ईरान में सरकार विरोधी प्रदर्शनों का समर्थन करने पर वहां के सर्वोच्च नेता अली खामनेई की भतीजी फरीद मोरादखानी को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरी तरफ एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने भारत आ रहे फिल्ममेकर रजा दोरमिशयन को ईरान सरकार ने रोक दिया है।
पश्चिमी समाचार एजेंसियों ने अपनी खबरों में कहा है कि खामनेई की भतीजी फरीद मोरादखानी ने तमाम देशों से आह्वान किया है कि वे तेहरान के साथ अपने संबंधों को तोड़ लें। क्योंकि वहां पुलिस हिरासत में मरी महसा अमीनी को लेकर हो रहे प्रदर्शनों को ईरान सरकार कुचल रही है।
फरीद मोरादखानी के पिता अली मोरादखानी अरंगेह एक शिया मौलवी थे। उनकी शादी अयातुल्ला खमेनेई की बहन से हुई थी। अली मोरादखानी विपक्षी नेताओं में से थे। फरीद के बयान को उसके फ्रांस स्थित भाई महमूद मोरादखानी ने YouTube पर साझा किया था। महमूद ने अपने ट्विटर अकाउंट पर खुद को "इस्लामिक गणराज्य के विरोधी" के रूप में बताया हुआ है। वीडियो सामने आने के बाद 23 नवंबर को फरीद मोरादखानी को ईरान में गिरफ्तार कर लिया गया। फरीद को इस साल की शुरुआत में भी ईरान के खुफिया मंत्रालय ने गिरफ्तार किया था और बाद में जमानत पर रिहा कर दिया था।
फरीद मोरादखानी ने वीडियो संदेश में कहा- ओ आज़ाद लोगों, हमारे साथ रहो और अपनी सरकारों से कहो कि वे इस जानलेवा और बच्चों की हत्या करने वाले शासन का समर्थन करना बंद करें। यह शासन अपने किसी भी धार्मिक सिद्धांत के प्रति वफादार नहीं है। यह सत्ता में रहने के अलावा कोई नियम नहीं जानता है। अब सभी स्वतंत्र और लोकतांत्रिक देशों को ईरान से अपने प्रतिनिधियों को वापस बुला कर और ईरान के प्रतिनिधियों को अपने देशों से बाहर निकालने का समय है।
रॉयटर्स न्यूज एजेंसी ने फरीद मोरादखानी के वीडियो संदेश पर खामनेई के दफ्तर से प्रतिक्रिया मांगी लेकिन वहां से इस पर कुछ नहीं कहा गया।
मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि ईरान में दो महीने से जारी अशांति के बीच 26 नवंबर तक 450 प्रदर्शनकारी मारे गए थे, जिनमें 63 नाबालिग शामिल हैं। इस दौरान ईरान सुरक्षा बलों के 60 सदस्य भी मारे गए और 18,173 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। महसा अमीनी की मौत के बाद ईरान में हिजाब विरोधी प्रदर्शन भड़क उठे थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने खामनेई की तस्वीरें जलाईं और ईरान के मुस्लिम धर्मतंत्र के पतन का आह्वान किया।
भारत आने से रोका
ईरानी अधिकारियों ने फिल्म निर्माता रजा दोरमिशयन को गोवा में भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में जाने से रोक दिया है। गोवा फिल्म फेस्टिवल में रजा की फिल्म 'ए माइनर' शामिल है। उन्हें गोवा आने का निमंत्रण मिला था।
वैरायटी मैगजीन के अनुसार रजा के अलावा कई और भी बड़े फिल्म मेकर ईरानी शासन विरोधी विचारों के कारण प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। आईएफएफआई ने रजा को फिल्म के साथ आने के लिए आमंत्रित किया था, जिसका निर्देशन दारीश मेहरजुई ने किया था।
वैरायटी की रिपोर्ट है कि हवाई अड्डे पर रजा का पासपोर्ट ले लिया गया। फिल्म निर्माता के करीबी सूत्रों का दावा है कि उन्हें अदालत जाने को कहा गया। उन्हें गिरफ्तार किया गया या नहीं, यह स्थिति अभी साफ नहीं है।