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हवाई अड्डे के शिलान्यास पर योगी ने उठाया जिन्ना का मुद्दा

हवाई अड्डे के शिलान्यास पर योगी ने उठाया जिन्ना का मुद्दा

योगी आदित्यनाथ को हवाई अड्डे के शिलान्यास के मौके पर भी जिन्ना की याद क्यों आई? क्या है मामला?

चुनाव नज़दीक आते ही हिन्दू-मुसलमान और हिन्दुस्तान-पाकिस्तान का विवाद छेड़ने वाले योगी आदित्यनाथ को हवाई अड्डे के शिलान्यास के मौके पर भी पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना की याद आ गई।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जेवर में बनने वाले नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शिलान्यास समारोह पर 'जिन्ना बनाम गन्ना' का मुद्दा उठा दिया।

उन्होंने कहा, "यहाँ के किसानों ने कभी किसी कालखंड में गन्ना की मिठास को आगे बढ़ाने का प्रयास किया था। लेकिन गन्ने की मिठास को कुछ लोगों ने कड़वाहट में बदल कर के यहाँ दंगों की एक श्रृंखला खड़ी की थी।" योगी ने कहा,

आज देश के अंदर नया द्वंद्व बना है कि देश गन्ना की मिठास को एक नई उड़ान देगा या जिन्ना के अनुयायियों से फिर दंगा करवाने की शरारत करवाएगा। और यही तय करने के लिए आप सब का आह्वान करने के लिए मैं यहाँ उपस्थित हूँ।


योगी अदित्यनाथ, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश

निशाने पर अखिलेश

यह साफ है कि योगी के निशाने पर पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव हैं। 

अखिलेश यादव ने बीते दिनों हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि सरदार पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने और भारत को आजादी दिलाने में मदद की और संघर्ष से कभी पीछे नहीं हटे।

बीजेपी को आपत्ति है कि सपा प्रमुख ने सरदार पटेल के साथ मुहम्मद अली जिन्ना का नाम लिया था और वह हमलावर है। योगी पहले भी इस मुद्दे पर बोल चुके हैं और अखिलेश यादव से इस पर माफ़ी मांगने की बात कह चुके हैं।  

जब अखिलेश से इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा गया तब उन्होंने कहा था कि लोगों को फिर से इतिहास की किताबें पढ़ने की ज़रूरत है।

हवाई अड्डे के शिलान्यास के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काम टाले जाने को लेकर पूर्ववर्ती सरकारों पर दोष मढ़ा।

लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर भी जिन्ना का मुद्दा उठा दिया और अखिलेश यादव पर हमला कर दिया। 

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