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'युवा हल्ला बोल' प्रधानमंत्री के जन्मदिन को मनाएगा 'जुमला दिवस' 

'युवा हल्ला बोल' प्रधानमंत्री के जन्मदिन को मनाएगा 'जुमला दिवस' 

बीजेपी जहाँ प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को 'सेवा और समर्पण अभियान' के तौर पर मनाने वाली है, वहीं 'युवा हल्ला बोल' नाम के राष्ट्रीय युवा आंदोलन ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन को 'जुमला दिवस' मनाने की घोषणा की है। 

युवाओं के लिए रोज़गार की मांग उठाने वाले एक राष्ट्रीय युवा आंदोलन 'युवा हल्ला बोल' ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को 'जुमला दिवस' मनाने की घोषणा की है। इसके तहत युवा सोशल मीडिया पर तो अभियान चलाएँगे ही अलग-अलग क्षेत्रों में रैली भी निकालेंगे। युवाओं की ऐसी घोषणा के बीच ही रिपोर्ट आई है कि बीजेपी मोदी के जन्मदिन पर तीन हफ़्ते तक 'थैंक्यू मोदीजी' का प्रचार करेगी और इसके तहत कई कार्यक्रम करेगी। यानी एक तरफ़ बीजेपी तीन हफ़्ते तक प्रधानमंत्री मोदी की छवि चमकाने वाले कार्यक्रम करेगी वहीं दूसरी तरफ़ बेरोज़गार युवा का आंदोलन मोदी सरकार की 'सच्चाई' को उजागर करेगा और इसीलिए इसका नाम 'जुमला दिवस' रखा गया है। 

'युवा हल्ला बोल' ने इसको लेकर ट्विटर पर अभियान शुरू कर दिया है। इसने एक ट्वीट में कहा है कि "'जुमला दिवस' मनाने के लिए आंदोलन तेज़ कर रहे हैं...।'

'युवा हल्ला बोल' की वेबसाइट के अनुसार यह देश में बेरोज़गरी के ख़िलाफ़ एक राष्ट्रव्यापी युवा आंदोलन है। इसने लिखा है, 'युवाओं के लिए नौकरी के अवसरों और भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्ष चयन पर ध्यान देने के साथ, हम एक ऐसे भारत की कल्पना करते हैं जहाँ प्रत्येक भारतीय राष्ट्र निर्माण में अपनी पूरी क्षमता से योगदान दे सके।' मार्च 2018 में एसएससी घोटाले के ख़िलाफ़ देश भर में स्वतःस्फूर्त युवा आंदोलन के दौरान 'युवा हल्ला बोल' शुरू हुआ। यह कहता है कि 'यह न तो कोई संगठन है और न ही संगठनों का गठबंधन। यह एक आंदोलन है।'

इसने कहा है कि 'युवा हल्ला बोल' प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर उन चीजों को उजागर करेगा जिनमें उनकी सरकार देश के युवाओं की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतरी है। उन्होंने तय किया है कि 'जुमला दिवस' के तहत कुछ ऐसी गतिविधियों को किया जाएगा जिन्हें खुद प्रधानमंत्री ने लोकप्रिय किया है। उन्होंने कहा है कि इसमें थाली व बर्तन पीटने जैसी गतिविधियाँ शामिल होंगी। 

युवा कार्यकर्ताओं ने पिछले साल भी प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर एक कार्यक्रम किया था। तब उन्होंने उसका नाम राष्ट्रीय बेरोज़गारी दिवस रखा था। पिछले साल इसको लेकर बड़े पैमाने पर सोशल मीडिया अभियान चलाया गया था। तब इससे जुड़ा हैशटैग उस दिन ट्विटर पर ट्रेंड किया था। अब इस बार फिर से वैसी ही तैयारी है। ट्विटर पर यह दिखने भी लगा है। 

'युवा हल्ला बोल' से जुड़े अनुपम ने ट्वीट किया है, "...थाली बजाकर, बेरोज़गारी मार्च निकालकर या फिर 'जुमले का केक' काटकर प्रधानमंत्री का जन्मदिवस मनाया जाएगा...।"

युवाओं के इस कार्यक्रम के बीच ही बीजेपी ने भी प्रधानमंत्री की छवि को लेकर अभियान छेड़ दिया है।

बीजेपी इस बार प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर कार्यक्रम का नाम 'सेवा और समर्पण अभियान' रखा है। इसके तहत ग़रीबों को दिए जाने वाले 14 करोड़ राशन बैग पर प्रधानमंत्री मोदी की तसवीर होगी, 5 करोड़ 'थैंक्यू मोदीजी' पोस्टकार्ड भेजे जाएँगे। नदियों की सफ़ाई के 71 स्थान चिन्हित किए गए हैं जिसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा। कोरोना टीकाकरण की वाहवाही तो होगी ही, प्रधानमंत्री मोदी के जीवन और कार्यों को लेकर सेमिनार जैसे आयोजन भी होंगे। वह कोशिश करेगी कि उनकी एक शानदार छवि बने।

यह सब तब हो रहा है जब बीजेपी सरकार की हर मोर्चे पर विपक्ष आलोचना कर रहा है। कृषि क़ानूनों पर किसान आंदोलन से बीजेपी को जबरदस्त चुनौती मिल रही है। देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। रोज़गार को लेकर सरकार घिरी है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जो हालात बने उससे लोगों में जबरदस्त नाराज़गी है। यहाँ तक कि कुछ सर्वे में यह भी कहा गया है कि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता घटी है। 

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