थोड़ी देर में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे योगी आदित्यनाथ
योगी आदित्यनाथ थोड़ी देर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ लेने से पहले योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की। लखनऊ के इकाना स्टेडियम में हो रहे शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित बीजेपी के तमाम आला पदाधिकारी कई राज्यों के पूर्व व वर्तमान मुख्यमंत्री पहुंचे हैं।
कई बॉलीवुड सितारे व जाने-माने उद्योगपति भी कार्यक्रम में मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों से आम लोग भी बड़ी संख्या में इकाना स्टेडियम में पहुंचे हैं और उन्होंने बीजेपी जिंदाबाद के नारे लगाए हैं।
इससे पहले गुरुवार को हुई बीजेपी विधायक दल की बैठक में योगी को विधायक दल का नेता चुना गया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुबर दास बतौर पार्टी पर्यवेक्षक विधायक दल की बैठक में मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश में 37 साल बाद ऐसा हुआ है, जब किसी राजनीतिक दल ने सत्ता में लगातार वापसी की है। बीजेपी को विधानसभा चुनाव में जोरदार जीत मिली है और उसने 403 सदस्यों वाली विधानसभा में 255 सीटें अपने दम पर हासिल की हैं। जबकि उसके सहयोगी दलों अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी को 18 सीटों पर जीत मिली है।
सूत्रों के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट में सभी समुदायों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। लेकिन ओबीसी और दलित व आदिवासी समुदाय पर विशेष जोर रहेगा। इसके अलावा महिला मंत्रियों की भी अच्छी संख्या रहेगी। कैबिनेट में कुछ पदों को खाली छोड़ा जाएगा जिससे आने वाले वक्त में बाकी नेताओं को समायोजित किया जा सके।
कितने उप मुख्यमंत्री होंगे?
योगी सरकार में कितने नेताओं को उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, यह अभी साफ नहीं हो सका है। चुनाव जीतने के बाद केशव प्रसाद मौर्य के लिए उप मुख्यमंत्री बनना आसान होता लेकिन अपनी सीट सिराथू से हार जाने के बाद उनके लिए इस पद की दावेदारी करना थोड़ा मुश्किल जरूर हो गया है। योगी सरकार के दूसरे पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने इस बार विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा। पार्टी उन्हें फिर से उप मुख्यमंत्री बनाएगी इस बारे में अभी कुछ साफ नहीं हुआ है।
दो और दावेदार
उप मुख्यमंत्री पद के लिए उत्तर प्रदेश बीजेपी में दो और नए नाम सामने आए हैं। इनमें पहला नाम वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का है तो दूसरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आगरा से आने वालीं बेबी रानी मौर्य का। बेबी रानी मौर्य दलित समाज की जाटव बिरादरी से आती हैं और बीजेपी ने उन्हें चुनाव में जाटव चेहरे के रूप में आगे रखा था। जबकि स्वतंत्र देव सिंह को भी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के रूप में काम करने के बाद फिर से योगी कैबिनेट में कोई अहम जगह दे सकती है।