केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर हिंसा को लेकर कहा कि 'घटना शर्मनाक है, लेकिन इस पर राजनीति और भी शर्मनाक है।' उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा का तांडव हुआ है मैं विपक्ष की बात से सहमत हूं। चर्चा के दौरान मणिपुर के सीएम को नहीं हटाने के सवाल पर गृहमंत्री ने यह कहते हुए उका बचाव किया कि इस सीएम ने केंद्र के साथ सहयोग किया है'। उन्होंने कहा, 'जब कोई राज्य का सीएम सहयोग नहीं कर रहा हो तो उसे बदलने की ज़रूरत होती है। इस सीएम ने केंद्र के साथ सहयोग किया है।' शाह ने आगे कहा कि 'संसद सत्र से पहले ही वीडियो क्यों वायरल हुआ, अगर वीडियो मिल भी गया था तो क्या उसे वायरल करना जरूरी था। वीडियो सुरक्षा एजेंसियों को भी दी जा सकती थी'।
अमित शाह बुधवार को संसद में विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात रख रहे थे। उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव सिर्फ देश की जनता को गुमराह करने के लिए लाया गया है। शाह ने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव ऐसा है जहां न तो लोगों और न ही सदन को सरकार पर अविश्वास है। गृहमंत्री ने कहा कि देश की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री मोदी 17 घंटे काम करते हैं और उन्होंने कोई छुट्टी नहीं ली है। अमित शाह के भाषण के साथ ही लोकसभा आज स्थगित कर दी गई। राज्यसभा भी पहले ही स्थगित कर दी गई थी।
बुधवार को लोकसभा के स्थगन से पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने 'भारत छोड़ो' तंज के साथ विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, 'आज पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार भारत छोड़ो, वंशवाद भारत छोड़ो और तुष्टिकरण भारत छोड़ो का नारा दिया है।' उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र को तीन नासूरों, भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण को हटाकर विकास को तरजीह दी है।
तनाव के लिए मणिपुर HC का आदेश जिम्मेदार: शाह
अमित शाह ने मणिपुर में तनाव के लिए मणिपुर उच्च न्यायालय के आदेश को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पहले से ही तनाव होने का ज़िक्र करते हुए कहा, 'अप्रैल माह में हाईकोर्ट के आदेश ने आग में घी डालने का काम किया'। मणिपुर हाई कोर्ट के आदेश ने तब राज्य सरकार को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति सूची में शामिल करने पर विचार करने का निर्देश दिया था।
मणिपुर हिंसा पर विपक्ष को जवाब देते हुए शाह ने कहा कि विपक्ष कहता है कि पीएम ने मौन रखा लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने खुद उन्हें रात में फोन करके मणिपुर हिंसा के बारे में पूछा। तत्काल मणिपुर की हिंसा पर कार्यवाही की गई।
उन्होंने राहुल गांधी पर हमला भी किया। उन्होंने कहा,
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राहुल गांधी जब मणिपुर पर दौरे पर गए तो सड़क के रास्ते से जाने की जिद पर अड़ गए। बाद में हवाई जहाज से ही मणिपुर गए। राहुल गांधी को जनता को सत्याग्रह दिखाना था, इसलिए ये सबकुछ किया।
अमित शाह, लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव चर्चा पर
शाह ने अपने संबोधन में कहा, 'नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार, वंशवाद की राजनीति और तुष्टिकरण को खत्म किया है और प्रदर्शन की राजनीति को महत्व दिया है।' उन्होंने यह भी कहा कि लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को दो बार सत्ता में लाने के लिए वोट दिया है और वह 'भारत में सबसे सफल पीएम' हैं।
अमित शाह ने कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार 35 साल तक चली है और इसमें सिर्फ दो चार निर्णय ऐसे होते हैं जिसको सालों तक याद रखा जाता है। उन्होंने कहा कि 9 साल में मोदी सरकार ने 50 ऐसे फैसले किए जो युगांतकारी है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कोई एक नेता और सरकार है जिसमें जनता को सबसे ज्यादा विश्वास है तो वो नरेंद्र मोदी की सरकार है।
अमित शाह ने बीजेपी के विपक्ष में रहने के दौरान इसके द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि अविश्वास का प्रस्ताव एक संवैधानिक प्रक्रिया है और विपक्ष का ये अधिकार है वो ले आए। उन्होंने कहा, 'मैं 3 अविश्वास प्रस्ताव का जिक्र जरूर करूंगा। दो बार हम लाए थे जब यूपीए सरकार सत्ता में थी। एकबार एनडीए सरकार के खिलाफ थी। नरसिम्हा राव की सरकार थी उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया था। राव की सरकार को कांग्रेस को बचाना था। राव की सरकार अविश्वास प्रस्ताव जीत गई लेकिन बाद में कई नेताओं को जेल हुई और राव को भी हुई। आज कांग्रेस भी वहीं बैठी है और जेएमएम भी वहीं बैठी है।'
गृहमंत्री शाह ने आरोप लगाया, 'मनमोहन सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया था और सांसदों को करोड़ों रुपये का घूस दी गई और वो सरकार बचा ली गई। सारे सिद्धांत, चरित्र त्यागकर किसी प्रकार से सत्ता को संभालना इनका लक्ष्य है। 1999 में अटल जी के खिलाफ एक अविश्वास प्रस्ताव आया था। हम भी कांग्रेस जैसा कर सकते थे लेकिन हमने नहीं किया। ..सिर्फ एक वोट से सरकार गई। क्या हम यूपीए और कांग्रेस की तरह सरकार बचा नहीं सकते थे, बचा सकते थे।'
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एकबार इस देश के एक पीएम ने कहा था कि मैं दिल्ली से एक रुपया भेजता हूं पर 15 पैसे मिलते हैं। मैं आगे पूछना चाहता हूं वो 85 पैसा कौन ले जाता था? अब भारत सरकार भेजती है तो पैसा सीधे गरीब के अकाउंट में पहुंच जाता है।
अमित शाह, लोकसभा में
राहुल गांधी पर तंज
शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी राजनीतिक व्यस्तता पर कटाक्ष करते हुए कहा, 'हमारे पास इस सदन में एक नेता हैं। जो 13 बार राजनीति में लॉन्च हो चुके हैं। हालांकि, वह हर बार असफल रहे हैं।' उन्होंने आगे कहा, 'एक गरीब मां कलावती के घर वो नेता भोजन करने गए। संसद में बैठकर गरीबी का दारून वर्णन किया। बाद में इनकी सरकार 6 साल चली। मैं पूछना चाहता हूं कि उस कलावती का क्या किया? उस कलावती को घर, बिजली, गैस, शौचालय, अनाज, स्वास्थ्य ये सब देने का कम नरेंद्र मोदी ने किया।'
गृहमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की गलत नीतियों का नतीजा था, पीएम मोदी ने जम्मू-कश्मीर का भारत में पूर्ण विलय का ऐतिहासिक फैसला लिया।
उन्होंने कहा, 'पहले, आतंकवादी सीमा पार से कश्मीर में घुसपैठ करते थे और बिना किसी प्रतिक्रिया के सैनिकों के सिर काट देते थे। पाकिस्तान दो बार दंग रह गया, एक बार सर्जिकल स्ट्राइक से और दूसरी बार एयर स्ट्राइक से, क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार ने उन्हें खत्म करने का काम किया।'
इससे पहले राहुल गांधी ने बुधवार दोपहर को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला और कहा कि 'मणिपुर से नूंह तक आपने पूरे देश में आग लगा दी है।' उन्होंने कहा, 'भाजपा की राजनीति ने मणिपुर में भारत की हत्या कर दी है... भाजपा राष्ट्रविरोधी है।'
कांग्रेस के लोकसभा सांसद गौरव गोगोई ने मंगलवार को अविश्वास बहस की शुरुआत करते हुए कहा था कि विपक्ष यह प्रस्ताव मणिपुर के लिए लाया है। इस बहस के गुरुवार तक जारी रहने की संभावना है। गुरुवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जवाब देंगे।