगाया कि उनका पत्र निराधार, उसकी भाषा राष्ट्रविरोधी और समाज के बीच साम्प्रदायिक उन्माद पैदा करने वाली है।
विधायक संजय शर्मा द्वारा लिखे तीन पेजों के ख़त के एक पेज की कॉपी।
इससे पहले 83 सेवानिवृत्त अफ़सरों ने बुलंदशहर हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस्तीफ़े की माँग की थी। इसी के जवाब में विधायक शर्मा ने यह तीन पेज का यह ख़त जारी किया है। पूर्व अफ़सरों द्वारा आरएसएस पर हमला किए जाने को भी शर्मा ने ग़लत ठहराया और योगी सरकार की तारीफ़ों के पुल बांधे। उन्होंने रिटायर्ड अफ़सरों को चुनौती दी कि यदि उन्हें राजनीति करनी है तो हिम्मत करके चुनाव लड़ें। विधायक ने उनके ख़त को विपक्षी पार्टियों का लिखाया पत्र करार दिया है। उन्होंने गोकशी पर रोक की ज़ोरदार वकालत करते हुए कहा कि यदि गोकशी नहीं हुई होती तो यह घटना नहीं हुई होती।