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कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे; सीएम सुक्खू हुए शामिल

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के 100 दिन पूरे; सीएम सुक्खू हुए शामिल

क्या राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के जरिये कांग्रेस में नई ऊर्जा भरने में कामयाब हुए हैं। क्या इस यात्रा से कांग्रेस को 2023 के चुनावी राज्यों और 2024 के लोकसभा चुनाव में फायदा होगा?

कांग्रेस के द्वारा निकाली जा रही भारत जोड़ो यात्रा के शुक्रवार को 100 दिन पूरे हो गए हैं। इन दिनों यह यात्रा राजस्थान में चल रही है। यह यात्रा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश का सफर तय करते हुए राजस्थान पहुंची है। 

यात्रा में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास सहित राजस्थान कांग्रेस के तमाम बड़े नेता शिरकत कर रहे हैं। 

भारत जोड़ो यात्रा कुल 3570 किमी. की है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित कांग्रेस के सभी नवनिर्वाचित विधायक भी इस यात्रा में शामिल हुए हैं। 

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इस मौके पर शुक्रवार शाम को जयपुर में एक लाइव कंसर्ट का भी आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में गायिका सुनिधि चौहान अपनी परफॉर्मेंस देंगी। आने वाले दिनों में यह यात्रा हरियाणा और दिल्ली में प्रवेश करने वाली है। इसके लिए इन राज्यों की प्रदेश कांग्रेस कमेटियां जोर-शोर से तैयारी कर रही हैं। 

यात्रा 2800 किलोमीटर का सफर तय कर चुकी है। यात्रा को तमाम जगहों पर अच्छा-खासा समर्थन मिला है। कांग्रेस का कहना है कि यह यात्रा उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार करने में कामयाब रही है। 

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यात्रा में आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन, एक्टिविस्ट मेधा पाटकर, धर्मगुरु कंप्यूटर बाबा, अभिनेत्री स्वरा भास्कर, बॉक्सर विजेंदर सिंह जैसे जाने पहचाने लोग शामिल हो चुके हैं।

जब भारत जोड़ो यात्रा महाराष्ट्र से निकल रही थी तो इसमें शिवसेना के नेता आदित्य ठाकरे के साथ ही एनसीपी नेता सुप्रिया सुले भी शामिल हुई थीं और इस तरह कांग्रेस ने सहयोगी विपक्षी दलों को भी इस यात्रा से जोड़ने की कोशिश की थी।

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कांग्रेस के सामने चुनौती

कांग्रेस लंबे वक्त देश में एकछत्र शासन करती रही है। साथ ही देश के कई राज्यों में भी उसने अपने दम पर हुकूमत चलाई है लेकिन गठबंधन की राजनीति के दौर में कांग्रेस कमजोर होना शुरू हुई। 2004 से 2014 तक उसने केंद्र में गठबंधन सरकार चलाई। लेकिन 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में करारी हार के साथ ही पार्टी को कई राज्यों में चुनावी शिकस्त का सामना करना पड़ा। इसके अलावा बड़ी संख्या में कई वरिष्ठ नेता भी पार्टी छोड़कर चले गए। हालांकि हिमाचल प्रदेश के चुनाव नतीजों ने उसे ऊर्जा दी है। 

अब जब 2024 के लोकसभा चुनाव में सिर्फ डेढ़ साल का वक्त बचा है तो कांग्रेस एक बार फिर भारत जोड़ो यात्रा के जरिए संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।

चुनावी साल है 2023  

बताना होगा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले साल 2023 बेहद अहम है। साल 2023 में 10 राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। इन राज्यों में कर्नाटक, नगालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर और तेलंगाना शामिल हैं। 

2024 लोकसभा चुनाव

2024 के लोकसभा चुनाव का वक्त जैसे-जैसे नजदीक आएगा विपक्ष और बीजेपी दोनों अपनी तैयारियों को तेज करेंगे। जनता से जुड़े तमाम मुद्दों पर सरकार फोकस करेगी तो विपक्ष जनता की समस्याओं को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा करेगा। ऐसे में 2024 का चुनावी मुकाबला निश्चित रूप से बेहद जोरदार होने की पूरी उम्मीद है और अगर विपक्षी दलों का एक फ्रंट बना तो इससे बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।

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