न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने तीन बड़े नेता कथित तौर पर आरामदायक जिन्दगी बिता रहे हैं और उनके पास कथित तौर पर 11 अरब डॉलर की संयुक्त संपत्ति है। इनके पास कतर और तुर्की में शानदार घर हैं और निजी जेट विमान और ऐशो-आराम की चीजें उपलब्ध हैं। रिपोर्ट में हमास के तीन बड़े नेताओं इस्माइल हनियेह, मूसा अबू मरज़ुक और खालिद मशाल के नाम हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक इनकी सालाना फंडिंग कतर से होती है। तीनों हमास नेताओं को अक्सर डिप्लोमैटिक क्लबों का दौरा करते हुए और निजी जेट में यात्रा करते हुए देखा गया है। यहां यह बताना जरूरी है कि इजराइल लंबे समय से कतर पर आरोप लगाता रहा है कि वो हमास की आर्थिक मदद करता है। यह अलग बात है कि हमास के कब्जे से इजराइली बंधकों को छुड़ाने के लिए इजराइल और अमेरिका दोनों ने ही कतर से मदद मांगी, उनके जरिए बातचीत भी की। कतर सरकार अल जज़ीरा टीवी चैनल की फंडिंग भी करता है। जिस पर इजराइल ने फिलिस्तीन और गजा को लेकर दुष्प्रचार का आरोप लगाया है।
कतर सहित तमाम देशों से मिलने वाली फंडिंग से हमास के नेताओं को गजा पर राजनीतिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद मिलती है। वो अपने तमाम ऑपरेशन का संचालन बिना आर्थिक मदद नहीं कर सकता। कतर में इन नेताओं की मौजूदगी को कतर के अमीर उचित ठहराते रहे हैं और हमास को मान्यता भी दे चुके हैं। इसका अंतरराष्ट्रीय महत्व है।
न्यू यॉर्क पोस्ट के मुताबिक पोस्ट हनियाह अकेले 4 अरब डॉलर से ज्यादा के मालिक हैं। एकतरफ तो ये नेता अपने ऐशो आराम पर फिजूलखर्ची करते हैं, वहीं गजा पट्टी की अधिकांश आबादी, जो 2007 से हमास के नियंत्रण में है, गंभीर गरीबी का सामना कर रही है। इन नेताओं की संपत्ति और गजा के लोगों की पीड़ा के बीच जमीन आसमान के फर्क की आलोचना होती रही है और कार्रवाई की मांग तक की गई। अमेरिकी संसद में रिपब्लिकन टेनेसी सांसद एंडी ओगल्स द्वारा प्रायोजित एक विधेयक पर विचार हो रहा है, जिसका मकसद यूएसए में एक प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी के रूप में कतर को बाहर करना है। जब तक कि वह हमास नेतृत्व को अपने देश से निष्कासित नहीं कर देता, तब तक कतर को बाहर रखा जाए। यहां बताना जरूरी है कि सांसद और कारोबारी एंडी ओगल्स दक्षिणपंथी विचारधारा के सांसद हैं और इजराइल लॉबी के प्रमुख पैरोकार हैं। वो इजराइल के समर्थन में अक्सर राष्ट्रपति बाइडेन को पत्र लिखते रहते हैं और अभियान चलाते रहे हैं। उन्होंने एक बार फिलिस्तीन से यूएस में आने वालों पर पाबंदी लगाने की मांग भी की थी।
मिडिल ईस्ट में कतर का रणनीतिक महत्व है। अमेरिका का यहां भी सैन्य अड्डा है। लेकिन हमास नेतृत्व के प्रति कतर के रुख को देखते हुए दोनों देशों के संबंधों में बदलाव का संकेत मिल रहा है। अमेरिका और इजराइल ने कतर पर हमास नेताओं की फंडिंग बंद करने और उनके खिलाफ जांच का दबाव बढ़ा दिया है। हालांकि जहां भी अमेरिका के सैन्य अड्डे हैं, वो वहां अपनी रणनीति के हिसाब से काम करता है।
गजा में क्या चल रहा हैः गजा में इजराइली सेना और उसके टैंक घुस चुके हैं। आसमान से बमबारी अलग से जारी है। इजराइल हमास युद्ध को एक महीने से ज्यादा हो चुके हैं। इजराइली हमलों में कम से कम 10,569 फिलिस्तीनी नागरिक मारे जा चुके हैं। इनमें बच्चों और महिलाओं की संख्या ज्यादा है। हालांकि 7 अक्टूबर को हमास ने जब इजराइल पर हमला किया था तो 1,400 से अधिक लोग वहां भी मारे गए थे।
अल जजीरा की खबर है कि गजा के उत्तर में जबालिया शरणार्थी शिविर और पश्चिमी गजा में सबरा में रात भर हुई तेज इजराइली बमबारी में दर्जनों फिलिस्तीनी मारे गए। हजारों फिलिस्तीनी उत्तरी गजा में लड़ाई और इजराइली बमबारी से बचने के लिए मीलों पैदल चल रहे हैं, क्योंकि इजराइल का कहना है कि वह गजा में अपनी "पकड़" मजबूत कर रहा है। हालांकि हमास कहना है कि वह सफलतापूर्वक इज़राइल की सेना का सामना कर रहा है, और कई टैंकों और वाहनों को नष्ट कर दिया है।
बहरहाल, इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने बंदियों की रिहाई के बिना युद्धविराम की संभावना को फिर से खारिज कर दिया और गजा पट्टी पर बमबारी जारी रखने का आदेश दिया है। अमेरिका अब खुल कर सीमित युद्ध विराम की मांग कर रहा है लेकिन इजराइल अब अमेरिका की भी नहीं सुन रहा है। अमेरिका और इजराइल सहित पूरी दुनिया में युद्ध रोके जाने के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं। इजराइली लोगों ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के इस्तीफे की मांग करते हुए प्रदर्शन किए हैं। यूएन अब तक कई बार इजराइल की निन्दा कर चुका है, लेकिन यह अलग बात है कि यूएन में इजराइल के खिलाफ कोई प्रस्ताव पास नहीं हो पा रहा है।