एक सनसनीखेज घटना में पाकिस्तान से भारत आए एक विस्थापित हिन्दू परिवार के 11 लोगों के शव राजस्थान के एक खेत में पाए गए हैं। पुलिस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि यह वारदात जोधपुर के लोडता गाँव में हुई है।
क्या कहना है पुलिस का
जोधपुर के पुलिस सुपरिटेंडेंट (ग्रामीण) राहुल बरहट ने एनडीटीवी से कहा, 'हम मौत के कारण का पता लगा रहे हैं। पर ऐसा लगता है कि सभी लोगों ने रात में कोई रसायनिक पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली है।'उन्होंने यह भी कहा कि उस परिवार की झोपड़ी में किसी रसायन की गंध मिली है, जो सकता है कि वह ज़हर हो।
पुलिस सुपरिटेंडेंट ने कहा, 'किसी भी लाश पर न तो चोट का कोई निशान न ही कुछ गड़बड़ करने का चिह्न है।'
जोधपुर पुलिस आगे की जाँच के लिए फोरेंसिक टीम और खोजी कुत्तों की मदद ले रही है।
बीजेपी बनाएगी मुद्दा
यह मामला अहम इसलिए है कि ये लोग पाकिस्तान से आए हुए हिन्दू हैं, हालांकि अब तक इनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिली है। यह मामला संवेदनशील है क्योंकि बीजेपी ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफ़ग़ानिस्तान से आए हुए हिन्दुओं, बौद्धों, सिखों, जैनियों, ईसाइयों और पारसियों के लिए ही नागरिकता संशोधन क़ानून संसद से पारित करवाया। इस क़ानून में यह प्रावधान है कि 31 दिसंबर, 2014 तक धार्मिक प्रताड़ना के कारण इन देशों से आने वाले इन लोगों को भारत की नागरिकता दी जा सकती है।इस नियम में मुसलमानों को शामिल नहीं करने के कारण पूरे देश में बड़े पैमाने पर इसका विरोध हुआ। दिल्ली में महिलाओं ने दो महीने से ज़्यादा समय तक धरना दिया, जिसमें हज़ारों की तादाद में महिलाएं मौजूद थीं।
ऐसे में बीजेपी से यह सवाल पूछा जा सकता है कि वह इन लोगों के लिए क्या सोचती है।
दूसरी ओर, चूंकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, बीजेपी इस मुद्दे को राज्य स्तर पर उठा सकती है। वह राज्य सरकार को कटघरे में ला सकती है।
यह मुमकिन है कि बीजेपी इसकी किसी केंद्रीय जाँच एजेन्सी से जाँच कराने की मांग करे। इसकी पूरी संभावना है कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार का संकट बढ़े।