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जमानत मिलने के बाद सत्येन्द्र जैन डेढ़ साल बाद जेल से रिहा

जमानत मिलने के बाद सत्येन्द्र जैन डेढ़ साल बाद जेल से रिहा

अदालत ने कहा कि सत्येंद्र जैन पहले ही हिरासत में काफी समय बिता चुके हैं और निकट भविष्य में मुकदमा शुरू होने की संभावना नहीं है, निकट भविष्य में मुक़दमा पूरा होने की तो बात ही दूर है।

आप नेता सत्येन्द्र जैन डेढ़ साल बाद जेल से रिहा हो गए। उनको दिल्ली की अदालत ने कुछ घंटे पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत दी है। जेल के बाहर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आप नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह सहित कई नेताओं और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। 

जेल से बाहर आते ही सत्येंद्र जैन ने एएनआई से कहा, 'अरविंद केजरीवाल जी ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि हम दबेंगे नहीं। हमने अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ी, इसलिए उन्होंने हमें सलाखों के पीछे डाल दिया। सत्येंद्र जैन को क्यों गिरफ्तार किया गया? ताकि मोहल्ला क्लीनिक ना बन जाये, दिल्ली के अस्पतालों में 18,000 बेड बढ़ाये जा रहे थे, ऐसा दुनिया में कहीं भी नहीं हो रहा था। अरविंद केजरीवाल जी ने कहा था कि हम यमुना साफ़ करेंगे लेकिन इन्हें लगा कि यमुना साफ़ ना हो जाये, इसलिए इन्हें रोको। लेकिन हम डरेंगे नहीं, दबेंगे नहीं। हम सभी काम पूरे करेंगे।'

पूर्व स्वास्थ्य मंत्री जैन ने कहा, 'बीजेपी वाले अरविंद केजरीवाल जी को बदनाम करना चाहते हैं और उन्हें अपने जैसा दिखाना चाहते हैं। ऐसा नहीं है। अगर ऐसा होता तो अरविंद केजरीवाल जी कभी जेल नहीं जाते, बल्कि पलटी मार जाते।'

उन्होंने आगे कहा, 'आम आदमी राजनीति में आकर इनकी भ्रष्ट दुकानदारी ना बंद कर दे इसलिए इन्होंने हमें जेल में डाला। ये देश के सभी रिसोर्स सिर्फ़ दो लोगों को ही दे रहे हैं जबकि अरविंद केजरीवाल जी सभी के लिए काम कर रहे हैं। ये लड़ाई दो लोगों के लिए काम करने वाली सरकार बनाम अरविंद केजरीवाल के बीच की है।' जैन की रिहाई के बाद आप ने कहा है, 'देशभक्तों की टोली ने बीजेपी का चक्रव्यूह भेद डाला।'

आप नेता सत्येन्द्र जैन को रिहाई से कुछ घंटे पहले ही डेढ़ साल बाद अब ज़मानत मिली है। दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यह बेल दी। उनको ईडी ने 30 मई, 2022 को मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ़्तारी के डेढ़ साल और केस दर्ज होने के दो साल बाद भी अभी तक ट्रायल शुरू नहीं हो पाया है।

जमानत देते हुए राउज एवेन्यू कोर्ट ने जैन की लंबी हिरासत का हवाला दिया और मनीष सिसोदिया के मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए मौलिक अधिकार के रूप में त्वरित सुनवाई के अधिकार पर जोर दिया। पीटीआई ने विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने के हवाले से कहा, 'मुकदमे में देरी और 18 महीने की लंबी कैद और इस तथ्य को देखते हुए कि मुकदमे को शुरू होने में लंबा समय लगेगा, आरोपी राहत का हकदार है।'

अदालत ने अपना फ़ैसला सुनाते हुए व्यक्तिगत स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया, खासकर जब पीएमएलए जैसे कठोर क़ानूनों से जुड़े मामलों की बात आती है। अदालत का आदेश मनीष सिसोदिया मामले में सर्वोच्च न्यायालय के फ़ैसले पर काफी हद तक निर्भर था, जिसने त्वरित सुनवाई के अधिकार के संबंध में एक मिसाल कायम की।

मामले की पैरवी कर रहे ईडी ने जैन की जमानत याचिका का कड़ा विरोध किया। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि जैन पहले ही हिरासत में काफी समय बिता चुके हैं और निकट भविष्य में मुकदमा शुरू होने की संभावना नहीं है, निकट भविष्य में मुक़दमा पूरा होने की तो बात ही दूर है।

अदालत ने जैन को 50 हज़ार रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी। जमानत की शर्तों के तहत जैन को मामले से संबंधित किसी भी गवाह या व्यक्ति से संपर्क करने और किसी भी तरह से मुक़दमे को प्रभावित करने से प्रतिबंधित किया गया है। इसके अलावा आप नेता को अदालत की पूर्व अनुमति के बिना भारत से बाहर यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह के बाद जैन चौथे आप के बड़े नेता हैं जिन्हें विभिन्न धन शोधन मामलों में जमानत दी गई है।

फ़ैसले पर प्रतिक्रिया में सत्येंद्र जैन ने कहा - 'सत्यमेव जयते।' आम आदमी पार्टी ने भी अपनी प्रतिक्रिया कुछ इसी तरह की दी है।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'सत्येंद्र जैन को भी दो साल से ज़्यादा जेल में रहने के बाद बेल मिल गई। इनका कसूर क्या था? इनके यहाँ कई कई बार रेड हुई। एक पैसा भी नहीं मिला। इनका क़सूर सिर्फ़ इतना था कि इन्होंने मोहल्ला क्लिनिक बनाये और दिल्ली के सभी लोगों का पूरा इलाज मुफ्त कर दिया। मोहल्ला क्लिनिक बंद करने के लिए और ग़रीबों का फ्री इलाज रोकने के लिए मोदी जी ने इन्हें जेल में डाल दिया। लेकिन भगवान हमारे साथ है। आज ये भी रिहा हो गए। स्वागत है सत्येंद्र!'

मनीष सिसोदिया ने कहा, 'सत्यमेव जयते। देश का संविधान ज़िंदाबाद। तानाशाह की तानाशाही एक बार फिर तमाचा। झूठे और बेनुनियाद आरोप लगाकर सत्येंद्र जैन को इतने लंबे समय जेल में रखा। चार बार उनके घर पर रेड की। कुछ मिला नहीं फिर भी पीएमएलए का झूठा केस बनाकर जेल में डालकर रखा। देश की न्यायपालिका को सच और न्याय का साथ देने के लिए धन्यवाद।'

उन्होंने कहा, 'आज माननीय कोर्ट से हमारे वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन जी को जमानत मिल गई है। वह मोहल्ला क्लिनिक के रूप में देश में स्वास्थ्य क्रांति लेकर आये। उन्होंने दिल्लीवालों के लिए शानदार सरकारी अस्पताल बनवाए। इससे परेशान होकर बीजेपी ने सत्येंद्र जैन जी को गिरफ्तार करके साजिशन जेल भिजवा दिया। उन्हें षड्यंत्र के तहत जेल में डाल दिया। लेकिन आज बीजेपी की साजिश का पर्दाफाश हो गया है। आज नरेंद्र मोदी और बीजेपी को सत्येंद्र जैन जी से और दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए।'

आप सांसद संजय सिंह ने कहा, 'उनका 36 किलो वजन कम हो गया, और उन्हें और उनके परिवार को बहुत कुछ सहना पड़ा। पीएम मोदी और अमित शाह ने उन्हें तोड़ने की हरसंभव कोशिश की। मैं सत्येंद्र जैन को सलाम करना चाहूंगा कि उन्होंने उनके खिलाफ जो साहस दिखाया और उनके सामने नहीं झुके।'

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, 'चलिए अब आम आदमी पार्टी दिल्ली चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। सारे षड्यंत्रों के बावजूद सभी साथी बाहर आ गये। सत्यमेव जयते।'

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