योगेंद्र यादव ने कहा- हाँ, मैं 'आन्दोलनजीवी' हूँ मोदी जी
प्रधानमंत्री मोदी के 'आंदोलनजीवी' वाले बयान के बाद किसान आंदोलन से जुड़े रहे और स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री को जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि "हाँ, मैं 'आन्दोलनजीवी' हूँ मोदी जी!" उनका यह बयान प्रधानमंत्री के उस बयान पर आया है जिसमें उन्होंने आंदोलन में शामिल होने वाले लोगों पर निशाना साधा था।
प्रधानमंत्री के भाषण से कितनी तीखी प्रतिक्रिया हुई वह सोशल मीडिया पर तो दिख ही रही है, उसकी बानगी योगेंद्र यादव के बयान में भी मिलती है। अस्पताल में भर्ती योगेंद्र यादव ने एक वीडियो बयान जारी किया है। उसमें उन्होंने कहा है कि वह अस्वस्थ होने की वजह से अस्पताल में हैं और सोशल मीडिया पर लाइव होने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने जिस तरह से संसद में भाषण दिया है उसपर यह ज़रूरी हो गया है।
प्रधानमंत्री मोदी संसद के बजट सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के आख़िर में जवाब दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कहा कि इस देश में एक नई जमात का जन्म हुआ है, जिसका नाम है 'आंदोलनजीवी'। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'ये लोग ख़ुद आंदोलन नहीं चला सकते हैं, लेकिन किसी का आंदोलन चल रहा हो तो वहाँ पहुँच जाते हैं। ये आंदोलनजीवी ही परजीवी हैं, जो हर जगह मिलते हैं।'
प्रधानमंत्री के इस बयान को योगेंद्र यादव जैसे नेताओं पर निशाना साधने के तौर पर देखा गया। यह इसलिए कि जब से यह किसान आंदोलन शुरू हुआ है तब से योगेंद्र यादव किसानों की माँगों को उठा रहे हैं। जब सरकार ने किसान नेताओं के साथ वार्ता शुरू की थी तब उसने सिर्फ़ किसान नेताओं को शामिल किया था और उसमें योगेंद्र यादव शामिल नहीं थे। शायद योगेंद्र यादव का किसान आंदोलन में शामिल होना बीजेपी को खटकता रहा है। इसके बावजूद किसानों का जो संयुक्त किसान मोर्चा बना उसमें वह मुख्य प्रवक्ताओं में से एक हैं।
यही कारण है कि प्रधानमंत्री के 'आंदोलनजीवी' वाले बयान को योगेंद्र यादव पर निशाना साधे जाने के तौर पर लिया गया। योगेंद्र यादव ने वीडियो में कहा, 'संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के गरिमामय जैसे मौक़े पर प्रधानमंत्री ने ऐसी बात कह दी, और एक ऐसी कुटिल मुस्कान के साथ कह दी, और कोई शब्द नहीं है इस तरह की मुस्कान के लिए, मुझे लगा कि बात तो कहनी पड़ेगी।'
योगेंद्र यादव ने उन सभी मुद्दों पर प्रधानमंत्री के बयान का जवाब दिया जिसमें उन्होंने विपक्ष, कांग्रेस, शरद यादव, आंदोलनजीवी आदि पर बोला।
यादव ने कहा, 'आज प्रधानमंत्री ने वह शब्द इस्तेमाल किया था मुझे लगता है याद दिला दूँ परजीवी क्या होता है। उन्होंने असली तोप दागी। आंदोलनजीवी! देश में एक नई चीज पैदा हो गई है। आंदोलनजीवी! बड़े ख़तरनाक लोग हैं। रोज़ आंदोलन का कोई बहाना ढूंढते हैं। ये आंदोलन हो उसमें आ जाते हैं, दूसरा आंदोलन हो तो आ जाते हैं। रोज़ आंदोलन ढूंढते रहते हैं। बड़े ख़तरनाक हैं! देश को बचना चाहिए! ये विचारधारा देते हैं आंदोलन को। ये प्रधानमंत्री के ख़ुद के शब्द हैं। मैं सुनता रहा।'
वीडियो में देखिए, क्या किसानों से बातचीत के सारे रास्ते बंद?
उन्होंने आगे कहा, 'ये शब्द प्रधानमंत्री बोल रहे हैं! संसद में बोल रहे हैं! इशारा साफ़ था किन लोगों पर था। इतना डरते हैं हमसे। शोभा नहीं देता प्रधानमंत्री जी। बहुत बड़ी कुर्सी पर बैठे हो, मन भले ही छोटा हो।'
योगेंद्र यादव ने प्रधानमंत्री के पहले के एक ट्वीट का हवाला दिया जिसमें उन्होंने जन आंदोलन की ज़रूरत की बात कही थी। यादव ने जे पी आंदोलन का ज़िक्र किया और कहा कि क्या आपको याद है जिसमें आप गर्व से दावा करते हो कि आप उससे जुड़े रहे थे।
स्वराज इंडिया के नेता ने दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी का ज़िक्र कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी उन्हें ही याद कर लेते। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उनकी तो इज्जत कर लेते। यादव ने कहा कि देश आंदोलन की बुनियाद पर खड़ा है।
बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा ने भी प्रधानमंत्री के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि 'प्रधानमंत्री ने किसानों का अपमान किया है। इस देश के किसान प्रधानमंत्री को याद दिला देना चाहते हैं कि ये आंदोलन ही थे जिनकी वजह से इस देश को आज़ादी मिली। इसलिए आंदोलनजीवी होने में हमें गर्व है। लेकिन बीजेपी और उसके पूर्वज, ऐसे लोग रहे हैं जो हमेशा आन्दोलनों के ख़िलाफ़ रहे, जो हमेशा अंग्रेजों के ख़िलाफ़ लड़े जा रहे आंदोलनों के विरुद्ध लड़े। इसलिए इन्हें आज भी आंदोलनों से डर लगता है।'