योगी कैबिनेट ने देखी सम्राट पृथ्वीराज फिल्म, अखिलेश ने दी नसीहत
उत्तर प्रदेश सरकार की पूरी कैबिनेट ने गुरूवार को लखनऊ में सम्राट पृथ्वीराज फिल्म देखी। लेकिन इस पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को नसीहत दी है। योगी कैबिनेट के फिल्म को देखने के दौरान अभिनेता अक्षय कुमार भी मौजूद रहे। इस फिल्म में अक्षय कुमार ने ही सम्राट पृथ्वीराज की भूमिका निभाई है।
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपने पूरे परिवार के साथ इस फिल्म को देखा था।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि उत्तर प्रदेश की कैबिनेट से आग्रह है कि उत्तर प्रदेश की वर्तमान हालत को भी देखा जाए क्योंकि इतिहास के आटे से वर्तमान की रोटी नहीं बन सकती।
टैक्स फ्री हुई फिल्म
फिल्म देखने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलान किया कि सम्राट पृथ्वीराज फिल्म को उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री किया जा रहा है।
फिल्म का नाम पहले पृथ्वीराज था लेकिन फिल्म का टाइटल बदलने की मांग करणी सेना की ओर से की जा रही थी। करणी सेना ने फिल्म के निर्माताओं को चेताया था कि उन्हें इसका टाइटल बदलना ही होगा। इसके बाद फिल्म का टाइटल सम्राट पृथ्वीराज कर दिया गया था।
फिल्म को लेकर विवाद
बता दें कि इस फिल्म को लेकर अच्छा खासा विवाद चल रहा है। राजपूत समुदाय का कहना है कि सम्राट पृथ्वीराज राजपूत थे जबकि गुर्जर समुदाय का कहना है कि पृथ्वीराज चौहान उनकी जाति से संबंध रखते थे।
गुर्जर समुदाय का दावा
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा ने पृथ्वीराज चौहान के गुर्जर होने के तमाम दावे पेश किए हैं।
महासभा ने कश्मीरी कवि जयनक के द्वारा लिखा गया एक संस्कृत पाठ जिसे 'पृथ्वीराज विजय महाकाव्य' कहा जाता है, को सामने रखा। महासभा ने कहा कि इस पाठ में पृथ्वीराज चौहान के गुर्जर जाति से होने को लेकर कई संदर्भ हैं। महासभा ने कहा कि जयनक 1191-21 के दौरान पृथ्वीराज चौहान के दरबार में काम करते थे।
महासभा की ओर से चंद बरदाई के द्वारा लिखे गये महाकाव्य पृथ्वीराज रासो को भी सामने रखा गया। महासभा ने कहा कि पृथ्वीराज रासो में लिखा गया है कि पृथ्वीराज चौहान के पिता का नाम सोमेश्वर था और वे गुर्जर थे।
जबकि दूसरी ओर राजपूतों के संगठन करणी सेना का कहना है कि पृथ्वीराज चौहान राजपूत ही थे। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय संयोजक अजीत सिंह ममडोली का कहना है कि पृथ्वीराज चौहान एक राजपूत राजा थे और इतिहास की किताबों में भी इस बात को लिखा गया है लेकिन बेवजह एक नया विवाद खड़ा किया जा रहा है।