राघव चड्ढा की सफाई - 'भाजपा नेताओं के दिमाग में है घोटाला'
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने दिल्ली शराब घोटाले की पूरक चार्जशीट में अपना नाम आने पर सफाई पेश की है। हालांकि अभी ईडी ने भी उन्हें आरोपी नहीं कहा है कि लेकिन चड्ढा ने सफाई पेश कर दी है। सांसद राघव चड्ढा ने एक मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मुझे ईडी द्वारा दर्ज की गई किसी भी शिकायत में आरोपी या संदिग्ध के रूप में नामित नहीं किया गया है। उक्त शिकायतों में मुझ पर किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि शिकायत में मेरा नाम किसी बैठक में उपस्थित व्यक्ति के रूप में उल्लिखित है, हालांकि इस तरह के आरोप लगाने का आधार स्पष्ट नहीं है। मैं उक्त बैठक के संबंध में या अन्यथा किसी भी तरीके से किसी भी कथित अपराध के होने से जोरदार और स्पष्ट रूप से इनकार करता हूं।
उन्होंने कहा, इस मामले की पूरी जांच राजनीति से प्रेरित है और इसका उद्देश्य आप और अरविंद केजरीवाल को खत्म करना है। भाजपा मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रही है क्योंकि मैं केजरीवाल का सिपाही हूं। पहले दिल्ली तक सीमित रहने वाली आप की अब पंजाब में सरकार है। यह अरविंद केजरीवाल के मार्गदर्शन में हुआ है।
राघव चड्ढा ने कहा- आप से बीजेपी का अंत होगा। ये सारी जांच अरविंद केजरीवाल और आप को परेशान करने के लिए की जा रही है। 1,000 अधिकारी जांच में शामिल हैं, उन्होंने 400 जगहों पर छापेमारी की है, लेकिन उन्हें एक पैसा नहीं मिला है। यह एक ऐसा घोटाला है, जो केवल भाजपा नेताओं के दिमाग में है... यहां तक कि ईडी और सीबीआई अधिकारियों पर भी कुछ गलत करने का दबाव डाला जा रहा है।भाजपा अरविंद केजरीवाल की राजनीतिक हत्या करना चाहती है।
ईडी की चार्जशीट में आप सांसद राघव चड्ढा का नाम आने पर दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा- सांसद संजय सिंह के बाद अब चार्जशीट में राघव चड्ढा का भी नाम आया है, जो अरविंद केजरीवाल से लेकर मनीष सिसोदिया तक की मिलीभगत को दर्शाता है। राघव चड्डा से लेकर विजय नायर तक, आम आदमी पार्टी के सभी नेता या तो देश के कोने-कोने के बड़े शराब कारोबारियों के संपर्क में थे या फिर दिल्ली के रेस्तरां और पब मालिकों के संपर्क में थे और आम आदमी पार्टी के लिए पैसा इकट्ठा कर रहे थे।
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दायर पूरक चार्जशीट में आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा का नाम मनीष सिसोदिया के पूर्व सचिव सी अरविंद द्वारा 23 दिसंबर, 2022 को ईडी को दिए गए बयान के हिस्से के रूप में दिया गया है।
इसमें कहा गया है: उपमुख्यमंत्री (सिसोसदिया) के आवास पर राघव चड्ढा, पंजाब सरकार के एसीएस वित्त, आबकारी आयुक्त, वरुण रूजम, एफसीटी और पंजाब आबकारी के अधिकारियों की एक बैठक हुई थी जिसमें विजय नायर भी मौजूद थे।
चार्जशीट में राघव चड्ढा के लिए यही एकमात्र संदर्भ है, जिस पर अदालत ने कल सोमवार को संज्ञान लिया था। उन्हें मामले में अभी आरोपी नहीं बनाया गया है।