रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को ऐसे विधेयक पर दस्तख़त किए हैं, जो उन्हें 2036 तक सत्ता में बने रहने की ताक़त देता है। पुतिन का अभी लगातार दूसरा कार्यकाल चल रहा है और यह 2024 में ख़त्म होना है। इस विधेयक पर दस्तख़त के बाद उन्हें राष्ट्रपति के पद पर दो और कार्यकाल तक बने रहने की अनुमति मिल गई है।
यदि ऐसा होता है तो वे जोसेफ़ स्टालिन को पीछे छोड़ देंगे जो पीटर द ग्रेट के बाद सबसे लंबे वक़्त तक रूस के राष्ट्रपति रहे थे। पुतिन अब तक चार बार राष्ट्रपति के पद पर रह चुके हैं।
पुतिन ने पिछले साल संविधान में बदलाव का प्रस्ताव रखा था और रूस के लोगों ने इसका जोरदार समर्थन किया था। उस वक़्त पुतिन की काफ़ी आलोचना भी हुई थी। इसे लेकर पिछले साल जुलाई में वोटिंग कराई गई थी। पिछले महीने सांसदों ने इस विधेयक को मंजूरी दे दी थी।
पुतिन पहली बार 2000 में राष्ट्रपति बने थे और चार-चार साल का दो बार का कार्यकाल उन्होंने पूरा किया था। इसके बाद उनके सहयोगी दिमित्रि मेदेवदेव 2008 में राष्ट्रपति बने थे। पुतिन 2012 में सत्ता में लौटे थे और 2018 में भी उन्होंने जीत हासिल की थी।
रूस में इन दिनों अशांति का माहौल है और बीते कुछ महीनों से लोग पुतिन के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं। एलेक्सेइ नवाल्नी नामक शख़्स के नेतृत्व में सरकारी भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ देशव्यापी अभियान भी रूस में चलाया जा चुका है।