बेटी को ठेका, एलजी सक्सेना और आप के बीच जुबानी जंग
आम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार 2 सितंबर को आरोप लगाया कि दिल्ली के एलजी वी के सक्सेना ने अपने पद का दुरुपयोग किया और अपनी बेटी को मुंबई में खादी लाउंज के इंटीरियर डिजाइनिंग का कॉन्ट्रैक्ट दिलाया था। सक्सेना उस समय खादी ग्रामोद्योग बोर्ड (केवीआईसी) के अध्यक्ष थे। आप ने मांग है की कि प्रधानमंत्री मोदी एलजी सक्सेना को "तुरंत" बर्खास्त करें।
तत्कालीन KVIC के Chairman Vinai Saxena ने Khadi के Act का दुरुपयोग करते हुए अपनी बेटी Shivangi Saxena को Khadi Lounge के Design का ज़िम्मा दिया था।
— AAP (@AamAadmiParty) September 2, 2022
जिसका नाम उद्घाटन वाली शिलापट्ट पर भी लिखा हुआ है।
- AAP MP @SanjayAzadSln pic.twitter.com/Puw4tPKX08
आप के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय सिंह ने प्रेस कान्फ्रेंस में यब भी मांग की है कि सक्सेना के खिलाफ कानून के उल्लंघन में उनकी बेटी को कथित रूप से अनुबंध देने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू की जाए। संजय सिंह ने कहा कि यह केवीआईसी अधिनियम 1961 के प्रावधानों का उल्लंघन है। जिसके तहत एलजी सक्सेना पर कार्रवाई बनती है। " .
सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हमारी पार्टी अपने वरिष्ठ वकीलों के साथ विचार-विमर्श कर रही है और मामले में अदालत जाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा, दिल्ली उपराज्यपाल अपने गलत कामों से बच नहीं सकते। हम जल्द ही इस मामले में अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे क्योंकि अनुबंध देने की नियत प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया था। उन्होंने कहा, "केवीआईसी अध्यक्ष अपने रिश्तेदार को अनुबंध कैसे दे सकते हैं?
एलजी का जवाब
उपराज्यपाल दफ्तर ने आप सांसद के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया कि एलजी सक्सेना ने केवीआईसी के अध्यक्ष के रूप में मुंबई के खादी लाउंज का डिजाइन अपनी बेटी से मुफ्त में बनवाया था। उनकी बेटी डिजाइनर है।The @kvicindia also clearly states that the plan of design of the lounge was done Ms Shivangi Saxena "Free of Cost" and her name was put on the plaque as a goodwill gesture acknowledging her services, since it saved KVIC the cost of designing.
— Raj Niwas Delhi 🇮🇳 (@RajNiwasDelhi) September 2, 2022
एलजी दफ्तर ने स्पष्ट किया कि आपके (संजय सिंह के) बयान के विपरीत, डिजाइन के लिए कोई टेंडर नहीं मांगा गया था, और न किसी को टेंडर मिला। इसके बजाय, केवीआईसी के लाखों रुपये बचाए गए।
एलजी दफ्तर के स्पष्टीकरण पर सवालों के जवाब में, संजय सिंह ने कहा कि केवीआईसी अधिनियम स्पष्ट रूप से अपने अधिकारियों को उनके परिवार के किसी भी सदस्य को कोई अनुबंध या काम देने से रोकता है।
ये किसका ट्वीटर हैंडल है पूर्व @kvicindia अध्यक्ष वी.के.सक्सेना का या वर्तमान LG का।
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 2, 2022
पूर्व @kvicindia अध्यक्ष पर लगे आरोपों का जवाब राजनिवास का ट्वीटर हैंडल कैसे दे सकता है?
ये पद के दुरुपयोग का एक और मामला है।
वी के सक्सेना जी को बोलिये अपने निजी ट्विटर अकाउंट से जवाब दें। https://t.co/OBJ1JhZvHQ
संजय ने कहा कि यह किस तरह का तर्क है? सौरभ भारद्वाज (आप नेता) जो एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं, सेंट्रल विस्टा आईटी का काम मुफ्त में करना चाहते हैं। हमारे प्रवीण देशमुख (आप विधायक), जो एमबीए हैं, प्रबंधन की देखभाल करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय क्या उन्हें यह काम मुफ्त में दिया जाएगा?
आप सांसद ने कहा कि केवीआईसी को खादी लाउंज की इंटीरियर डिजाइनिंग का काम नियमों के मुताबिक देने के लिए एक तय प्रक्रिया का पालन करना चाहिए था और अगर वह चाहती है कि काम मुफ्त में किया जाए तो उसे इसमें शामिल होने का खुला निमंत्रण देना चाहिए था। जिससे सबसे अच्छा इंटीरियर डिजाइनर उसे मिलता।
संजय सिंह ने पूछा - क्या उचित प्रक्रिया का पालन किया गया था? क्या कोई टेंडर जारी हुआ था या काम के लिए इंटीरियर डिजाइनरों की मुफ्त सेवा के लिए खुला निमंत्रण दिया गया था। एलजी सक्सेना की बेटी देश में उपलब्ध एकमात्र सर्वश्रेष्ठ इंटीरियर डिजाइनर थी?
उन्होंने आरोप लगाया कि सक्सेना ने अपनी बेटी से मुंबई खादी लाउंज की इंटीरियर डिजाइनिंग का न सिर्फ काम करवाया, बल्कि उसके प्रोफेशनल लाभ के लिए लाउंज के उद्घाटन पट्टिका में उसका नाम भी लिखा।
बता दें कि आम आदमी पार्टी की सरकार और एलजी के बीच यह विवाद दिल्ली की शराब नीति पर केंद्र सरकार के हमले के बाद शुरू हुआ है। एलजी ने ही दिल्ली सरकार की नई शराब नीति पर हमला बोलते हुए सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद दोनों पक्षों में संबंध बिगड़ते जा रहे हैं। एलजी ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ कई मामलों में जांच का आदेश दिया है।