भारत में 5G सेवा को लांच कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में आयोजित इंडियन मोबाइल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में इस सेवा को शुरू किया। इस मौके पर कारोबारी जगत की तमाम बड़ी हस्तियां मौजूद रहीं। इस मौके पर भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने कहा कि चार महानगरों सहित आठ शहरों में 5G सेवाएं शुरू की जा रही हैं और मार्च 2024 तक पूरे देश को कवर कर लिया जाएगा।
जबकि रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने दिसंबर 2023 तक पूरे भारत में 5जी सेवाएं देने का वादा किया है।
क्या होगा फायदा?
5G सेवा शुरू होने की खबर के बाद जो पहला सवाल मन में आता है वह यह कि आखिर इससे लोगों को क्या फायदा होगा। 5G सेवा का सीधा मतलब यह है कि इंटरनेट की स्पीड कई गुना बढ़ जाएगी। 5G सेवा शुरू होने के बाद मोबाइल पर कुछ ही सेकंड में वीडियो को डाउनलोड किया जा सकेगा। साथ ही अपलोडिंग की स्पीड भी बढ़ जाएगी। मोबाइल से किए जाने वाले बैंकिंग सहित कई दूसरे काम भी तेजी से हो सकेंगे।
कोरोना महामारी आने के बाद देश में इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ गया है। वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है और ऐसे में इंटरनेट की अच्छी स्पीड हर किसी की जरूरत है। बीते कई महीनों से लोग भारत में 5G सेवा के शुरू होने का इंतजार कर रहे थे।
हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि भारत में 5G का सफर बेहद रोमांचक होगा। उन्होंने कहा था कि दुनिया के कई देशों को अपने वहां 40 से 50 फीसद इलाकों में 5G सेवा देने में कई साल लगे लेकिन मोदी सरकार इस मामले में बेहद आक्रामक ढंग से काम कर रही है और हम बहुत कम समय में 80 फीसद इलाकों में 5जी सेवा उपलब्ध करा देंगे।
अर्थव्यवस्था को होगा फायदा
विशेषज्ञों का कहना है कि 5G तकनीक से भारत को बहुत फायदा होगा। इससे भारत की अर्थव्यवस्था को 2023 से 2040 के बीच में 455 अरब डॉलर का फायदा हो सकता है। यह बात हाल ही में आई एक रिपोर्ट के हवाले से कही गई है। रिपोर्ट यह भी कहती है कि 5G तकनीक के भारत में आने के बाद मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, रिटेल और कृषि सेक्टर को भी फायदा होगा।
निश्चित रूप से 5G के आने के बाद 2G और 3G की हिस्सेदारी घटेगी और यह घटकर 10 फीसद से भी कम रह जाएगी। भारत में वर्तमान में 79 फीसद लोग 4G सेवा का इस्तेमाल करते हैं और यह माना जाना चाहिए कि 5जी सेवा आते ही बड़ी संख्या में लोग इस सेवा का फायदा लेने के लिए आगे आएंगे।
भारत में मोबाइल और इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ी है और 5G सेवा शुरू होने के बाद निश्चित रूप से इसमें और बढ़ोतरी होगी। दुनिया में अभी इसराइल, इटली आदि मुल्कों में 5G सेवाएं मिलती हैं।
4G और 5G में क्या है फर्क?
4G और 5G के बीच में एक बड़ा फर्क इसकी लेटेंसी का है। लेटेंसी का मतलब होता है अपलोड और डाउनलोड करने का फर्क। 4G में अपलोडिंग में 200 मिली सेकंड का वक्त लगता है जबकि 5G में यह सिर्फ 1 मिली सेकंड में हो जाएगा। 1 मिली सेकंड एक सेकंड का 1000 वां हिस्सा होता है।
4G में जो डाउनलोड स्पीड 150mbps तक होती है जबकि 5G में यह 10gbps यानी गीगाबाइट प्रति सेकंड होगी। 4G में अपलोड स्पीड 50mbps होगी जबकि 5G में यह 1 गीगाबाइट होगी।