बाइडेन की भारत यात्रा से पहले पत्नी जिल बाइडेन कोविड पीड़ित

08:58 am Sep 05, 2023 | सत्य ब्यूरो

व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडेन कोविड-19 पॉजिटिव घोषित की गई हैं। उनमें हल्के लक्षण दिख रहे हैं, जबकि राष्ट्रपति जो बाइडेन का टेस्ट नेगेटिव आया है। बाइडेन की 72 वर्षीय पत्नी को आखिरी बार पिछले साल अगस्त में कोविड हुआ था, जबकि राष्ट्रपति, जो अब 80 वर्ष के हैं, आखिरी बार जुलाई 2022 में कोविड पीड़ित घोषित किए गए थे।

व्हाइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर एलिजाबेथ अलेक्जेंडर ने एक बयान में सोमवार शाम को कहा, "सोमवार शाम, प्रथम महिला का कोविड-19 टेस्ट पॉजिटिव आया। वो रेहोबोथ बीच, डेलावेयर में अपने घर पर करेंगी।"

बिडेन सोमवार शाम को डेलावेयर से अकेले वॉशिंगटन वापस लौटे। व्हाइट हाउस ने कहा, "राष्ट्रपति बाइडेन का शाम को कोविड परीक्षण किया गया। राष्ट्रपति का टेस्ट नेगेटिव आया है। राष्ट्रपति बाइडेन का इस सप्ताह अब रोजाना टेस्ट होगा और लक्षणों की निगरानी की जाएगी।" अमेरिका में इधर कोविड पीड़ित लोगों के अस्पतालों में दाखिल होने की तादाद बढ़ी है।

बाइडेन की भारत यात्रा की तारीख बिल्कुल नजदीक आ चुकी है। बाइडेन की यात्रा से पहले आने वाली टीम दिल्ली आ भी चुकी है। लेकिन अब इस खबर के आने के बाद असाधारण हालत पैदा हो गए हैं। अभी व्हाइट हाउस से बाइडेने के जाने के बारे में नए सिरे से कुछ नहीं कहा गया है। अभी हम लोग यही जानते हैं कि बाइडेन भारत आ रहे हैं।

भारत की राजधानी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन की 20वीं बैठक 8 से 10 सितंबर तक होनी है। जो बाइडेन 9 सितंबर को दिल्ली आने वाले हैं। इससे पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन भारत यात्रा के लिए मना कर चुके हैं, जबकि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के न आने की पुष्टि चीन सोमवार को कर चुका है। प्रमुख देशों के राष्ट्रपतियों के नहीं आने से जी20 के नतीजों पर असर पड़ता है। लेकिन भारत का कहना है कि वो किसी नेता के आने न आने को कोई तवज्जो नहीं दे रहा है। उसकी तैयारी हो चुकी है।

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने रविवार को इस बात निराशा जताई थी कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग भारत नहीं आ रहे हैं। बाइडेन का कहना था कि वो जिनपिंग से मिलने को बहुत इच्छुक थे। बता दें कि चीन-अमेरिका संबंध इस समय बेहतर नहीं हैं। ताइवान के मुद्दे पर चीन उन देशों से नाराज है जो ताइवान की मदद के लिए हर समय खड़े रहते हैं। इसी तरह चीन का जासूसी गुब्बारा भी अमेरिका में पकड़ा जा चुका है। इन सारे घटनाक्रमों के मद्देनजर दोनों देश अब संंबंधों को सुधारना चाहते हैं।