ग़ज़ा में इज़राइल ने अपने ही 3 बंधकों की हत्या कर दी, कहा- गलती से मारा

09:05 am Dec 16, 2023 | सत्य ब्यूरो

इजरायली सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने तीन बंधकों को "खतरा" समझकर गोली मारकर हत्या कर दी। अमेरिका ने इजराइल से गजा में संयम बरतने को कहा है।

सेना ने एक बयान में कहा, "शेजैया (गजा शहर का एक युद्धक्षेत्र) में लड़ाई के दौरान, सेना ने गलती से तीन इजराइली बंधकों को खतरे के रूप में पहचाना। इसके नतीजे में सैनिकों ने उन पर गोलीबारी की और वे मारे गए।" सेना ने कहा है कि यह घटना सभी सैनिकों के लिए एक सबक है। हमें इस पर गहरा अफसोस है।

इजरायली अधिकारियों और बंधकों लापता परिवार फोरम के अनुसार, मारे गए नागरिक बंधकों की पहचान 28 वर्षीय योतम हैम, 25 वर्षीय समेर तलालका और 26 वर्षीय एलोन शमरिज़ के रूप में की गई है। तीनों व्यक्तियों को 7.3 अक्टूबर को गजा सीमा के पास किबुत्ज़िम से हमास ने अपहरण किया था।

सेना के मुख्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि इजराइली सैनिकों ने बंधकों को तलाशा लेकिन गलती से उन्हें खतरे के रूप में पहचाना। उन्होंने कहा कि ऐसा माना जाता है कि तीनों या तो हमास के कब्जे से निकल भागे थे या उन्हें छोड़ दिया गया था। हाल के दिनों में इज़राइली सैनिकों ने इस क्षेत्र में फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ भीषण लड़ाई लड़ी है। इज़राइली अधिकारियों के अनुसार, दक्षिणी इज़राइल पर 7 अक्टूबर के हमले के दौरान फ़िलिस्तीनी समूहों ने लगभग 250 लोगों को गजा में बंदी बना लिया गया था, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए थे।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों की मौत को "असहनीय त्रासदी" कहा। उन्होंने कहा, "इजराइल के लोगों के साथ, मैं गहरे दुख में अपना सिर झुकाता हूं और अपने तीन प्यारे बेटों के निधन पर शोक मनाता हूं।"

गजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गजा पर इजराल के युद्ध में 18,700 से अधिक फिलिस्तीनी अब तक मारे गए हैं, जिनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। हजारों लोग लापता हैं और मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। इज़राइली सरकार ने बार-बार कहा है कि सभी बंधकों को घर लाना युद्ध में उसके प्रमुख उद्देश्यों में से एक है।

अभी तक, 110 बंधक रिहा हो चुके हैं। जिनमें से ज्यादातर इजराइली जेलों में बंद फिलिस्तीनियों के बदले में पिछले महीने सात दिवसीय संघर्ष विराम के दौरान छोड़े गए थे। इजराइल ने आठ शवों को भी उनके देशों में भेजा है, जिनमें 28 वर्षीय इजराइली-फ्रांसीसी नागरिक एलिया टोलेडानो और दो 19 वर्षीय सैनिकों के शव भी शामिल हैं।

इस बीच यरूशलेम में बड़े पैमाने पर रॉकेट हमला हुआ। 30 अक्टूबर के बाद इतने बड़े पैमाने पर रॉकेट हमले हुए हैं। हमले के बाद स्थानीय लोग इधर-उधर शरण लेते दिखाई दिए।

अमेरिका, जो इज़राइल को अरबों डॉलर की सैन्य सहायता प्रदान करता है, ने हमास के हमलों पर अपनी प्रतिक्रिया का पुरजोर समर्थन किया है, लेकिन नागरिक हताहतों और गाजा के लिए दीर्घकालिक योजना पर बढ़ती चिंता व्यक्त की है। वाशिंगटन में राष्ट्रपति बाइडेन ने गज़ा के नागरिकों के लिए अधिक देखभाल का आह्वान दोहराया। बाइडेन ने कहा, "मैं चाहता हूं कि वे इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि नागरिकों की जान कैसे बचाई जाए, हमास पर हमले बंद न करें, बल्कि अधिक सावधान रहें।"