आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले: पीएम मोदी

07:11 pm Feb 14, 2024 | सत्य ब्यूरो

अपनी दो दिवसीय यात्रा पर यूएई में गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित किया है। 

अपनी दो दिवसीय यात्रा पर यूएई में गये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित किया है। 

पीएम मोदी ने कहा कि आज विश्व को ऐसी सरकारों की जरूरत है जो सबको साथ लेकर चले। जो स्मार्ट हो, जो टेक्नोलॉजी को बड़े बदलाव का माध्यम बनाए।

जो साफ-सुथरी हो, जो करप्शन से दूर हो, जो ट्रांसपेरेंट हो। जो ग्रीन हो, जो पर्यावरण से जुड़ी चुनौतियों को लेकर गंभीर हो।

उन्होंने कहा कि भारत ने हाल के दिनों में एक बड़ा बदलाव देखा है। भारत का स्वच्छता अभियान हो, डिजिटल साक्षरता अभियान हो या बालिका शिक्षा अभियान, ऐसे हर बड़े लक्ष्य की सफलता जन-भागीदारी से ही सुनिश्चित हुई है।

सामाजिक और वित्तीय समावेशन हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। हमने 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा है। ये वे लोग थे जिनके पास कोई बैंक खाता नहीं था। यह हमारे निरंतर प्रयासों का ही परिणाम है कि भारत फिनटेक और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में वैश्विक मंच पर चमक रहा है। 

सबका साथ-सबका विकास' के मंत्र पर चलते हुए हम उसे अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और सैचुरेशन की अप्रोच पर बल दे रहे हैं। सैचुरेशन की अप्रोच, यानी सरकार की योजनाओं के लाभ से कोई भी लाभार्थी छूटे नहीं, सरकार खुद उस तक पहुंचे। गवर्नेस के इस मॉडल में भेदभाव और भ्रष्टाचार दोनों की ही गुंजाइश समाप्त हो जाती है।

उन्होंने कहा कि हम ना केवल सरकारों के साथ उपस्थित चुनौतियों का समाधान करेंगे, बल्कि विश्व-बंधुत्व को भी मजबूती देंगे। एक विश्व-बंधु के रूप में भारत इसी सोच के साथ आगे बढ़ रहा है। अपनी जी20 प्रेसिडेंसी के दौरान भी हमने इसी भावना को आगे बढ़ाया। हम एक धरती, एक परिवार और एक भविष्य के भाव के साथ चले। 

आज दुनिया के समक्ष अनेकों चुनौतियां हैं 

पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया के समक्ष अनेकों चुनौतियां हैं। आज आतंकवाद मानवता के सामने नई चुनौतियां लेकर आ रहा है। आज समय के साथ जलवायु चुनौतियां व्यापक होती जा रही हैं। एक तरफ घरेलू चिंताएं हैं तो दूसरी तरफ अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था अस्त-व्यस्त नजर आ रही है।

मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत रहा है कि, मिनिमम गवर्नमेंट और मैक्सिमम गवर्नेंस। हमने गवर्नेंस में जन-भावनाओं को प्राथमिकता दी है। हम देशवासियों की जरूरत के प्रति संवेदनशील हैं। हमने लोगों की जरूरतों और लोगों के सपनों को पूरा करने पर ध्यान दिया है। 

मैं मानता हूं कि सरकार का अभाव भी नहीं होना चाहिए और सरकार का दबाव भी नहीं होना चाहिए। बल्कि मैं तो ये मानता हूं कि लोगों की जिंदगी में सरकार का दखल कम से कम हो, ये सुनिश्चित करना भी सरकार का काम है।

उन्होंने कहा कि, मैंने हमेशा ऐसा इनवायरमेंट बनाने करने पर जोर दिया है, जो नागरिकों में उद्यम और उर्जा दोनों को और बढ़ाए। हम ऊपर से नीचे और नीचे से ऊपर अप्रोच के साथ-साथ संपूर्ण समाज को साथ लेकर भी चले हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारी संस्कृति हमें सिखाती है कि प्रकृति से जितना हासिल किया है, उसे लौटाने का प्रयास भी करना चाहिए। इसलिए भारत ने विश्व को एक नया मार्ग सुझाया है, जिस पर चलते हुए हम पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं। ये मार्ग है मिशन लाइफ यानी लाइफस्टाइल फॉर इनवायरमेंट। 

भारत आज सौर, पवन, हाइड्रो के साथ-साथ जैव ईंधन, हरित हाइड्रोजन पर भी काम कर रहा है। इसलिए भारत ने विश्व को एक नया मार्ग सुझाया है, जिस पर चलते हुए हम पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं।